Tuesday, May 20, 2025
Homeदेश-समाजहवाई जहाज से आते, खंडहर में प्लान बनाकर डालते थे डाका: लखनऊ पुलिस ने...

हवाई जहाज से आते, खंडहर में प्लान बनाकर डालते थे डाका: लखनऊ पुलिस ने असलम को पकड़ा, गैंग के दूसरे बांग्लादेशियों की तलाश

असलम की लगभग 1 दर्जन डकैतों की गैंग है। ये रेलवे लाईनों के बगल बने खंडहरनुमा मकानों में अपनी साजिश रचते थे। दिन में एक किसी मकान या दुकान को रेकी कर के डाका डालने के लिए चिन्हित कर लेते थे। रात में ये एक साथ धावा बोल कर वहाँ लूटपाट करते थे।

उत्तर प्रदेश की लखनऊ पुलिस ने 1 लाख रुपए के इनामी डकैत असलम को गिरफ्तार किया है। असलम एक बांग्लादेशी घुसपैठिया है जो भारत में हुए कई अपराधों में संलिप्त था। आरोपित की गैंग रेलवे लाइन के किनारे बने खंडहरों में छिप कर दिन में लोगों के घरों की रेकी किया करती थी और रात में डाका डालती थी। पुलिस उसकी गैंग में शामिल नासिर, नूर इस्लाम, सुमान और शाहीन नाम के अन्य बांग्लादेशियों की तलाश कर रही है। असलम के पास आधार कार्ड के अलावा हेल्थ कार्ड और कोविड वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट भी बरामद किया है। यह गिरफ्तारी शनिवार (14 जनवरी 2023) को हुई है।

लखनऊ पुलिस के मुताबिक असलम की लगभग 1 दर्जन डकैतों की गैंग है। ये रेलवे लाइन के बगल बने खंडहरनुमा मकानों में अपनी साजिश रचते थे। दिन में एक किसी मकान या दुकान को रेकी कर के डाका डालने के लिए चिन्हित कर लेते थे। रात में ये एक साथ धावा बोल कर वहाँ लूटपाट करते थे। इस दौरान घर या दुकान के मालिक को बंधक बना कर उसके साथ मारपीट और रेप तक की वारदात की जाती थी। पुलिस ने यह भी बताया है कि असलम और उसकी गैंग के बाकी सदस्य न सिर्फ शताब्दी और राजधानी जैसी ट्रेनों बल्कि फ्लाइट से भी सफर कर के अपनी जगह बदला करते थे।

लखनऊ पुलिस के मुताबिक ट्रेन से सफर के दौरान असलम की गैंग कुछ हिस्सों में बंट कर बीच-बीच में पड़ने वाले स्टेशनों पर रुक जाया करती थी। यहाँ ये लोग अपने-अपने टारगेट पर लग जाया करते थे। लूटपाट के बाद ये लोग किसी जगह पर फिर से एकजुट होते थे। पूछताछ के दौरान असलम ने पुलिस को बताया कि वो लखनऊ की जेल में बंद रबीउल और बिलाल नाम के अपने साथियों से मिलने आया था। बताया जा रहा है कि असलम इन दोनों की जमानत की व्यवस्था करवाने आया था। जेल में मुलाकात न हो पाने के बाद वह लखनऊ के चिनहट इलाके में ठहरने के लिए जगह तलाश रहा था लेकिन आख़िरकार पुलिस द्वारा पकड़ा गया।

असलम ने कहा कि उसने डाली गई डकैतियों में लूटे गए पैसों को खर्च कर दिया है। लगभग 36 वर्षीय असलम के अब्बा का नाम मुस्लिम खान है और वो बांग्लादेश के बुरसल जिले का रहने वाला है। उसकी तलाशी के दौरान पुलिस को श्रम कार्ड, आधार कार्ड, हेल्थ कार्ड, कोविड वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट और 2174 रुपए नकद बरामद हुए। साल 2020 में उस पर लखनऊ में ही डकैती और 2021 में विदेशी नागरिकता अधनियम के साथ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज हो चुका है। वाराणसी और लखनऊ मिला कर असलम पर अब तक कुछ 8 मुकदमों की जानकारी सामने आई है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘पाकिस्तान की अवाम से काफी मोहब्बत मिली’: यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा ने डायरी में लिखे थे आतंकी मुल्क को लेकर ‘दिल की बात’, दानिश संग...

हरियाणा के हिसार से पाकिस्तान की जासूसी के आरोप में पकड़ी गई यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान से खूब प्रेम है। ऐसा ज्योति ने अपनी पर्सनल डायरी में लिखा है।

मुर्शिदाबाद में केवल हिंदू थे टारगेट, सोई रही बंगाल पुलिस: HC जाँच कमेटी की रिपोर्ट से TMC बेनकाब, बताया- MLA अमीरुल इस्लाम के आते...

कलकत्ता हाईकोर्ट द्वारा बनाई गई जाँच समिति ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि इस हिंसा में ममता बनर्जी की सत्ताधारी पार्टी टीएमसी के स्थानीय नेताओं की अहम भूमिका रही।
- विज्ञापन -