विषय
राष्ट्रवाद
कोका-कोला ने ठोंकी ताल, ‘राष्ट्रवादी कोल्ड-ड्रिंक्स’ का बाजार गर्म
भारत में पैकेटबंद देसी पेय पदार्थों का बाजार लगभग 32% की दर से बढ़ रहा है। भारतीय कम्पनियाँ एक हद तक राष्ट्रवादी भावनाओं पर भी दाँव लगाती हैं ।
राष्ट्रवाद है, सिगरेट नहीं कि अल्ट्रा और माइल्ड होगा
राष्ट्रवाद अपने हर रूप, हर रंग, हर तरीके में सुंदर है। अगर अपनी मातृभूमि के लिए चिल्लाना गुनाह है तो लोगों को अपना गला हर दिन खराब करना चाहिए। ऐसे गुनाह होते रहने चाहिए।