महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अजित पवार के ट्विटर पर फॉलोवर्स की संख्या बढ़ गई है। उन्होंने एक-एक कर सभी की बधाई का धन्यवाद दिया। उनके घर पर भी हलचल बढ़ गई है और वो एक-एक कर अपने गुट के नेताओं से मिल रहे हैं। इस दौरान शिवसेना नेता नरेंद्र पाटिल अजित पवार के घर उनसे मिलने पहुँचे। भाजपा नेता निरंजन डावखरे भी अजित पवार के आवास पर पहुँचे। पवार लगातार बैठक कर रहे हैं और अपने गुट के नेताओं के साथ विचार-विमर्श कर रहे हैं। हालाँकि, शिवसेना नेता अजित पवार के घर क्यों पहुँचे हैं, इस बारे में अभी कुछ स्पष्ट नहीं कहा गया है।’
अजित पवार ने कहा कि एनसीपी उनकी पार्टी है और उन्होंने न तो पार्टी छोड़ी है और न ही भविष्य में ऐसा करेंगे। उन्होंने कहा कि शरद पवार उनके नेता हैं और भाजपा-एनसीपी का गठबंधन हो चुका है। शरद पवार ने अपने भतीजे के इस बयान का खंडन करते हुए कहा है कि ये भ्रामक और ग़लत है। सीनियर पवार ने आरोप लगाया कि अजित जनता के बीच ग़लत सन्देश देने और असमंजस की स्थिति पैदा करने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं। चाचा-भतीजा के बीच इस ‘ट्विटर वॉर’ के कारण महाराष्ट्र की लड़ाई और दिलचस्प हो गई है। शरद पवार ने कहा कि एनसीपी शिवसेना और कॉन्ग्रेस के साथ है। जबकि अजित ने कहा था कि एनसीपी भाजपा के साथ है।
There is no question of forming an alliance with @BJP4Maharashtra.
— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) November 24, 2019
NCP has unanimously decided to ally with @ShivSena & @INCMaharashtra to form the government. Shri Ajit Pawar’s statement is false and misleading in order to create confusion and false perception among the people.
उधर भाजपा विधायकों की भी बैठक ख़त्म हो गई है। बैठक के बाद भाजपा नेता आशीष शेलार ने कहा कि भाजपा आराम से बहुमत साबित कर देगी। उन्होंने बताया कि भाजपा का समर्थन कर रहे अन्य निर्दलीय विधायकों की बैठक किसी अन्य स्थल पर होगी। उधर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने आरोप लगाया कि भाजपा सुप्रीम कोर्ट से ज्यादा समय चाहती है ताकि कॉन्ग्रेस विधायकों को प्रलोभन देकर खरीद सके। चव्हाण ने कहा कि विधानसभा के सबसे वरिष्ठ नेता को प्रोटेम स्पीकर बनाया जाना चाहिए।
Ashok Chavan, Congress: Senior-most member of the assembly should be made the Pro-tem Speaker as per the precedence. BJP is trying to gain more time from the Supreme Court, you can understand the motive behind this, they are trying to poach MLAs from other parties. #Maharashtra pic.twitter.com/ZSucM8yXoj
— ANI (@ANI) November 24, 2019
शिवसेना, कॉन्ग्रेस और एनसीपी, तीनों दलों के विधायक अलग-अलग होटलों में रुके हुए हैं। उद्धव ठाकरे ने इन विधयकों से मुलाक़ात की। उन्होंने और शरद पवार ने एनसीपी विधायकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि उनका ये गठबंधन लम्बे समय तक चलेगा। पवार ने अपने विधायकों को ढाँढस बंधाते हुए कहा कि घबराने की बात नहीं है क्योंकि विपक्षी दलों के पास संख्याबल है।