Monday, November 4, 2024
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‘तुष्टिकरण के लिए किसी भी हद तक जा सकता है घमंडिया गठबंधन’: राजस्थान में गरजे अमित शाह, बालाजी के पुजारियों ने कहा – बकवास न करें उदयनिधि स्टालिन

"पिछले दो दिनों से इंडिया गठबंधन ‘सनातन धर्म’ का अपमान कर रहा है। डीएमके और कॉन्ग्रेस के नेता सिर्फ वोट बैंक की राजनीति के लिए ‘सनातन धर्म’ को खत्म करने की बात कर रहे हैं।”

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म के खिलाफ दिए बयान की चारो-तरफ आलोचना हो रही है। वहीं रविवार (3 सितम्बर, 2023) को राजस्थान के डूंगरपुर में भाजपा की दूसरी परिवर्तन यात्रा को रवाना करने से पहले एक सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उदयनिधि के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इंडिया गठबंधन पर पलटवार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री का बेटा सनातन धर्म का अपमान करने की बात करता है। ये लोग तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं। 

अमित शाह ने कहा, “पिछले दो दिनों से इंडिया गठबंधन ‘सनातन धर्म’ का अपमान कर रहा है। डीएमके और कॉन्ग्रेस के नेता सिर्फ वोट बैंक की राजनीति के लिए ‘सनातन धर्म’ को खत्म करने की बात कर रहे हैं।”

अमित शाह ने इंडिया गठबंधन की नीति और नियति पर सवाल खड़े करते हुए कहा, “सत्ता आपको चाहिए मगर किस कीमत पर आपको सत्ता चाहिए दो दिन से आप सनातन धर्म का अपमान कर रहे हैं। वो कह रहे हैं सनातन धर्म को समाप्त कर देना चाहिए, उन्होंने जनता से पूछा क्या सनातन धर्म समाप्त होना चाहिए?” इस पर लोगों ने जोर से चिल्लाते हुए ना कहा।

वहीं अमित शाह ने इंडिया गठबंधन के तुष्टिकरण की नीति पर प्रहार करते हुए कहा, “इन्होने वोटबैंक की लालच में अल्संख्यकों का पहला अधिकार सिद्ध कर दिया। हालाँकि, यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने हमारे ‘सनातन धर्म’ का अपमान किया है। इससे पहले मनमोहन सिंह ने भी कहा था कि बजट पर पहला हक अल्पसंख्यकों का है, लेकिन हम कहते हैं कि पहला हक गरीबों, आदिवासियों, दलितों और पिछड़ों का है।”     

अमित शाह ने कॉन्ग्रेस पर निशाना साधते हुए बोला, “आज कॉन्ग्रेस पार्टी कहती है कि मोदी जी जीतेंगे तो सनातन राज करेगा। कुछ दिनों पहले राहुल बाबा ने कहा था कि जो हिंदू संगठन है ये लश्कर-ए-तैयबा से भी ज्यादा खतरनाक हैं। राहुल खुद हिंदू संगठनों की तुलना लश्कर-ए-तैयबा से कर रहे हैं। इनके एक मंत्री ने हिन्दू टेरर शब्द दिया था।”

गृह मंत्री शाह ने जनता से उनकी राय जानने के पूछा, “राहुल बाबा हिन्दू के साथ टेरर शब्द जोड़ रहे हैं, क्या आप सहमत हैं, ये घमंडिया गठबंधन तुषिकरण की राजनीति के लिए किसी भी हद तक जा सकता है अब जिनके नेता ही ऐसे हों, जिनकी पार्टी ऐसी हो वो गहलोत जी क्या कर सकते हैं।”

अमित शाह ने आगे कहा कि जब परिवर्तन यात्रा समाप्त होगी, तब तक गहलोत सरकार की रवानगी तय हो चुकी होगी। वहीं कॉन्ग्रेस पर तुष्टीकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि दंगा कराने वाली गहलोत सरकार को उखाड़ फेंकिए। गहलोत क्या करें, उनका नेतृत्व ही ऐसा है। कॉन्ग्रेस नेता सनातन धर्म को समाप्त करने की बात करते हैं। सनातन धर्म पर ये जितना बोलेंगे, उतना ही कम होते जाएँगे। जैसे 2014 और 2019 में कम हुए, 2024 में दूरबीन लेकर भी नहीं दिखाई देंगे।

वहीं परिवर्तन यात्रा की शुरुआत करते हुए कहा, “आज बेणेश्वर धाम की इस पावन धरा पर भाजपा की ‘परिवर्तन संकल्प यात्रा’ की शुरुआत होने जा रही है। डूंगरपुर की धरती हमेशा वीरों की धरती रही है। यहीं राजस्थान और गुजरात के आदिवासी भाईयों ने महाराणा प्रताप के साथ रहकर वर्षों तक युद्ध करके मुगलों की सेना के दाँत खट्टे किए थे।”

चिलकुर बालाजी मंदिर के मुख्य पुजारी ने भी जताया ऐतराज 

बता दें कि तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन की ‘सनातन धर्म को खत्म कर देना चाहिए’ वाली टिप्पणी पर चिलकुर बालाजी मंदिर के मुख्य पुजारी रंगराजन का भी बयान सामने आया है। ANI की रिपोर्ट में वे कहते हैं, “हमने तमिलनाडु के वर्तमान सीएम के बेटे उदयनिधि स्टालिन का बयान देखा है और कौन हैं वह, एक कैबिनेट मंत्री भी हैं। सबसे पहले, वह एक संवैधानिक पद पर हैं। उनसे बकवास या इस तरह की बातें नहीं की जानी चाहिए… .”

गौरतलब है कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे राज्य सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को डेंगू-मलेरिया के मच्छर की तरह खत्म करने की अपील की थी। सनातन धर्म के अपमान और समाज में हिंसा फैलाने की अपील के बाद दिल्ली में उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है। वहीं, कॉन्ग्रेस ने भी उदयनिधि स्टालिन की हाँ में हाँ मिलाते हुए सनातनियों को घृणा फैलाने वाला कहा है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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