दादर में शिवसेना और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा है कि ‘शिवसैनिक सर्टिफाइड गुंडे होते हैं और हमें किसी से भी सर्टिफिकेट लेने की ज़रूरत नहीं है।’ उन्होंने कहा कि जहाँ मराठा और हिंदुत्व के स्वाभिमान की बात आती है, वहाँ हम ‘सर्टिफाइड गुंडे’ हैं। उन्होंने दावा किया कि शिवसैनिक ये ‘गुंडागिरी’ मराठी लोगों के लिए करते हैं। राउत ने इस दौरान भाजपा युवा मोर्चा को चेताया भी।
उन्होंने कहा कि बुधवार (जून 16, 202) को शिवसेना भवन के सामने शिवसैनिकों ने जो किया, ऐसा वो तब भी करते जब वो सत्ता में नहीं रहते। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी को भी शिवसेना भवन के सामने प्रदर्शन नहीं करना चाहिए। शिवसेना मुखपत्र ‘सामना’ के एग्जीक्यूटिव एडिटर ने कहा, “मुंबई आज महाराष्ट्र का हिस्सा सिर्फ इसीलिए है, क्योंकि हमने संयुक्त महाराष्ट्र मूवमेंट के दौरान केंद्र के विरुद्ध गुंडागिरी की।”
राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा, “जो भी शिवसेना भवन पर हमला करने आया, शिवसैनिकों ने उसे ‘प्रसाद’ देकर भेजा है। शिवसैनिकों को मजबूर किया गया तो वो ‘शिव भोजन थाली’ देंगे।” बता दें कि ये सब कुछ राउत के ही एक बयान से शुरू हुआ था, जिसमें उन्होंने अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर के लिए जमीन घोटाले का आरोप लगाते हुए RSS प्रमुख मोहन भागवत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से स्पष्टीकरण देने को कहा था।
“We are certified goondas,” #ShivSena‘s #SanjayRaut declared on Thursday after Sena-BJP clashes outside party office in Mumbai pic.twitter.com/jp0RjEnbtp
— editorji (@editorji) June 18, 2021
इसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने शिवसेना भवन के सामने विरोध प्रदर्शन किया। संजय राउत ने कहा कि शिवसेना भवन सिर्फ पार्टी का ही नहीं, बल्कि महाराष्ट्र और मुंबई का भी गर्व है। उन्होंने पूछा कि कोई हमला करने आएगा तो क्या शिवसैनिक चुपचाप बैठे रहेंगे? उन्होंने कहा कि ‘सामना’ में लिखा गया है कि अगर कोई झूठे आरोप लगा कर राम मंदिर को बदनाम कर रहा है तो उस पर कार्रवाई की जाए।
साथ ही पूछा कि इसमें गलत क्या है? TOI के सूत्रों के अनुसार, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल से कहा है कि किसी को कानून-व्यवस्था बिगाड़ने वाली हरकत नहीं करनी चाहिए। वहीं आगामी विधानसभा चुनाव पर संजय राउत ने कहा कि अगर शिवसेना-NCP साथ लड़ती है और कॉन्ग्रेस-भाजपा अकेले-अकेले उतरती है तो चमत्कार हो सकता है। ‘सामना’ में ही मध्यावधि चुनाव की अटकलें लगाई गई थीं।