झारखंड में जनजातीय समाज (ST) की बेटियाँ और उनकी जमीनें मुस्लिमों के निशाने पर हैं। इसी कड़ी में गिरिडीह के पीरटांड से सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहाँ एक जनजातीय समाज की युवती ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के युवा मोर्चा प्रखंड सचिव मोहम्मद ताज हुसैन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। युवती का कहना है कि ताज और उसके परिवार वाले उसे धर्म परिवर्तन कर निकाह करने के लिए दबाव बना रहे थे। विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दी गई। इस मामले में पुलिस ने आरोपित ताज हुसैन को जेल भेज दिया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीड़िता ने पीरटांड थाने में ताज और उसके परिवार के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। एफआईआर के मुताबिक, ताज ने पहले युवती की भाभी को तंग किया और फिर युवती पर बुरी नजर रखी। युवती ने आरोप लगाया कि ताज उसे प्रेम जाल में फंसाकर उसकी संपत्ति हड़पना चाहता था। जब उसने इनकार किया, तो ताज ने धमकियाँ देना शुरू कर दीं और सोशल मीडिया पर बदनाम करने की भी धमकी दी।
थाना प्रभारी दीपेश कुमार ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है और युवती का बयान अदालत में दर्ज करवाने की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने बताया कि आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसने कोर्ट में समर्पण किया था, जहाँ से उसे जेल भेज दिया गया है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए जेएमएम ने ताज हुसैन को तत्काल प्रभाव से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया। जिलाध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि मामले की जाँच के लिए एक कमेटी बनाई गई है, जिसमें दोनों पक्षों से बात की जाएगी। जाँच के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
बता दें कि बीजेपी आरोप लगाती रही है कि झारखंड में जनजातीय समाज और उसकी जमीन मुस्लिमों के निशाने पर है। खुद गृहमंत्री अमित शाह ने अवैध घुसपैठियों पर ये आरोप लगाए थे और झारखंड में एनआरसी लाने का वादा किया था। सरायकेला में अमित शाह ने यह भी आरोप लगाया कि झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार घुसपैठियों को बढ़ावा देने में मदद कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार घुसपैठियों को संरक्षण दे रही है।