Monday, May 6, 2024

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‘CDRI या IRIS सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं बल्कि है मानव कल्याण’ : ग्लासगो में PM मोदी ने क्लाइमेट चेंज को लेकर विश्व को चेताया

सिड्स को सैटेलाइट के माध्यम से सायक्लोन, कोरल-रीफ मॉनीटरिंग, कोस्ट-लाइन मॉनीटरिंग आदि के बारे में timely जानकारी मिलती रहेगी।

केरल में ISRO का ट्रक रोका, रास्ता देने को ट्रेड यूनियन माँग रहे ₹10 लाख: ‘नोक्कुकूली’ पर HC की रोक के बावजूद गुंडई

श्रम मंत्री वी शिवनकुट्टी और थुंबा पुलिस स्टेशन के आयुक्त सहित पुलिस अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ।

ISRO वैज्ञानिक नम्बी नारायणन जासूसी मामले में दोषी अफसरों के खिलाफ कार्रवाई करे CBI, सुप्रीम कोर्ट नहीं करेगा निगरानी

जस्टिस एएम खानविलकर और संजीव खन्ना की पीठ ने कहा वे (सीबीआई) केवल रिपोर्ट के आधार पर आपके (आरोपित) के खिलाफ आगे नहीं बढ़ सकते।

‘नारायणन को फँसाने से क्रायोजेनिक तकनीक में हुई देरी’: साजिशकर्ता केरल के अधिकारियों की बेल का CBI ने किया विरोध

CBI ने केरल हाईकोर्ट में जानकारी दी कि यह एक राष्ट्रीय महत्व का विषय है और नम्बी नारायणन के खिलाफ जो साजिश रची गई, उसमें इन दोनों आरोपितों का बड़ा हाथ रहा।

नम्बी नारायणन मामले में सुप्रीम कोर्ट ने दिया CBI जाँच का आदेश: 27 साल पहले ‘देशद्रोह’ का आरोप लगा तबाह कर दिया था जीवन

सुप्रीम कोर्ट ने वैज्ञानिक नम्बी नारायणन पर 1994 में लगे देशद्रोह के आरोप और उसके बाद हुई उनकी प्रताड़ना के मामले में CBI जाँच के आदेश दिए हैं।

इसरो जासूसी केस में रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट के हवाले: 27 साल पहले तबाह कर दी थी वैज्ञानिक नाम्बी नारायणन की जिंदगी

वैज्ञानिक नम्बी नारायणन से जुड़े 27 साल पुराने इसरो जासूसी केस में उच्च स्तरीय समिति ने अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंप दी है।

बिके हुए वामपंथियों ने जिन्हें बनाया ‘देशद्रोही वैज्ञानिक’, उनके 27 साल के संघर्ष पर फिल्म

पद्म भूषण से सम्मानित ISRO वैज्ञानिक नम्बि नारायणन के करियर में एक ऐसा समय भी आया था, जब झूठे आरोप लगे और उन्हें गिरफ्तार किया गया।

नाश्ते में आर्सेनिक ट्राइऑक्साइड जहर देकर हुई थी मारने की कोशिश: ISRO के शीर्ष वैज्ञानिक तपन मिश्रा का खुलासा

12 जुलाई 2019 को उनकी सुरक्षा के साथ एक भारी खिलवाड़ हुआ और उन्हें हाइड्रोजन साइनाइड दिया गया। इस जहर का असर इतना भयावह था कि उन्हें मिर्गी आई, उनकी यादश्त चली गई।

गगनयान से पहले अंतरिक्ष में जाएगा बिना पैरों वाला ‘व्योममित्र’, परीक्षण कर इसरो को भेजेगा रिपोर्ट

पैर नहीं होने के कारण व्‍योमम‍ित्र को हाफ ह्यूमनॉइड कहा जा रहा है। वह केवल आगे और बगल में झुक सकता है। वह अंतरिक्ष में कुछ परीक्षण करेगा और इसरो के कमांड सेंटर से संपर्क में रहेगा।

ISRO 2020: चंद्रयान-3 को ग्रीन सिग्नल, आपके मोबाइल में जल्द होगा स्वदेशी ‘GPS’

नए साल पर इसरो चीफ के. सिवन ने लक्ष्य और योजनाओं का खाका पेश किया। साथ ही बताया कि चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर बहुत अच्छा काम कर रहा है। यह अभी अगले 7 साल तक काम करता रहेगा।

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