तहव्वुर का NIA के सवालों से सामना
मुंबई हमले से जुड़े सवालों की बात करें तो एनआईए इन अहम सवालों को तहव्वुर राणा से पूछ सकती है। तहव्वुर राणा 8 से 21 नवंबर 2008 के बीच क्यों आया था भारत? भारत के किन किन क्षेत्रों में गया और किन-किन लोगों से मुलाकात की? मुंबई हमले का एक और गुनहगार डेविड हेडली से राणा कब और कहाँ मिला, उनके बीच क्या बातें हुई? उन दोनों की पहली मुलाकात कब हुई थी?
एनआईए ये भी जानने की कोशिश करेगी कि क्या मुंबई के अलावा दूसरी जगहों पर भी आतंकी हमले की साजिश थी? किन-किन पाकिस्तानी अधिकारियों के संपर्क में आए और क्या निर्देश मिले?
राणा से ये भी पूछा जा सकता है कि लश्कर ए तैयबा और हाफिज सईद के साथ उसके संबंध कब से थे? हाफिज से कब मिला था? लश्कर और दूसरे आतंकी संगठनों के किस-किस लोगों से मिला है? डॉक्टर होने के बावजूद मेडिकल का पेशा छोड़कर आतंकी क्यों बना? एनआईए ऐसे सवालों के जवाब किसी भी हाल में राणा से निकलवाना चाहेगी। जाहिर तौर पर राणा के जवाब पाकिस्तान के लिए मुश्किलें पैदा करेंगी ।
तहव्वुर राणा को प्रत्यर्पण के बाद अमेरिका से भारत लाया गया है। कई सालों की लंबी कानूनी लड़ाई और भारत-अमेरिका संबंध की वजह से ये संभव हो पाया। 10 अप्रैल 2025 को दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचने के बाद उसे एनआईए ने पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया। इस दौरान एजेंसी ने कोर्ट को बताया कि मुंबई हमले की तह तक जाने के लिए राणा से हिरासत में पूछताछ बेहद जरूरी है ।
मुंबई आने से पहले हेडली मिला था राणा से
एनआईए ने कोर्ट को बताया कि साजिशकर्ता डेविड हेडली के भारत आने से पहले तहव्वुर राणा ने उससे बात की थी। हेडली अपने सामान और संपत्तियों का ब्यौरा एक ईमेल के जरिए राणा को बताया था। राणा की साजिश में इलियास कश्मीरी और अब्दुल रहमान भी शामिल था। अब पूरी साजिश पर तहव्वुर राणा से एनआईए पूछताछ करेगी।