Saturday, May 4, 2024

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Indian Army

‘चीन युद्ध नेहरू ने शुरू किया, उनकी ही गलती से भारत हारा, एयरफ़ोर्स तैयार थी लेकिन नेहरू राजनीति में उलझे थे’

"वो राजनीतिक लोग ही थे, जो ये सब नहीं चाहते थे। उसमें खासकर कॉन्ग्रेस थी, जो उस हार के पीछे की कड़वी सच्चाई लोगों को नहीं बताना चाहती थी। जिसका खामियाजा हमारी सेना ने भुगता।"

सियाचिन से सेना हटाकर ‘शांति का पहाड़’ बनाना चाहती थी मनमोहन सरकार, Pak से किया था समझौता: पूर्व सेना प्रमुख जेजे सिंह

पूर्व PM मनमोहन सिंह ने सियाचिन से सेना हटाने के लिए पाकिस्तान से समझौता किया था। पूर्व सेना प्रमुख जेजे सिंह ने खुलासा करते हुए बताया कि...

सीमा पर चीन के साथ हो सकती है एक और झड़प, खासकर पैंगोंग त्सो क्षेत्र में: पूर्व सेना प्रमुख जनरल दीपक कपूर

भारतीय सेना के पूर्व सेना प्रमुख जनरल दीपक कपूर ने सीमावर्ती क्षेत्रों, खासकर पैंगोंग त्सो क्षेत्र में एक बार फिर से तनाव की स्थिति उत्पन्न होने की संभावना है। हालाँकि भारतीय सेना पूरी तरह से तैयार है।

सैटेलाइट तस्वीरों में नजर आए PLA के शिविर, क्या LAC के इस ओर फिर लौट रहे हैं चीनी सैनिक?

नवीनतम सैटेलाइट तस्वीरों से यह भी पता चलता है कि एलएसी के दूसरी तरफ पैंगोंग त्सो झील के पास चीनी सेना व्यापक स्तर पर गतिविधियों को अंजाम दे रही है।

जब चीनी मीडिया नेहरू को ‘साम्राज्यवाद का दौड़ता कुत्ता’ कहती थी, तब नेहरू लोकसभा में अक्साई चीन को लेकर झूठ बोल रहे थे

'चाऊ-माओ' के बीच अपने लिए वैश्विक छवि तलाश रहे नेहरू ने कभी सीमा पर हो रही सैनिकों की मौत को लेकर जुबान नहीं खोली। उन्हें यह स्वीकार करते दशक बीत गए कि सीमा पर कुछ चिंताजनक हो रहा है।

‘अनपढ़ लोग मुँह उठा कर सेना को गाली देने आ जाते हैं’: न्यूज डिबेट से भगाए गए उदित राज, बॉर्डर की कोई जानकारी नहीं

कॉन्ग्रेस नेता उदित राज को गलवान घाटी की कोई जानकारी नहीं थी लेकिन वो भारत-चीन विवाद पर सेना का अपमान कर रहे थे, जिसके बाद उन्हें भगाया गया।

चीन से लगी LAC पर माउंटेन फोर्स की तैनाती, ऊँचाई वाले इलाके में गुरिल्ला युद्ध करने में हैं दक्ष

भारत ने 3488 किमी लंबी LAC पर माउंटेन फोर्स की तैनाती की है। माउंटेन फोर्स के जवान ऊँचाई वाले इलाके में गुरिल्ला युद्ध करने में खास तौर से निपुण होते हैं।

रेजांग ला का युद्ध: जब 123 भारतीय जवानों ने 3000 चीनी सैनिकों को दी मात, 1300 की लाशें बिछा दी

भारतीय सेना के पराक्रम की अप्रतिम मिसाल है, रेजांग ला दर्रा का युद्ध। जिसके बाद लता मंगेशकर ने गाया, 'एक-एक ने दस को मारा'।

जवान और जुबान से चीन को जवाब: जरूरत पड़ने पर प्रोटोकॉल नहीं, अपने हिसाब से कार्रवाई करने की सेना को खुली छूट

"अगर सैनिकों की जान खतरे में पड़ती है, चीनी सैनिक खतरनाक हथियारों का इस्तेमाल करते हैं तो सेल्फ डिफेंस करते वक्त किसी प्रोटोकॉल की ना सोचें।"

350 चीनी, बिहार रेजिमेंट के 100 जवान: बरसते पत्थरों के बीच 3 घंटे, उखाड़ फेंके चीन के तम्बू

बिहार रेजिमेंट ने एक बार फिर से बिहार का सिर गर्व से ऊँचा किया है। चीन के धोखेबाज सैनिकों की पूरी तैयारी के बावजूद हमारी सेना ने उन्हें परास्त कर दिया।

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