Wednesday, April 24, 2024
HomeराजनीतिCM गहलोत को देखते ही कॉन्ग्रेस मुख्यालय पर भड़क उठे पायलट समर्थक, जोर-जोर नारेबाजी:...

CM गहलोत को देखते ही कॉन्ग्रेस मुख्यालय पर भड़क उठे पायलट समर्थक, जोर-जोर नारेबाजी: उदयपुर में दोनों के समर्थकों के बीच मारपीट

उधर राजस्थान में दोनों नेताओं के समर्थकों के बीच मारपीट के बाद मामला थाने तक पहुँच गया। गुरुवार की देर रात उदयपुर में एक समारोह स्थल के बाहर सोशल मीडिया पर एक-दूसरे के खिलाफ पोस्ट को लेकर शिक्षक नेता के पुत्र और कॉन्ग्रेस साइबर टीम के प्रभारी के बीच गाली-गलौच हुई और मारपीट हो गई। इसके बाद मामला हाथीपोल थाने तक पहुँच गया।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Rajasthan CM Ashok Gehlot) और उनके घोर विरोधी सचिन पायलट (Sachin Pilot) के बीच की तल्खी का असर दिल्ली के कॉन्ग्रेस (Congress) मुख्यालय में भी देखने को मिली। यहाँ गहलोत को देख पायलट समर्थकों ने नारेबाजी की।

दिल्ली के अकबर रोड स्थित पार्टी मुख्यालय के बाहर पायलट समर्थकों ने नारेबाजी करते हुए कहा कि सचिन पायलट को या तो पार्टी अध्यक्ष बनाया जाए या राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाया जाए।

दरअसल, आज शुक्रवार को कॉन्ग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में नामांकन का आखिरी दिन है। इस दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे और थरूर ने नामांकन दाखिल किया। इस मौके पर देश भर से कॉन्ग्रेस के प्रमुख नेता दिल्ली पहुँचे हैं। राजस्थान के मख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट भी आए हैं। कॉन्ग्रेस मुख्यालय में पायलट समर्थकों को जैसी ही गहलोत नजर आए, वे नारेबाजी करने लगे।

समर्थकों ने कहा कि राहुल गाँधी युवा हैं और सचिन पायलट भी युवा हैं। भारत का भविष्य युवाओं के हाथ में है। जब तक युवाओं को शीर्ष पद नहीं दिया जाएगा, तब तक कॉन्ग्रेस को सत्ता नहीं मिलेगी। पायलट समर्थकों का तर्क था कि उन्हें जमीनी समस्याओं और पार्टी समस्याओं के बारे में पता है। वहीं, एक अन्य पायलट समर्थक ने कहा कि उन्हें पार्टी अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए। 

बता दें कि राजस्थान में राजनीतिक उठा-पटक के बाद सचिन पायलट गुरुवार (29 सितंबर 2022) को सोनिया गाँधी से मुलाकात की थी। 10 जनपथ से बाहर निकल कर उन्होंने मीडिया के सामने कहा था कि राजस्थान उनकी पहली प्राथमिकता है। वहीं, सोनिया गाँधी से मुलाकात के बाद गहलोत ने पार्टी अध्यक्ष की रेस से खुद को अलग कर लिया था।

उधर राजस्थान में दोनों नेताओं के समर्थकों के बीच मारपीट के बाद मामला थाने तक पहुँच गया। गुरुवार की देर रात उदयपुर में एक समारोह स्थल के बाहर सोशल मीडिया पर एक-दूसरे के खिलाफ पोस्ट को लेकर शिक्षक नेता के पुत्र और कॉन्ग्रेस साइबर टीम के प्रभारी के बीच गाली-गलौच हुई और मारपीट हो गई। इसके बाद मामला हाथीपोल थाने तक पहुँच गया।

दरअसल, उदयपुर संभाग के साइबर प्रभारी और कॉन्ग्रेस से पार्षद विनोद जैन गहलोत के समर्थक हैं तो कॉन्ग्रेस नेता के पुत्र भरत रामानुज सचिन पायलट के समर्थक हैं। दोनों के बीच सोशल मीडिया पर बहस होती रही है। गुरुवार की रात लोक कला मंडल में लोक समारोह महोत्सव के समापन से पहले दोनों के बीच फोन पर विवाद हो गया। रामानुज अपने समर्थकों के साथ वहाँ पहुँचा और दोनों के बीच बहसा-बहसी के बाद मारपीट की नौबत आ गई।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

लोकसभा चुनाव में विदेशी पत्रकारों का प्रोपेगेंडा: खालिस्तानी समर्थक महिला पत्रकार के ‘वीजा प्रपंच’ की मीडिया ने ही खोली पोल, अब फ्री प्रेस के...

ऑस्ट्रेलियन पत्रकार अवनी डायस ने 20 अप्रैल 2024 को भारत छोड़ दिया। अब उन्होंने आरोप लगाया है कि भारत सरकार उनकी लोकसभा चुनाव कवरेज में अडंगा लगा रही है।

आपकी मौत के बाद जब्त हो जाएगी 55% प्रॉपर्टी, बच्चों को मिलेगा सिर्फ 45%: कॉन्ग्रेस नेता सैम पित्रोदा का आइडिया

कॉन्ग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने मृत्यु के बाद सम्पत्ति जब्त करने के कानून की वकालत की है। उन्होंने इसके लिए अमेरिकी कानून का हवाला दिया है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe