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वामपंथ
वामपंथियों के गढ़ जेएनयू में फैला कोरोना, 74 छात्र और स्टाफ संक्रमित: 4 की हालत गंभीर
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली में भी कोविड ने एंट्री मार ली है। विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक 74 छात्र और स्टाफ संक्रमित पाए गए हैं।
पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन: किसानों को भड़काने के लिए कनाडा के खालिस्तानी समूह की भयानक रणनीति, है NDTV ‘कनेक्शन’ भी
किसानों के विरोध के खिलाफ वैश्विक अभियान के पीछे कनाडा का 'पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन' बहुत सक्रिय भूमिका निभा रहा है। इसकी वेबसाइट से वास्तविकता का पता चलता है कि यह सब सामान्य से कहीं अधिक भयावह है।
इस्लामी कट्टरता की बात करने पर लिबरपंथियों ने वीर सांघवी की कर दी डिजिटल लिंचिंग
हिंदुओं से घृणा का स्तर कितना अधिक व्यापक है कि यदि भाजपा की तुलना अयातुल्ला खुमैनी से भी हो जाए तो नाराजगी दिखने लगती है। मानो जैसे बेचारे अयातुल्ला ने ऐसा भी क्या कर दिया कि उसकी तुलना 'फासीवादी' भाजपा से की जाए।
मंदिरों में हौले-हौले बजाओ माइक, केरल की वामपंथी सरकार का आदेश
केरल देवस्वोम बोर्ड ने एक आदेश जारी करते हुए कहा है कि मंदिरों को 55 डेसीबल से अधिक ध्वनि स्तर वाले लाउडस्पीकर इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं होगी।
व्यंग्य: नमस्कार, मैं भारत का सल्फेटिया वामपंथ, RSS ने करवाया अमेरिका में बवाल
भले ही दक्षिणपंथी ट्रम्प के समर्थकों ने अमेरिकी संसद पर हमला कर दिया, पर आज मैं आह्लादित हूँ कि उनमें से एक के हाथों में तिरंगा भी था। अब मैं आराम से उस तिरंगाधारी को RSS का ब्राह्मणवादी, पितृसत्तात्मक, भगवा आतंकी बोल कर, अपने लिब्रांडू समाज के व्हाट्सएप्प ग्रुपों में छा जाऊँगा।
नमस्कार, मैं भारत का वामपंथ… RSS ने करवाया अमेरिकी संसद पर हमला!
मैं वो फेसबुकिया चिरकुट हूँ जिसे यह नहीं पता कि दूध जानवर से मिलता है न कि मदर डेयरी से, पर मैं वैश्विक मुद्दों पर सबसे पहले प्रोफाइल पिक्चर बदल कर काला कर लेता हूँ।
अमेरिकी संसद हमला: वामपंथ समझ ले, दक्षिण जाग चुका है | Ajeet Bharti explains US Capitol attack
वामपंथियों ने लगातार ऐसी बवाल, उपद्रव, आगजनी, रक्तपात को 'विरोध' कह कर जायज ठहराया, उनके लिए यह एक संदेश है कि वही तरीका अब दूसरे भी अपनाएँगे
कुछ याद आ रहा है वो माह था दिसम्बर: जब मुस्लिम भीड़ें और वामपंथी देश को फूँकने के लिए साथ आए
वामपंथी पोर्टलों पर नैरेटिव बदलने की कोशिशें जारी हैं। वो यह सोच रहे हैं कि साल भर बाद हिन्दू समाज और रिसते घावों को चाटती दिल्ली भूल गए होंगे कि साल भर पहले उसके सीने पर छुरा मारने वाले, और कपड़ों पर आग लगाने वाले लोगों की पहचान क्या थी।
राहुल तुम ‘नेहरू-दा’ हो, ‘नेरूदा’ मत बनो: अम्बानी को एक लाख करोड़ का ठेका तो यूपीए ने भी दिया था
आपको किसी ने जबरन तो नहीं कहा कि जियो का सिम ले लो और रिलायंस फ्रेश से ही सब्ज़ियाँ खरीदना? अडानी ने तो जबरदस्ती नहीं की आपके साथ? टाटा ने यह तो नहीं कहा कि मेरी कार नहीं लोगे तो मोदी को बता देंगे?
जिस नेता ने सबसे ज़्यादा जहरीली बयानबाजी की उसे ही बीजेपी के विरोध में ‘अल्पसंख्यकों का मसीहा’ बनाने में जुटे ‘वामपंथी’ मीडिया संस्थान
देश का हर नेता राजनीतिक के रास्ते पर चलते हुए आम नागरिकों को बहुत कुछ देता है, जब कभी ‘असदुद्दीन ओवैसी ने क्या दिया’ इस पर चर्चा होगी, तब इनके बारे में क्या कहा जाएगा?