Friday, June 20, 2025
Homeरिपोर्टराष्ट्रीय सुरक्षातुफैल को नचा रही थी पाकिस्तानी अफसर की बीवी, कबाड़ी हारून ने पाकिस्तान में...

तुफैल को नचा रही थी पाकिस्तानी अफसर की बीवी, कबाड़ी हारून ने पाकिस्तान में रख रखी थी दूसरी बीवी: ज्ञानवापी से नमो घाट तक की डिटेल ले रहा था पाकिस्तान

जासूसी के लिए पकड़े गए मोहम्मद हारून का एक निकाह पाकिस्तान में भी हुआ है। वह पाकिस्तान में अपनी बीवी से मिलने जाता रहता था। उसकी फूफी भी पाकिस्तान में रहती है।

दिल्ली से पकड़े गए ISI जासूस हारून ने पाकिस्तान में भी एक निकाह कर रखा है। उसने वहाँ अपनी फूफी की बेटी से निकाह किया था। इस बीवी से मिलने वह लगातार पाकिस्तान जाता रहता था। हारून को UPATS ने गिरफ्तार किया है। UPATS ने शहजाद को भी गिरफ्तार किया है जो कई बार पाकिस्तान के चक्कर काट चुका है।

कबाड़ी हारून की पाकिस्तान में बीवी

दिल्ली के सीलमपुर इलाके में कबाड़ी के रूप में काम करने वाला मोहम्मद हारून पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार हुआ है। पूछताछ में हारून ने बताया है कि वह हाल ही में 5 अप्रैल से 25 अप्रैल तक पाकिस्तान में था।

उसने बताया कि पाकिस्तान में उसका दूसरा निकाह हुआ है और वह अपनी बीवी से मिलने के लिए वहाँ जाता रहा है। बताया जा रहा है कि उसकी बुआ पाकिस्तान में रहती है और उसी के जरिए यह रिश्ता जुड़ा। जाँच में यह भी सामने आया है कि हारून पाकिस्तान उच्चायोग के निष्कासित अधिकारी मोहम्मद मुजम्मिल हुसैन का करीबी सहयोगी था।

हारून ने मुजम्मिल की मदद से वीजा आवेदकों से पैसे लेकर पाकिस्तान भेजने का काम किया। संदेह है कि ये पैसे ISI  की गतिविधियों में इस्तेमाल हो रहे थे। हारून का संपर्क पाकिस्तान उच्चायोग में वीजा डेस्क पर तैनात ISI एजेंट दानिश उर्फ एहसान-उर-रहमान से भी था। इस मामले की कड़ियाँ यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी से जुड़ती दिख रही हैं।

साथ ही हारून का लिंक वाराणसी के तुफैल से भी है। जाँच एजेंसियाँ अब हारून से पाकिस्तान उच्चायोग के कर्मचारियों के साथ उसके संबंध, पाकिस्तान यात्राओं के उद्देश्य और वित्तीय लेन-देन के बारे में पूछताछ कर रही हैं। हारून के कबूलनामे से पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले एक संगठित नेटवर्क का बड़ा खुलासा हुआ है।

तुफैल का पाकिस्तानी लिंक

उत्तर प्रदेश एटीएस ने वाराणसी से तुफैल को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गुरुवार (22 मई 2025) को गिरफ्तार किया। तुफैल पाकिस्तान के कई लोगों के संपर्क में था और देश विरोधी गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल था।

तुफैल का संबंध पाकिस्तान के प्रतिबंधित आतंकी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक से था। वह संगठन के नेता मौलाना शाद रिजवी का समर्थक था और उसके वीडियो व्हाट्सएप ग्रुपों में भेजा करता था। वह ‘गजवा -ए – हिन्द’, शरीयत लागू करने और बाबरी मस्जिद का बदला लेने जैसे उत्तेजक और भड़काऊ मैसेज शेयर करता था।

वह फेसबुक के माध्यम से फैसलाबाद (पाकिस्तान) निवासी नफीसा नाम की महिला के संपर्क में था, जिसका पति पाकिस्तानी फ़ौज में कार्यरत है। तुफैल 600 से अधिक पाकिस्तानी नंबरों के संपर्क में था। UPATS तुफैल से गहन पूछताछ कर रही है। उसकी डिजिटल गतिविधियों, संपर्कों और नेटवर्क भी जाँच की जा रही है।

तुफैल ने राजघाट, नमो घाट, ज्ञानवापी, वाराणसी रेलवे स्टेशन, जामा मस्जिद, लाल किला, निजामुद्दीन औलिया जैसे महत्वपूर्ण स्थलों की तस्वीरें और जानकारियाँ पाकिस्तान भेजीं। उसने पाकिस्तान द्वारा संचालित एक ग्रुप का लिंक वाराणसी के अन्य लोगों को भी भेजा, जिससे स्थानीय लोगों को भी नेटवर्क में शामिल करने की कोशिश की गई।

शहजाद बीवी को लेकर गया पाकिस्तान

टांडा निवासी शहजाद को रविवार (18 मई 2025) को ATS ने रामपुर से गिरफ्तार किया गया है, वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी कर रहा था। जाँच में सामने आया कि शहजाद अब तक 3 बार पाकिस्तान और 10 बार सऊदी अरब जा चुका है।

एक बार वह अपनी पत्नी को भी पाकिस्तान लेकर गया था। शहजाद पहले ड्राइवर था, लेकिन बाद में कॉस्मेटिक्स, मसाले और कपड़ों की तस्करी में लग गया। इसी दौरान उसका पाकिस्तान आना-जाना शुरू हुआ और वह ISI एजेंटों के संपर्क में आया। इसके बाद उसने भारत में ISI के लिए काम करना शुरू कर दिया।

शहजाद ने ISI एजेंटों को फर्जी नाम और पते पर सिम कार्ड मुहैया कराए और उनके लिए पैसों की व्यवस्था भी की। ये सिम कार्ड पाकिस्तान में बैठे हैंडलर्स से संपर्क में रहने के लिए इस्तेमाल किए जाते थे। इस पूरे नेटवर्क में पाकिस्तानी दूतावास का अधिकारी अहसान उर रहमान उर्फ दानिश भी शामिल रहा है।

शहजाद की गिरफ्तारी के बाद से टांडा और रामपुर जिले पर खुफिया एजेंसियों की निगरानी बढ़ गई है। पुलिस ने शहजाद के परिवार और संपर्क में आए कई लोगों से पूछताछ की है। शक है कि उसने कुछ स्थानीय लोगों को भी जासूसी नेटवर्क में शामिल किया होगा

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

वोटिंग के वीडियो-फोटो का ना हो गलत इस्तेमाल, इसलिए 45 दिन बाद डिलीट कर दिया जाएगा डाटा: चुनाव आयोग ने लिया फैसला, कहा- प्राइवेसी...

चुनाव आयोग ने चुनाव से जुड़े वीडियो और फोटो नतीजा आने के 45 दिन बाद हटा देने का फैसला किया। इससे कोई इनका गलत इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे।

बिहार को PM मोदी ने दी ₹10000 करोड़ की योजनाएँ, वंदे भारत भी: सीवान में बोले- पंजे-लालटेन के शिकंजे से राज्य बना पलायन का...

पीएम मोदी ने बिहार को 10,000 करोड़ की सौगात दी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार के विकास के लिए डबल इंजन सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
- विज्ञापन -