इटली के मिलान में ब्रिटिश यूनिवर्सिटी की 19 वर्षीय छात्रा के साथ 30 बांग्लादेशियों द्वारा यौन उत्पीड़न किए जाने का मामला सामने आया है। छात्रा ने हिम्मत दिखाते हुए मीडिया के सामने खुद आपबीती बताई है। पीड़िता के अनुसार, घटना मिलान के पियाजा डेल दुओमो में पर चर्च के पास तब हुई जब वो अपने दोस्तों के साथ नए साल का जश्न मना रही थीं।
पीड़िता के अनुसार, उसपर हमला करने वालों ने न केवल भीड़ में उसके साथ छेड़छाड़ की बल्कि उसे अकेले में ले जाकर उसके कपड़े उतारने का भी प्रयास किया। ये सब तब किया गया जब नए साल शुरू होने में दो मिनट थे और सब लोग आतिशबाजी देखने बाहर निकलते थे।
इसी बीच भीड़ में पीड़िता की बांह खींची गई और फिर हाथ पकड़ लिया गया। इसके बाद वो लोग उसे गलत ढंग से छूने लगा। थोड़ी देर में उन लोगों ने पीड़िता को उसके दोस्तों से अलग खींच लिया और अलग ले जाकर उसके कपड़े उतारने का प्रयास करने लगे।
लड़की ने इस बीच खुद को छुड़ाने के लिए विरोध किया तो आरोपित उसे छोड़ने की बजाय और तेजी से छेड़छाड़ करने लगे। उन्होंने पीड़िता पर एक लिक्विड फेंका जिससे उसकी आँख और नाक जलने लगी। उसने अपने आपको इतना छुड़ाने का प्रयास किया कि उसके खून तक निकल आया।
पीड़िता बताती है कि उस समूह में उसे जितने पुरुषों के पास फेंका गया सब करीबन 40 के आसपास थे, जो कभी उसे दबा रहे थे, कभी कपड़े उतार रहे थे। पीड़िता कहती है कि एक ने हाथ से उसका यौन उत्पीड़न किया जबकि दूसरे ने उसका रेप किया।
मीडिया को आपबीती सुनाते हुए लड़की ने कहा कि जब वो चंगुल से छूटी तब उसे एक और महिला की आवाज सुनाई पड़ी थी जिसके साथ वही हो रहा था जो उसके साथ हुआ। पीड़िता ने इतने के बावजूद उसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन तभी उसे दोबारा पकड़ लिया और गंदी हँसी हँसते हुए उसके शरीर से छेड़खानी करने लगे।
पीड़िता कहती है कि जब उसने और उसके दोस्तों ने इस संबंध को पुलिस को बताया तो उन्होंने पहले यकीन नहीं किया, मगर बाद में खून दिखने पर पुलिस गंभीर हुई। जाँच के बाद सामने आया वो आरोपित बांग्लादेशी थी। महिला पुलिस अधिकारी ने लड़की को बताया भी बांग्लादेशी पुरुषों की ये समस्या जानी-मानी है।