जयपुर में महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल मश्कूर अली को गिरफ्तार कर लिया गया है। मश्कूर अली पर यहाँ की छात्राओं के यौन उत्पीड़न के आरोप हैं। उसके खिलाफ छात्राओं ने न प्रदर्शन भी किया था। पुलिस ने उस पर लगाए गए आरोपों की पुष्टि की है।
जयपुर पुलिस ने छात्राओं के आरोपों की शुरूआती जाँच के बाद मश्कूर अली को गिरफ्तार कर लिया है। उस के खिलाफ SIT जाँच करवाई गई थी। इसमें आरोप सही पाए गए थे। इस मामले में छात्राओं ने भी बयान दर्ज करवाए थे। छात्राओं ने बताया था कि मश्कूर अली ने वॉशरूम में कैमरा लगा रखा था। उन्होंने बताया था कि इससे वीडियो भी बनाई गईं थी।
दरअसल, इस मामले में छात्राओं और कॉलेज के स्टाफ ने 3 फरवरी, 2025 को तकनीकी शिक्षा विभाग के सचिव से शिकायत की थी। इसके बाद जाँच के लिए एक कमिटी की गई थी। जाँच में दोषी पाए जाने पर मश्कूर को निलंबित कर दिया था। इसके बाद जाँच कमिटी सोमवार (10 मार्च) को जाँच के लिए दोबारा कॉलेज पहुँची थी, इस दौरान छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन किया था।
छात्राओं का आरोप था कि मश्कूर अली को बचाने के लिए दोबारा जाँच करवाई जा रही है। छात्राओं का कहना है कि मश्कूर अली को साल 2023 में प्रिंसिपल नियुक्त किया गया था। इसके बाद से ही वह छात्राओं से अभद्रता करता था। उनका कहना है कि मश्कूर लाइब्रेरी के कोने में अलमारी के पीछे बैठता था, जो सीसीटीवी कैमरे की रेंज में नहीं आता था।
यहाँ पर लड़कियों के साथ छेड़छाड़ करता था। इसके अलावा, पूर्व प्रिंसिपल खुद को छात्राओं के पर्सनल व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़वा कर रखा था। वह लड़कियों को अश्लील मैसेज भी करता था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह बड़े-बड़े लोगों से संपर्क होने का झाँसा देकर छात्राओं की अपनी कार में ले जाता था और चलती कार में अभद्रता करता था।
छात्राओं ने आरोप लगाया था कि मश्कूर अली उन्हें धमकी देता था कि अगर किसी ने पुलिस या परिजनों से शिकायत की तो वह उनका वीडियो वायरल कर देगा। छात्राओं का कहना है कि वीडियो वायरल होने के डर से किसी ने थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई थी।
अमर उजाला से बातचीत में लड़कियों ने कहा, “प्रिंसिपल मश्कूर अली कहता था कि तुम्हें (लड़कियों से) बाकी लोगों के साथ भी सोना पड़ेगा। वह कहता था कि उसके बड़े-बड़े लोगों से लिंक हैं। वह लड़कियों की सप्लाई भी करता है। बात नहीं मानने पर वह लड़कियों को कॉलेज से निकालने की धमकी भी देता था।”