Saturday, November 2, 2024
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एंटीलिया और मनसुख हिरेन मामले में 9 अप्रैल तक NIA की हिरासत में रहेगा वाजे, CBI भी करेगी पूछताछ

कमिश्नर हेमंत नगराले ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि उस वक्त पुलिस कमिश्नर रहे परमबीर सिंह के मौखिक निर्देश पर सचिन वाजे की नियुक्ति क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट में हुई थी। वाजे कई वरिष्ठ अधिकारियों को दरकिनार कर सीधे परमबीर सिंह को रिपोर्ट कर रहा था।

मुंबई पुलिस के निलंबित अधिकारी सचिन वाजे को बुधवार (अप्रैल 7, 2021) को विशेष एनआईए अदालत के सामने पेश किया गया। यहाँ राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) ने अदालत से सचिन वाजे की हिरासत चार दिन और बढ़ाने की माँग की। फ़िलहाल, अदालत ने वाजे की हिरासत को 9 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया। 

इसके साथ ही विशेष अदालत ने सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) को भी एनआईए की हिरासत में मौजूद सचिन वाजे से पूछताछ करने की अनुमति दे दी। अदालत ने सीबीआई को निर्देश दिया कि वाजे से पूछताछ करने के समय का निर्धारण करने के लिए वह एनआईए के साथ सहयोग करें।

एजेंसी ने अदालत से मुंबई पुलिस के निलंबित कॉन्स्टेबल विनायक शिंदे और नरेश धरे की न्यायिक हिरासत की भी माँग की। इन लोगों को मनसुख हिरेन मौत मामले में गिरफ्तार किया गया था। हिरासत बढ़ाए जाने की माँग पर वाजे के वकील ने कहा कि वह एनआईए की हिरासत की माँग का विरोध नहीं कर रहे हैं। वह जाँच में सीबीआई से सहयोग करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि वह इस पर आपत्ति दर्ज कराना चाहते हैं कि वाजे को छत्रपति शाहूजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) पर हथकड़ी में ले जाया गया।

इधर मुंबई पुलिस के कमिश्नर हेमंत नगराले ने गृह विभाग को एक पाँच पन्नों की रिपोर्ट भेजी है। इस रिपोर्ट में पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह पर सचिन वाजे को शह देने का आरोप लगाया है।

कमिश्नर हेमंत नगराले ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि उस वक्त पुलिस कमिश्नर रहे परमबीर सिंह के मौखिक निर्देश पर सचिन वाजे की नियुक्ति क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट में हुई थी। वाजे कई वरिष्ठ अधिकारियों को दरकिनार कर सीधे परमबीर सिंह को रिपोर्ट कर रहा था। कमिश्नर हेमंत नगराले की रिपोर्ट के बाद पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह की भूमिका पर सवाल खड़े हो गए हैं। इसके साथ ही एक और बड़ा सवाल सामने आया है कि आखिर सचिन वाजे का गॉड फादर कौन था?

मनसुख हिरेन मौत मामले में आरोपित है वाजे

25 फरवरी को देश के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी के मुंबई स्थित आवास एंटीलिया के बाहर एक कार में विस्फोटक सामग्री मिली थी, इसके अलावा गाड़ी में एक धमकी भरा पत्र भी बरामद हुआ था। इस मामले में सीसीटीवी फुटेज की जाँच में सामने आया कि यह गाड़ी मनसुख हिरेन नामक एक व्यक्ति के नाम पर थी। पाँच मार्च को गाड़ी मालिक मनसुख हिरेन का शव कालवा की खाड़ी से बरामद हुआ था। इस मामले में महाराष्ट्र एटीएस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया है। मामले ने तूल पकड़ा तो जाँच एनआईए के हवाले की गई। फिलहाल यह मामला एनआईए के पास है। वाजे को इस मामले में 13 मार्च को गिरफ्तार किया गया था। 

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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