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‘चूल्हा जलई ले नाले से पिया, नाला मा बड़ी आग है’… चाय के बाद अब बन रहा खाना
प्लांट लगाने में करीब साढ़े 3 लाख का ख़र्च आया। हेमंत ने बताया कि यहाँ लगाए गए चूल्हे पर बने खाने को रोज़ाना शाम को 6 से 8 बजे तक ज़रूरतमंद बच्चों को बाँटा जाता है।
विकास दर 8.5% तक जाने की संभावना: आर्थिक सलाहकार परिषद
ऐसे संकेत हैं कि वित्तीय बचत में तेजी आ रही है और निजी बैंक, सेवा क्षेत्र को ऋण उपलब्ध करा रहे हैं। वित्तीय क्षेत्र में सुधारों को और मजबूती दी जानी चाहिए। सरकार पहले से ही यह कार्य कर रही है।
केंद्र सरकार के ‘खेलो इंडिया प्रोग्राम’ ने बदल दी इन 3 बॉक्सरों की जिंदगी
केंद्र सरकार के 'खेलो इंडिया यूथ गेम्स' ने इन तीनों बॉक्सरों की जिंदगी बदलकर रख दी है।
आजीविका में विविधता के जरिए तेज़ी से घट रही है गरीबी : ब्रूकिंग्स इंस्टीट्यूशन की रिपोर्ट
दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई – एनआरएलएम) का लक्ष्य गरीबों के टिकाऊ सामुदायिक संस्थानों के निर्माण के जरिए ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी कम करना है।
BSF ने बंग्लादेश सीमा पर 31 रोहिंग्या रिफ़्यूजी को गिरफ़्तार कर त्रिपुरा पुलिस के हवाले किया
2019 के शुरुआती महीने में निर्वासन के डर से क़रीब 1300 रोहिंग्याओं ने बांग्लादेश में पलायन किया है, जिसकी वजह से नई दिल्ली को और केंद्रीय सरकार को काफ़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
पीएम मोदी ने लालकिले में किया सुभाष चंद्र बोस संग्रहालय का उद्घाटन
संग्रहालय में लोगों के लिए फ़ोटो, पेंटिंग, अख़बार की कटिंग, प्राचीन रिकॉर्ड, ऑडियो-वीडियो क्लिप, एनिमेशन व मल्टीमीडिया की सुविधा होगी।
मैं तो बस एक झूठ लेकर चला था, ‘वायर’ जुड़ते गए, और ‘कारवाँ’ बनता गया…
कारवाँ एक ऐसा मैगजीन है जिसके बारे में आप तभी सुनते हैं जब रवीश कुमार फ़ेसबुक पर लेख लिखकर जताते हैं कि उस शाम के प्राइम टाइम में क्या कवर किया जाएगा।
‘मोदी को जान से मार दूँगा’
युवक ने दिल्ली पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर पीएम को जान से मारने की धमकी के साथ ही, पीएम समेत कई बीजेपी नेताओं को अपशब्द भी कहे।
प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना ने कीर्तिमान बनाया; एक करोड़ से अधिक युवा हुए लाभान्वित
प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना से देश भर में एक करोड़ से ज्यादा लोग लाभान्वित
निवेश आकर्षित करने के लिए नौवीं ‘वाइब्रेंट गुजरात समिट’ का उद्घाटन आज
वर्ष 2003 में अपनी शुरुआत से ही लेकर वाइब्रेंट गुजरात समिट ने एक उत्प्रेरक की भूमिका निभाई है जिसकी बदौलत कई अन्य राज्य भी अपने यहाँ व्यापार एवं निवेश को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस तरह के शिखर सम्मेलनों के आयोजन के लिए प्रेरित हुए।