उत्तर प्रदेश के संभल में जो पत्थर दंगाइयों ने पुलिस पर फेंके थे, उन्हीं से अब पुलिस चौकी बन रही हैं। संभल में इन पत्थरों से दर्जनों पुलिस चौकी बन रही हैं। इनमें से कई चौकियाँ उन्हीं इलाकों में बन रही हैं, जिनमें मुस्लिम दंगाइयों ने हिंसा की थी। जिले भर में अब कैमरे भी लगाए जा रहे हैं। वहीं पुलिस पर हमला करने वाले अब कोर्ट में जमानत के लिए चक्कर काट रहे है।
संभल के एसपी कृष्ण कुमार ने इस मामले में बताया, “पुलिस द्वारा जिन पत्थरों को उपद्रवियों द्वारा फेंका गया था, उनका उपयोग करके चौकियों की नींव रखी जा रही है। इसके अलावा शासन से मिले बजट के द्वारा चौकियों का निर्माण करवाया जा रहा है।”
उन्होंने आगे बताया, “संभल में कुल 38 आउटपोस्ट और चौकियाँ बनाई जा रही हैं। ‘सेफ संभल’ नाम का एक प्रोजेक्ट प्रशासन की मदद से पुलिस द्वारा जिले में लाया गया है। इसमें ₹3 करोड़ की लागत से चेहरा पहचान करने वाले तमाम कैमरे लगाए जा रहे हैं। यह किसी भी व्यक्ति की पहचान और उसकी गतिविधियाँ पहचानने में मदद करेंगे।”
VIDEO | Here's what Sambhal SP Krishna Kumar said on outposts being constructed with the stones pelted on the police.
— Press Trust of India (@PTI_News) March 6, 2025
"A total of 38 outposts are being built in Sambhal with the stones pelted at police on November 24… A 'Safe Sambhal' initiative has also been launched by the… pic.twitter.com/NOOWy7OgQc
एसपी कृष्ण कुमार ने बताया है कि अब तक संभल में 600 इस तरह के कैमरे लगाए जा चुके हैं। इसके लिए संभल के गाँवों में भी काम चल रहा है। गौरतलब है कि बीते दिनों में संभल की विवादित शाही जामा मस्जिद के सामने और अपराधियों के लिए कुख्यात मुहल्ले दीपासराय में 2 चौकियाँ स्थापित की गई थीं।
संभल में पुलिस के एक्शन के बीच अब जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हिंसा करने वाले दंगाई कोर्ट के चक्कर काट रहे हैं। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए मुस्लिम दंगाई कोर्ट से जमानत की गुहार लगा रहे हैं। हालाँकि, उन्हें कोर्ट ने कोई राहत देने से इनकार किया है।
संभल की अदालत में बुधवार (5 मार्च, 2025) को 14 दंगाइयों ने जमानत के लिए अर्जी लगाई थी। इनमें से 4 की तारीख बढ़ा दी गई जबकि अदालत ने 10 दंगाइयों की जमानत याचिका खारिज कर दी। अदालत ने आमिद, अंसार, सुभान उर्फ मुन्ना, सुजाउद्दीन उर्फ सज्जू, दिलनवाज, मुस्तफा समेत 10 की जमानत याचिका खारिज की हैं।
संभल में इन सबके बीच दंगाइयों पर कार्रवाई भी तेजी से चल रही है। संभल पुलिस को 74 दंगाइयों में से 3 के नाम पते मालूम हो गए हैं और उनको गिरफ्तार किए जाने की तैयारी चल रही है। संभल पुलिस ने इन 74 दंगाइयों की पहचान के लिए पोस्टर लगाए थे और बाकी जिलों से मदद माँगी थी।
पुलिस अभी एक दाढ़ी वाले शख्स को भी ढूंढ रही है जो दंगाइयों को भड़का रहा था। उसके विषय में जानकारी नहीं इकट्ठा की जा सकी है। गौरतलब है कि 24 नवम्बर, 2024 को संभल की शाही जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान इस्लामी कट्टरपंथियों ने खूब हिंसा की थी।
उन्होंने पुलिस पर पत्थर बरसाए थे और कई गाड़ियाँ तहस नहस कर दी थी। इस दौरान फायरिंग भी हुई थी। इस दंगे में 4 लोगों की मौत हुई थी। पुलिस इसके बाद लगातार संभल में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने में जुटी हुई है और दंगाइयों पर कार्रवाई कर रही है।