Thursday, April 25, 2024
Homeदेश-समाजदाढ़ी कटाना इस्लाम विरोधी.. नौकरी छोड़ देते, शरीयत में ये गुनाह है: SI इंतसार...

दाढ़ी कटाना इस्लाम विरोधी.. नौकरी छोड़ देते, शरीयत में ये गुनाह है: SI इंतसार अली को देवबंदी उलेमा ने दिया ज्ञान

"मु###न का दाढ़ी ना रखना भी जुर्म है और दाढ़ी रखकर कटवा देना और बड़ा जुर्म है। दाढ़ी कटाकर नौकरी या अपने कारोबार को अहमियत देना गलत है। इस्लाम और सुन्नत को तवज्जो ना देकर के किसी कारोबार को करना मैं समझता हूँ बिल्कुल गलत है।"

पिछले दिनों अपनी दाढ़ी को लेकर चर्चा में आने वाले बागपत जिले के रमाला थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर इंतसार अली एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार खबरों में होने की वजह उनका निलंबन या बहाली नहीं है बल्कि एक देवबंदी उलेमा का बयान है। इस बयान में उलेमा ने कहा है कि इंतसार अली ने दाढ़ी कटवाकर शरीयत और इस्लाम विरोधी काम किया है। उलेमा ने यह भी कहा कि सुन्नत और इस्लाम को छोड़कर कारोबार चुनना मजहब का अपमान है।

सहारनपुर स्थित दारुल उलूम देवबंद के उलेमा लुत्फुर रहमान ने इस पूरे मामले पर अपना बयान दिया है। उनका कहना है कि दरोगा को दाढ़ी नहीं कटवानी चाहिए थी चाहे तो वह नौकरी छोड़ देते।

मौलाना ने दाढ़ी कटवाने को नाजायज बताया है। साथ ही कहा है कि मुस्लिम अगर दाढ़ी नहीं रखता है तो शरीयत के हिसाब से जुर्म है लेकिन अगर उसने रखकर दाढ़ी कटवा दी है तो यह उससे भी बड़ा गुनाह है।

उनका कहना है कि यदि बात शरीयत और सुन्नत की आती है तो ऐसे मौके पर दाढ़ी नहीं बल्कि नौकरी ही छोड़ देनी चाहिए थी। शरीयत के हिसाब से उन्होंने बहुत बड़ा जुर्म किया है।

नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा:

“मैं यही कहूँगा कि मु###न का दाढ़ी ना रखना भी जुर्म है और दाढ़ी रखकर कटवा देना और बड़ा जुर्म है। दाढ़ी कटाकर नौकरी या अपने कारोबार को अहमियत देना गलत है। इस्लाम और सुन्नत को तवज्जो ना देकर के किसी कारोबार को करना मैं समझता हूँ बिल्कुल गलत है। दूसरी बात यह है कि ऐसे मौके पर अगर कहीं ऐसी बात आती है तो दाढ़ी नहीं बल्कि नौकरी छोड़ देनी चाहिए।”

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के बागपत जिला स्थित रमाला थाने में इंतसार अली बतौर सब इंस्पेक्टर (एसआई) तैनात थे। उन्होंने बिना अनुमति पिछले कुछ समय से लंबी दाढ़ी रखी हुई थी नतीजतन उन्हें पुलिस अधीक्षक ने निलंबित कर दिया था। इसके बाद उन्हें पुलिस लाइन भेज दिया गया था।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उन्हें कई बार दाढ़ी रखने के लिए विभाग से अनुमति लेने का आदेश दिया गया था। इसके बावजूद उन्होंने बिना किसी भी तरह की अनुमति लिए पिछले काफी समय से दाढ़ी रखी थी। बाद में जब उन्हें निलंबित किया गया तो अगले ही दिन वह दाढी कटवाकर वापस काम पर आ गए। यह देख एसपी अभिषेक सिंह ने भी उनका निलंबन वापस ले लिया और उनकी थाने में बहाली कर दी।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

मार्क्सवादी सोच पर नहीं करेंगे काम: संपत्ति के बँटवारे पर बोला सुप्रीम कोर्ट, कहा- निजी प्रॉपर्टी नहीं ले सकते

संपत्ति के बँटवारे केस सुनवाई करते हुए सीजेआई ने कहा है कि वो मार्क्सवादी विचार का पालन नहीं करेंगे, जो कहता है कि सब संपत्ति राज्य की है।

मोहम्मद जुबैर को ‘जेहादी’ कहने वाले व्यक्ति को दिल्ली पुलिस ने दी क्लीनचिट, कोर्ट को बताया- पूछताछ में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला

मोहम्मद जुबैर को 'जेहादी' कहने वाले जगदीश कुमार को दिल्ली पुलिस ने क्लीनचिट देते हुए कोर्ट को बताया कि उनके खिलाफ कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe