उत्तर प्रदेश के वाराणसी में युवती के साथ गैंगरेप करने के मामले में शामिल बाकी आरोपितों की पुलिस ने पहचान कर ली है। उनमें से दो आरोपितों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। पुलिस बाकी आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है। इनमें से 7 आरोपितों की पहचान किया जाना अभी बाकी है। पुलिस ने इनकी पहचान के लिए सैकड़ों सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की जाँच की।
लालपुर पुलिस जिन दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है, उनकी पहचान नरपतपुर डुबकियाँ निवासी राज खान और लल्लापुरा निवासी मोहम्मद शहबाज के रूप में हुई है। युवती के साथ दुष्कर्म में ये दोनों भी शामिल थे। पुलिस ने दोनों आरोपितों का मेडिकल कराने के बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया, जहाँ से उन्हें जेल भेज दिया गया है। बता दें कि इस मामले में कुल 23 में से 13 आरोपित गिरफ्तार हो चुके हैं।
इसके बाद पुलिस कमिश्नर ने डीसीपी (क्राइम) प्रमोद कुमार की अध्यक्षता में एक SIT गठित की है। यह मामले की सत्यतता की जाँच करेगी। टीम में महिला IPS अधिकारी ADCP वरुणा जोन और इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी शामिल हैं। पुलिस कमिश्नर ने बताया की ऐसे मामलों की विवेचना में 60 दिन लगते हैं, लेकिन पुलिस प्रयास करेगी कि 30 दिनों में रिपोर्ट तैयार कर आगे की कार्यवाही की जाए।
उधर, आरोपितों के परिजनों ने लड़की पर ही आरोप लगाए हैं। कुछ आरोपितों के परिजनों का कहना है कि युवती खुद लड़कों के साथ गई थी। उन्होंने लड़की के चैट और इंस्टाग्राम भी पुलिस को दिखाए। परिजनोें ने युवती के उन सात दिनों के मोबाईल लोकेशन, चैट हिस्ट्री और स्क्रीनशॉर्ट्स शामिल हैं। परिजनों द्वारा दिए गए सबूतों के आधार पर ही जाँच के लिए यह SIT गठित की गई है।
पीड़ित छात्रा का उपचार जारी है। उसे हेपेटाइटिस-B पॉजिटिव पाया गया है। इसके बाद से उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल छात्रा की हालत में सुधार है। डॉक्टर का कहना है कि लंबे वक्त तक नशे करने के कारण छात्रा को पीलिया हो गया है। पीड़ित छात्रा की मेडिकल हिस्ट्री भी ट्रॉमा सेंटर और IMS-BHU को भेजा गया है।
होटल कॉन्टिनेन्टल का मालिक और गैंगरेप का मास्टरमाइंड अनमोल गुप्ता की जमानत याचिका पर अगली सुनवाई 21 अप्रैल को होगी। वही पीएम मोदी की नाराजगी के बाद DCP वरुणा चंद्रकांत मीणा को हटा कर उन्हे वाराणसी से DGP ऑफिस, लखनऊ भेज दिया गया। आरोप है की DCP मीणा ने इस मामले में कोई कठोर कदम नहीं उठाया और न ही लापरवही बरते वाले अफसरों पर कोई रिपोर्ट दी ।
बता दें कि लगभग दो सप्ताह पहले वाराणसी में स्नातक की एक छात्रा से 23 लड़कों ने 7 दिनों तक गैंगरेप किया था। उसके बाद उसे सड़क पर फेंक कर भाग गए थे। इसके बाद छात्रा अपने घर पहुँची थी और घटना के बारे में परिजनों को बताया था। उसकी हालत को देखते हुए उसे अस्पताल पहुँचाया गया था। लड़की के बयान पर 12 लोगों के नामजद रिपोर्ट और 11 अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी।
जिन 11 अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी, उनमें से 9 की पहचान पुलिस ने कर ली है। उनकी गिरफ्तारी के प्रयास के दौरान दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। बाकी 7 चिन्हित आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयास कर रही है। वहीं, जिन दो आरोपितों की पहचान बाकी है, उनकी पहचान के लिए पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगालने सहित तमाम काम कर रही है।