Tuesday, April 30, 2024
Homeविविध विषयअन्यसलमान खान के जिस केस पर आना था अंतिम फैसला, उस पर दोबारा से...

सलमान खान के जिस केस पर आना था अंतिम फैसला, उस पर दोबारा से शुरू होगी सुनवाई: जस्टिस बोले- ‘मैं अन्य कार्यों में व्यस्त रहा’

केस की सुनवाई करने वाले जज ने कहा, "मैं फैसला करने में असमर्थ हूँ। मैंने अपने स्तर पर सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया, लेकिन दुर्भाग्य से छुट्टी थी और फिर प्रशासनिक कार्य और मेरे पास अन्य कार्य थे। मुझे इसे सुनवाई के रूप में सूचीबद्ध करना होगा।"

सलमान खान को अपने पनवेल वाले पड़ोसी के खिलाफ किए गए मानहानि केस में निराशा हाथ लगी है। बॉम्बे हाईकोर्ट के जज सीवी भडांग ने सुनवाई पूरी कर फैसला सुरक्षित रख लिया था। हालाँकि अब जज भडांग ने कहा है की समय की कमी के कारण आदेश सुनाना संभव नहीं है।

अब इस याचिका पर एक अन्य न्यायधीश नए सिरे से सुनवाई करेंगे। दरअसल इस मामले में दलीलें सुनने वाले और अपना फैसला सुरक्षित रखने वाले जज सीवी भडांग शुक्रवार (4 नवंबर 2022) को सेवानिवृत्त हो रहे हैं।

दीवाली की छुट्टी के बाद खलमान खान की याचिका अब किसी अन्य न्यायाधीश के समक्ष रखी जाएगी और उस पर नए सिरे से सुनवाई होगी। न्यायमूर्ति भडांग ने अगस्त में मार्च 2022 के निचली अदालत के आदेश के खिलाफ अभिनेता द्वारा दायर अपील पर सुनवाई शुरू की थी।

11 अक्टूबर को न्यायमूर्ति भडांग ने दलीलें समाप्त होने के बाद मामले को आदेश के लिए सुरक्षित रखा था। उन्होंने कहा, “मैं फैसला करने में असमर्थ हूँ। मैंने अपने स्तर पर सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया, लेकिन दुर्भाग्य से छुट्टी थी और फिर प्रशासनिक कार्य और मेरे पास अन्य कार्य थे। मुझे इसे सुनवाई के रूप में सूचीबद्ध करना होगा।”

क्या है मामला

दरअसल सलमान खान मुंबई के पनवेल फार्महाउस में गतिविधियों को उनके पड़ोसी केतन कक्कड़ ने रिकॉर्ड करके उसका वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया था। इस मामले में सलमान ने कक्कड़ के खिलाफ निचली अदालत में मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था। जब दीवानी अदालत ने कक्कड़ के खिलाफ कोई अंतरिम निरोधक आदेश पारित करने से इनकार कर दिया तो सलमान ने उच्च न्यायालय का रुख किया।

सलमान की याचिका में कहा गया कि कक्कड़ द्वारा अपलोड किए गए पोस्ट न केवल मानहानिकारक हैं, बल्कि सांप्रदायिक और भड़काऊ प्रकृति के हैं। कक्कड़ के वकील आभा सिंह और आदित्य सिंह ने दावा किया कि अभिनेता ने मानहानि का मुकदमा अपने मुवक्किल पर अपनी जमीन छोड़ने के लिए दबाव बनाने के लिए दायर किया था।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

अपने बच्चों के लिए छोड़े पैसे-जमीन, आम लोगों के लिए गरीबी: कॉन्ग्रेस पार्टी के शाही परिवार की ‘विरासत’ PM मोदी ने गिनाए

पीएम मोदी ने महाराष्ट्र में कहा कि उन्होंने विपक्षी दलों के भ्रष्टाचार उजागर किए हैं, इसलिए उन्हें गालियाँ दी जा रही हैं।

‘पतंजलि’ को फँसाते-फँसाते सुप्रीम कोर्ट में खुद फँसा IMA, अध्यक्ष के बयान से उखड़ा न्यायाधीशों का पीठ: कहा- ये बेहद गंभीर, मानहानि का केस...

IMA अध्यक्ष ने सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को दुर्भाग्यपूर्ण, अस्पष्ट और सामान्यीकृत बयान बताया था। कहा था - प्राइवेट डॉक्टर हतोत्साहित हुए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -