Sunday, May 19, 2024

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अनुसूचित जनजाति

मिल रही थी धमकियाँ, फिर भी ईसाइयत को ठुकरा 500 लोगों ने की घर वापसी: ओडिशा में शुद्धि महायज्ञ के बाद प्रबल प्रताप जूदेव...

ओडिशा में जनजाति समाज के 173 परिवारों ने घर वापसी की है। विश्व कल्याण महायज्ञ के दौरान चरण पखारकर इनकी मूल धर्म में वापसी करवाई गई।

‘जिस सरना को अपवित्र किया, वहीं पुरखों के धर्म में लौटूँगा’: ईसाई बना भूत-प्रेत भगाने के नाम पर कैथोलिक संस्था ने हड़पी जमीन, अब...

छत्तीसगढ़ में ऐसे कई क्लेमेंट लकड़ा हैं जो ईसाई संस्थाओं से प्रताड़ित हैं। जिनके पुरखों को धर्मांतरित कर अपनी ही जमीन से बेदखल कर दिया गया।

धर्म ही नहीं जमीन भी गँवा रहे हिंदू: कब्जे की भूमि पर चर्च-कब्रिस्तान से लेकर मिशनरी स्कूल तक, पहाड़ों का भी हो रहा धर्मांतरण

जमीनी स्थिति भयावह है। सरकारी से लेकर जनजातीय समाज की जमीनों पर ईसाई मिशनरियों का कब्जा है। अदालती आदेशों के बाद भी जमीन खाली नहीं हो रहे।

भारत जोड़ो यात्रा पर आंदोलनजीवी, हसदेव अरण्य की कौन सुने: राहुल गाँधी और कॉन्ग्रेस के राजनीतिक दोगलेपन से लड़ रहे सरगुजा के ST

राहुल गाँधी जिन्हें दिल्ली में 'मोदी का यार' बताते हैं, कॉन्ग्रेस की सरकारें अपने प्रदेश में उनकी ही एजेंट बनी हुई हैं। यही हसदेव अरण्य का दुर्भाग्य है।

कैसा है वह ‘साहेब कोना’ जहाँ पहली बार हिंदू बने ईसाई: 1906 में जहाँ से भागे थे पादरी, 2022 में हमें भागना पड़ा

छत्तीसगढ़ के खड़कोना में 1906 में पहली बार हिंदुओं का धर्मांतरण हुआ। उसके बाद जो सिलसिला शुरू हुआ, उसने जशपुर को ईसाई धर्मांतरण के बड़े केंद्र में बदल दिया।

जहाँ से निकला ‘सत्यमेव जयते’ वहाँ भी घुस गए ईसाई मिशनरी, प्राचीन मंदिर और मूर्ति वाली जमीन पर क्रॉस वाले मंच से सज रहा...

नदी से घिरा एक निर्जन द्वीप। एक तपोभूमि, जहाँ आज भी मिलते हैं प्राचीन मंदिर और मूर्तियों के अवशेष, वहाँ भी ईसाई मिशनरियों ने छोड़ी छाप।

कॉन्ग्रेस, ईसाई मिशनरी और मशीनरी… ‘राष्ट्रपति के संतान’ सबसे त्रस्त: जहाँ मंत्री ‘जमीनखोर’, वहाँ जनजातीय समाज को कौन बचाए

सनातन को समर्पित पहाड़ी कोरबा की जमीनों पर छत्तीसगढ़ में संकट है। ईसाई मिशनरी ही नहीं, कॉन्ग्रेस के नेता भी उनका शिकार कर रहे हैं।

‘इतिहास में जनजातीय वीरों का नहीं किया गया ठीक से वर्णन’: 125 विश्वविद्यालयों में NCST के कार्यक्रम, बताया जा रहा जनजातीय नायकों का योगदान

"सिद्धू कान्हू, बुद्धु भगत, शंकर शाह और तिलका माँझी जैसे वीरों ने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी, लेकिन इतिहास में उनके साथ न्याय नहीं हुआ।"

जालौर के छात्र की मौत का जाति नहीं जिम्मेदार: राजस्थान बाल अधिकार आयोग ने ‘दलित’ एंगल किया खारिज, बताया- सभी एक ही टंकी से...

जालौर के निजी स्कूल में शिक्षक छैल सिंह की थप्पड़ के बाद दलित छात्र की मौत के मामले में बाल आयोग ने कहा है कि इसमें जातीय एंगल नहीं है।

‘गुरु द्रोणाचार्य द्वारा एकलव्य के दाहिने अँगूठे को गुरु दक्षिणा में माँगना शर्मनाक’: सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया था फैसला

SC ने एकलव्य के दाहिने अँगूठे की माँग को शर्मनाक बताया था और पूछा, "गुरु द्रोणाचार्य ने एकलव्य को सिखाया भी नहीं था, तो उन्हें गुरु दक्षिणा माँगने का क्या अधिकार था।"

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