लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने जेपी नड्डा को उत्तर प्रदेश जबकि पीयूष गोयल को तमिलनाडु का प्रभारी बनाया है। पीयूष गोयल को तमिलनाडु के आलावा पुदुचेरी और अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह की जिम्मेदारी भी दी गई है। इसी तरह पार्टी में महासचिव की भूमिका निभाने वाले मुरलीधर राव को कर्नाटक का प्रभारी नियुक्त किया गया है, जबकि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारण को दिल्ली की जिम्मेदारी दी गई है।
भाजपा ने तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद अपने संगठन में महत्वपूर्ण बदलाव किए। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कुछ दिनों पहले 17 राज्यों में प्रभारी व सहप्रभारियों की नियुक्ति की थी। इस दौरान गुजरात से आने वाले गोवर्धन झपाड़िया को उत्तर प्रदेश में सहप्रभारी के रूप में नियुक्त किया गया। उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्यों में प्रभारी के साथ काम करने के लिए कई सहप्रभारियों की जरूरत होती है। यही वजह है कि पार्टी ने उत्तर प्रदेश में अभी तक तीन सहप्रभारियों की नियुक्ति कर दी है।
जेपी नड्डा इससे पहले भी प्रभारी रह चुके हैं
जानकारी के लिए बता दें कि जेपी नड्डा को इससे पहले भी कई राज्यों में बतौर प्रभारी नियुक्त किया जाता रहा है। 2016 में धर्मेंद्र प्रधान के साथ जेपी नड्डा को उत्तराखंड का प्रभारी बनाया गया था। इसके बाद पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने अक्टूबर 2018 में जेपी नड्डा को तेलांगना का प्रभारी नियुक्त किया था। इसके अलावा भाजपा संगठन में भी जेपी नड्डा की मजबूत पकड़ है। यही वजह है कि 2019 लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्यों में भाजपा की नैय्या को पार लगाने के लिए जेपी नड्डा को नियुक्त किया गया है।
पीयूष गोयल भी पार्टी के अहम पदों पर रहे हैं
पेशेवर तौर पर चार्टर्ड एकाउंटेंट रहे पीयूष गोयल राजनीति के क्षेत्र में भी अव्वल हैं। दो दशक तक पार्टी के कोषाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी निभा चुके हैं। इसके आलावा सोशल मीडिया प्रभारी के रूप में भी गोयल पार्टी में योगदान दे चुके हैं। इससे पहले गोयल को कर्नाटक में प्रभारी नियुक्त किया गया था।