Thursday, April 25, 2024
Homeदेश-समाजमुंबई पुलिस का व्यवहार संदेहास्पद, उसने जाँच का मजाक बना दिया: हरीश साल्वे को...

मुंबई पुलिस का व्यवहार संदेहास्पद, उसने जाँच का मजाक बना दिया: हरीश साल्वे को सुशांत की हत्या का अंदेशा

साल्वे ने इस बात पर आश्चर्य जताया कि आखिर मुंबई पुलिस ने इस मामले में एफआईआर तक भी क्यों नहीं दर्ज की? साथ ही उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत की मौत के समय का ऑटोप्सी रिपोर्ट में जिक्र न होने को भी अजीब बताया।

देश के जाने-माने वकील हरीश साल्वे ने सुशांत सिंह राजपूत मामले की जाँच में मुंबई पुलिस के व्यवहार को संदेहास्पद बताया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन का पूरी तरह मजाक बना कर रख दिया गया है। इसके लिए अगर कोई एक संस्था जिम्मेदार है तो वो है मुंबई पुलिस।

साल्वे ने इस बात पर आश्चर्य जताया कि आखिर मुंबई पुलिस ने इस मामले में एफआईआर तक भी क्यों नहीं दर्ज की? साथ ही उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत की मौत के समय का ऑटोप्सी रिपोर्ट में जिक्र न होने को भी अजीब बताया। भारत के पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे ने मुंबई पुलिस पर ये टिप्पणी ‘टाइम्स नाउ’ के नविका कुमार से बातचीत में की।

उन्होंने ‘प्राइवेसी पर आक्रमण’ वाले आरोप को भी नकार दिया। साल्वे ने कहा कि किसी भी आपराधिक मामले में हो रही जाँच ‘इन्वेजन ऑफ प्राइवेसी’ होती है, इसीलिए ये आरोप सही नहीं है। साथ ही उन्होंने जाँच एजेंसी सीबीआई पर भरोसा जताते हुए कहा कि उसके अधिकारी मूर्ख नहीं हैं और वो अपने तरीके से रिया चक्रवर्ती से पूछताछ करेंगे। उन्होंने कहा कि अब भारत में ‘चलता है’ वाला व्यवहार बहुत हो गया। उन्होंने अंदेशा जताया कि सुशांत मामले में हत्या को छिपाने की कोशिश हो सकती है।

उधर, सीबीआई ने भी रिया चक्रवर्ती से शुक्रवार (अगस्त 28, 2020) को 10 घटों तक पूछताछ की। सांताक्रुज स्थित डीआरडीओ गेस्ट हाउस में आरोपितों से पूछताछ कर रही सीबीआई के पास रिया सुबह 10:40 पर पहुँची। इसके बाद रात के करीब 9 बजे वहाँ से निकलीं। उनसे आज भी पूछताछ जारी रहेगी। सीबीआई ने मुंबई पुलिस की जाँच में कई झोल निकाले हैं।

सीबीआई ने पाया है कि मुंबई पुलिस ने कई ऐसे लोगों को भी समन भेज दिया, जिनकी इस मामले में कोई प्रासंगिकता ही नहीं थी। इससे समय भी नष्ट हुआ और जाँच भी सही दिशा में नहीं गई। बॉलीवुड के कई ऐसे लोगों से पूछताछ की गई, जिसकी कोई ज़रूरत नहीं थी। उधर प्रवर्तन निदेशालय और नारकोटिक्स ब्यूरो भी इस मामले की जाँच में लगी हुई है। ड्रग्स सम्बंधित कई चैट्स वायरल होने के बाद इस एंगल से भी जाँच हो रही है।

सुशांत के कुक रहे अशोक ने भी ‘आजतक’ से बातचीत में खुलासा करते हुए कहा कि सुशांत सिंह राजपूत को डिप्रेशन की परिस्थिति में रखा गया था। उसने कहा कि अगर किसी को लगातार एहसास दिलाया जाएगा कि वो बीमार है, तो वो अच्छा महसूस नहीं ही करेगा। उसने कहा कि रिया ने सुशांत को ‘दवाइयों’ पर रखा हुआ था। उन्होंने कहा कि वो लम्बे समय से सुशांत के घर का काम देख रहे थे, लेकिन रिया ने ही उन्हें निकाला।

रिया के साथ साक्षात्कार में राजदीप सरदेसाई ने भी सुशांत सिंह की कथित मानसिक बीमारी पर ज़ोर दिया था। इसे ऐसे पेश किया मानो मानसिक बीमारी का आरोप वास्तविक तथ्य है, जबकि सुशांत सिंह का परिवार इस मुद्दे पर अपना पक्ष पहले ही रखा चुका है। उन्होंने कहा था कि पहले कभी सुशांत सिंह को इस तरह की कोई दिक्कत नहीं हुई थी। न ही किसी विशेषज्ञ ने उनके संबंध में ऐसा कुछ कहा था। लोगों ने इसे ‘पीआर स्टंट’ करार दिया है।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

कॉन्ग्रेस ही लेकर आई थी कर्नाटक में मुस्लिम आरक्षण, BJP ने खत्म किया तो दोबारा ले आए: जानिए वो इतिहास, जिसे देवगौड़ा सरकार की...

कॉन्ग्रेस का प्रचार तंत्र फैला रहा है कि मुस्लिम आरक्षण देवगौड़ा सरकार लाई थी लेकिन सच यह है कि कॉन्ग्रेस ही इसे 30 साल पहले लेकर आई थी।

मुंबई के मशहूर सोमैया स्कूल की प्रिंसिपल परवीन शेख को हिंदुओं से नफरत, PM मोदी की तुलना कुत्ते से… पसंद है हमास और इस्लामी...

परवीन शेख मुंबई के मशहूर स्कूल द सोमैया स्कूल की प्रिंसिपल हैं। ये स्कूल मुंबई के घाटकोपर-ईस्ट इलाके में आने वाले विद्या विहार में स्थित है। परवीन शेख 12 साल से स्कूल से जुड़ी हुई हैं, जिनमें से 7 साल वो बतौर प्रिंसिपल काम कर चुकी हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe