Sunday, October 6, 2024
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न्यूजलॉन्ड्री के लिए ‘राम तेरी मीडिया मैली’, कवरेज से भी दिक्कत, हिंदू-घृणा में कर डाला ब्रह्मर्षि नारद का अपमान: शिकायत दर्ज कराएगा ‘हिन्दू IT सेल’

न्यूजलॉन्ड्री ने घोषणा कर दी कि राम मंदिर वाला कार्यक्रम संपूर्ण भारतीय समाज का नहीं है। साथ ही इसे 'मोदी का शो' करार दिया गया, जहाँ अन्य भाजपा नेताओं के लिए भी कोई जगह नहीं है।

जहाँ एक तरफ निर्माणाधीन राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होनी है और इस कारण पूरा देश राममय है, वहीं दूसरी तरफ मीडिया का एक धड़ा हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान करने में लगा हुआ है। NewsLaundry ने अपने शो ‘NL टिप्पणी’ के अंतर्गत ‘रामनामी पत्रकारिता, कारसेवक पत्रकार और संविधान की मय्यत’ के शीर्षक से एक वीडियो YouTube पर डाला है, जिसमें ब्रह्मर्षि नारद जी का अपमान किया गया है। वीडियो में ‘न्यूज़ 18’ के पत्रकार अमीश देवगन को नारद के रूप में दिखाया गया है।

इस वीडियो में न्यूजलॉन्ड्री के पत्रकार अतुल चौरसिया ने ‘स्वर्ग की टपड़ी पर चाय पर चर्चा’ के नाम पर दिखाया गया कि जवाहरलाल नेहरू, राजेंद्र प्रसाद, वीर सावरकर और अटल बिहारी वाजपेयी खबर सुन रहे हैं। साथ ही रेडियो पर खबर सुनाई गई कि भारत के प्रधानमंत्री मंदिर-मंदिर घूम रहे हैं और सांसदों को संसद से फेंका जा रहा है। इसके बाद विभिन्न न्यूज़ चैनलों पर राम भजन चलते हुए दिखाया गया। साथ ही कहा गया कि नेहरू कह रहे हैं कि मीडिया की सामूहिक हत्या कर दी गई है। ‘राम तेरी मीडिया मैली’ कह कर न्यूजलॉन्ड्री हिन्दू विरोधी प्रोपेगंडा चला रहा है।

अतुल चौरसिया ने इस वीडियो में भारतीय मीडिया को ‘हिन्दू मीडिया’ करार दिया और उनके वैन की फुटेज दिखाई जिसमें मंदिर की तस्वीर बनाई गई थी। अतुल चौरसिया ने इसमें रोना रोया कि भारत के प्रधानमंत्री को संविधान की कोई फ़िक्र नहीं है। कारण – वो स्वदेशी ब्रीड के गायों को चारा खिला रहे हैं, मंदिर जा रहे हैं। इसके बाद शंकराचार्यों के नाम पर भी प्रोपेगंडा फैलाया गया। 2 शंकराचार्यों ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का स्वागत किया है, लेकिन दावा किया गया कि चारों शंकराचार्य इसके खिलाफ है।

इसके बाद महात्मा गाँधी के हवाले से सब कुछ वीर मढ़ दिया गया और उनका अपमान किया गया। साथ ही महात्मा गाँधी की हत्या का आरोप भी उन्हीं पर लगा दिया गया। इसके बाद एक विदेशी संस्था के हवाले से भारत में फेक न्यूज़ को लेकर रोना रोया गया। न्यूजलॉन्ड्री की पूरी की पूरी चिंता इस बात को लेकर है कि राम मंदिर को, राम को कवरेज क्यों मिल रहा है। इसके बाद बाबरी ढाँचे के विध्वंस को लेकर प्रलाप किया गया। इसके बाद कॉन्ग्रेस द्वारा समारोह के बहिष्कार का बचाव किया गया।

न्यूजलॉन्ड्री ने घोषणा कर दी कि राम मंदिर वाला कार्यक्रम संपूर्ण भारतीय समाज का नहीं है। साथ ही इसे ‘मोदी का शो’ करार दिया गया, जहाँ अन्य भाजपा नेताओं के लिए भी कोई जगह नहीं है। हालाँकि, इस वीडियो का जो थंबनेल बनाया गया, उसमें हिन्दू देवी-देवताओं के अपमान से लोगों को समस्या है। इसमें ‘आज तक’ की अंजना ओम कश्यप को एक साध्वी की वेशभूषा में दिखाया गया है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी एक साधु के रूप में चित्रित किया गया है।

वहीं ‘हिन्दू आईटी सेल’ के संस्थापक रमेश सोलंकी ने Newslaundry के खिलाफ शिकायत दायर करने की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि उनकी टीम शिकायत दाखिल करने के लिए ड्राफ्ट तैयार कर रही है और अन्य अन्य दस्तावेज भी तैयार कर रही है। वहीं मालदीव मामले को लेकर चर्चा में आए ‘मिस्टर सिन्हा’ ने कहा कि मजाक ठीक है, लेकिन हिन्दू देवी-देवताओं का मजाक बनाए जाने को सही साबित नहीं किया जा सकता। उन्होंने पूछा कि क्या न्यूजलॉन्ड्री अन्य मजहबों को लेकर ये सब कर सकता है?

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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