पूरा देश इस वक्त कोरोना महामारी से जूझ रहा है। महामारी के इस दौर में सोशल मीडिया पर कई तरह की खबरें वायरल हो रही हैं जिन्हें लोग आँख बंद करके शेयर कर रहे हैं। हालाँकि इनमें से कई खबरें फर्जी भी होती हैं। ऐसे में इन्हें शेयर करने से पहले इस बात पर गौर करना बहुत जरूरी है कि कौन सी खबर सही है और कौन सी फर्जी। ऐसी ही एक खबर अंडमान को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। कॉन्ग्रेस नेता शशि थरूर ने भी ट्विटर पर इस खबर को शेयर किया है।
Several false claims regarding the #COVID situation in the Andamans are in circulation#PIBFactCheck
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) May 11, 2021
▶️The Island has the highest tests per million in country i.e. 9,43,233
▶️Number of deaths recorded during the second wave are 16
▶️Highest recovery rate in the country i.e. 96% pic.twitter.com/l9d3Nz7Isv
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है, ”अंडमान में कोरोना की गंभीर स्थिति को लेकर चिंतित हूँ। जीबी पंत अस्पताल में हर रोज 4-5 मौतें हो रही हैं। 4 लाख लोगों के लिए केवल 50 वेंटिलेटर उपलब्ध हैं। लोगों में लक्षण दिखने के बाद भी टेस्टिंग नहीं हो रही है।” हालाँकि ये खबर कितनी सच है आइए जानते हैं-
क्या है इस खबर की सच्चाई?
पीआईबी के फैक्ट चेक विभाग ने इस खबर की सच्चाई बताई है। उनके मुताबिक सोशल मीडिया पर वायरल हो रही ये खबर पूरी तरीके से गलत है। पीआईबी फैक्ट चेक ने ट्वीट करते हुए बताया है कि शशि थरूर ने जो ट्वीट किया है, उसमें फैक्ट्स गलत हैं।
क्या है सही तथ्य
पीआईबी के मुताबिक अंडमान में हर 10 लाख लोगों में सबसे ज्यादा टेस्ट हो रहे हैं। वहीं दूसरी लहर में कुल 16 लोगों की मौत हुई है। यहाँ रिकवरी रेट भी सबसे ज्यादा है जो कि 96 फीसदी है।
Glad to hear it. My sources are Govt employees on the island, who wrote to me begging for national attention to the problems they were reporting. They are too scared to be identified, so I can’t ask them to come forward. I will take your word for it & hope my sources were wrong.
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) May 12, 2021
पीआईबी द्वारा सच्चाई बताने के बाद शशि थरूर ने ट्वीट करते हुए लिखा, “यह सुनकर खुशी हुई। द्वीप पर मेरे सोर्स सरकार के कर्मचारी हैं, जिन्होंने मुझे इन समस्याओं की तरफ ध्यान आकर्षित करवाने की भीख माँगी थी। वे अपनी पहचान उजागर होने से डरते हैं, इसलिए मैं उन्हें आगे आने के लिए नहीं कह सकता। मैं आशा करता हूँ कि मेरे सोर्स गलत थे।”
गौरतलब है कि इससे पहले कॉन्ग्रेस नेता शशि थरूर ने पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन की मौत की झूठी खबर फैलाई थी। शशि थरूर ने ट्विटर पर लिखा था, “पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन के गुजर जाने से मैं बेहद दुःखी हूँ। मैं उनके साथ अपनी कई सकारात्मक बातचीत को याद करता हूँ। एक बार उन्होंने और दिवंगत केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मुझे BRICS की बैठक के लिए मॉस्को जाने वाली संसदीय समिति का नेतृत्व करने को कहा था।”
अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय मंत्री रहीं सुमित्रा महाजन को NCP सुप्रीमो शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने भी ‘भावपूर्ण श्रद्धांजलि’ देते हुए इसे राजनीतिक और सामाजिक क्षति करार दिया था। हालाँकि, अधिकतर ने बाद में अपने ट्वीट्स डिलीट कर लिए।