उत्तर प्रदेश में आगरा के एतमादपुर में शनिवार (12 अप्रैल 2025) को महाराणा संग्राम सिंह उर्फ राणा सांगा की 543वीं जयंती पर करणी सेना सहित हर वर्ग के कार्यकर्ता एकत्र हुए। इस दौरान लोगों ने समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा राणा सांगा और हिंदू समाज पर की गई अपमानजनक टिप्पणी पर आक्रोश प्रदर्शित किया। इसको देखते हुए सुमन के घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
दरअसल, रामजी लाल सुमन ने 21 मार्च 2025 को राज्यसभा में राणा सांगा को गद्दार कह कर संबोधित किया था। इस इसके बाद करणी सेना सहित तमाम क्षत्रिय संगठनों ने रोष व्यक्त करते हुए सुमन से माफी की माँग की थी। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव का सपोर्ट मिलने के बाद सुमन ने माफी से इनकार कर दिया। इसके बाद 26 मार्च को करणी सेना ने सुमन के घर के सामने पहुँचकर प्रदर्शन किया।
इसके बाद राणा सांगा की जयंती पर आगरा में एकजुट होकर प्रदर्शन की बात कही थी। प्रदर्शन के लिए शुक्रवार (11 अप्रैल 2025) की रात से ही अलग-अलग शहरों और जिलों से लोग आगरा पहुँचने शुरू हो गए थे। रैली में युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष ओकेंद्र राणा समेत करणी सेना के अध्यक्ष राज शेखावत एवं अलग-अलग राजनीतिक दलों एवं वर्गों के पदाधिकारी पहुँचे और सपा के विरोध में एकजुटता दिखाई।
‘रक्त स्वाभिमान सम्मेलन’ नाम के इस आयोजन में करणी सेना, क्षत्रिय महासभा से लेकर हिंदू सनातन सभा सहित विभिन्न संगठनों एवं राजनीतिक दलों के लोग भी आगरा पहुँचे हैं। राणा सांगा की जयंती के अवसर पर आगरा में करीब 2 लाख लोग जुटे हैं। सबके हाथ में केसरिया ध्वज और कुछ लोगों के हाथों में तलवारें हैं। संख्या को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, करणी सेना के इस प्रदर्शन पर सुमन ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को विरोध का अधिकार है। अभिव्यक्ति की आजादी है। इस तरह का प्रदर्शन अराजकता है। वहीं, सपा के मुखिया अखिलेश यादव ने भी कहा, “करणी सेना-वेना नकली है। ये सभी भाजपाई हैं। अगर कोई हमारे कार्यकर्ता या रामजी लाल सुमन का अपमानन करेगा तो हम समाजवादी लोग भी उनके साथ खड़े रहेंगे।”
वहीं, दूसरी ओर आगरा पहुँचे करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूरज पाल अम्मू ने कहा, “हम राणा सांगा की जयंती मना रहे हैं। हर काम शांतिपूर्वक करेंगे। मैं इस बात का आश्वासन देता हूँ कि करणी सेना का कोई भी कार्यकर्ता रामजी लाल सुमन के घर की तरफ नहीं जाएगा।” हालाँकि, राज शेखावत ने कहा कि अगर सुमन माफी नहीं माँगेंगे तो उनके आवास का घेराव किया जाएगा।
वहीं, किसी भी तरह की अप्रिय घटना या अराजकता को लेकर पुलिस प्रशासन मुस्तैद है। प्रशासन ने सम्मेलन स्थल को छावनी में बदल दिया है। शहर में ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया गया है। वहीं, रामजी लाल सुमन की सुरक्षा को भी कड़ी कर दी गई है। उनके घर 1000 पुलिस जवान तैनात किए गए हैं। रास्ते में 500 जगह बैरिकेडिंग की गई है।