कन्नौज के बालापीर मोहल्ले में 200 साल पुराने श्री जागेश्वर नाथ शिव मंदिर पर कब्जे का मामला सामने आया है। आरोप है कि समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता कैश खाँ ने प्राचीन जागेश्वर नाथ शिव मंदिर पर कब्जा कर लिया और तीन मंजिला मकान बना लिया। स्थानीय लोगों और भाजपा नेताओं ने दावा किया है कि सपा सरकार के दौरान शिवलिंग और मूर्तियों को मंदिर से हटाकर कुएँ में फेंक दिया गया और उसके ऊपर निर्माण कार्य किया गया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्थानीय लोगों ने जब कैश खाँ द्वारा किए गए इस कब्जे का विरोध किया, तो सपा नेता कैश खाँ ने उन्हें धमकाया और झूठे मुकदमों में फँसाने की धमकी दी। इसके बाद सभासद भूरा खान और अन्य स्थानीय निवासियों ने इस मामले में भाजपा नेताओं से शिकायत की।
पूर्व सांसद मौके पर पहुँचे, डीएम को सौंपा ज्ञापन
भाजपा के पूर्व सांसद सुब्रत पाठक ने तिर्वा विधायक कैलाश राजपूत और अन्य कार्यकर्ताओं के साथ गुरुवार (26 दिसंबर 2024) को मौके का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि अगर विवादित कुएँ की खुदाई की जाए तो उसमें शिवलिंग और अन्य मूर्तियाँ मिल सकती हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह हिंदू आस्था पर सीधा प्रहार है। पूर्व सांसद ने जिलाधिकारी (डीएम) शुभ्रांत कुमार शुक्ल से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। उन्होंने मंदिर की जमीन पर कब्जा करने वाले सपा नेता के खिलाफ सख्त कार्रवाई की माँग की। डीएम ने इस मामले की जाँच कर उचित कार्रवाई का भरोसा दिया।
पूर्व सांसद सुब्रत पाठक ने कहा कि अगर प्रशासन मंदिर को मुक्त कराने और शिवलिंग को पुनः स्थापित करने की कार्रवाई नहीं करता, तो वे समर्थकों के साथ बालापीर मोहल्ले में धरना देंगे।
विहिप ने की अतिक्रमण मुक्त कराने की माँग
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने भी प्रशासन से माँग की कि मंदिर की जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराया जाए। विहिप का कहना है कि इस तरह के मामलों से हिंदू समुदाय की धार्मिक भावनाएँ आहत होती हैं।
वहीं, सपा नेता कैश खाँ ने इन आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि उन्होंने यह जमीन खरीदी है और धार्मिक स्थल अब भी सुरक्षित है। उन्होंने भाजपा पर माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया।
भाजपा नेताओं ने एसडीएम सदर रामकेश पर सपा नेता के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया है। पूर्व सांसद सुब्रत पाठक ने डीएम से कहा कि सपा नेता कैश खाँ ने नगर पालिका की भूमि पर भी कब्जा कर लिया है। शिकायत के बाद भी एसडीएम ने कार्रवाई नहीं की। इसके बाद कैश खाँ ने कोर्ट से स्टे ले लिया। इससे मंदिर की भूमि पर कब्जा कराने में एसडीएम सदर रामकेश की भी मिलीभगत है। वहीं एसडीएम ने बताया कि उनके खिलाफ झूठी शिकायत की गई है।
इस मामले में जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ल ने आश्वासन दिया कि जल्द अफसरों की टीम को मौके पर भेजकर जाँच कराई जाएगी। उन्होंने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एडीएम आशीष कुमार को जाँच सौंप दी है। उन्होंने कहा कि दो दिनों में रिपोर्ट माँगी गई है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।