Saturday, May 4, 2024
Homeदेश-समाजछत्तीसगढ़ में नक्सली जोड़े को साथियों ने ही दी प्यार की 'सज़ा', 'जन अदालत'...

छत्तीसगढ़ में नक्सली जोड़े को साथियों ने ही दी प्यार की ‘सज़ा’, ‘जन अदालत’ लगा दोनों की हत्या: 14 मामलों में थे आरोपित

गुरुवार (6 जनवरी, 2021) को नक्सलियों ने तीन लोगों की हत्या की थी, जिसमें से ये दो नक्सली थे, जबकि तीसरा एक ग्रामीण था।

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने प्यार में पड़कर नक्सल कैंप छोड़कर भागने के आरोपित अपने ही दो साथियों को जन अदालत लगाकर हत्या कर दी। इन दोनों पर पर पुलिस की मुखबिरी करने का शक था। मारे गए दो नक्सली प्रेमी जोड़े कमलू और मांगी थे। ये दोनों नक्सलियों की मंगलूर एरिया कमेटी से जुड़े हुए थे।

बस्तर रेंज के आईजी पी सुंदरराजन के मुताबिक, गुरुवार (6 जनवरी, 2021) को नक्सलियों ने तीन लोगों की हत्या की थी, जिसमें से ये दो नक्सली थे, जबकि तीसरा एक ग्रामीण था। आईजी ने कहा कि मारे गए नक्सली कमलू पुनेम मिलिशिया प्लाटून कमांडर था, जबकि मांगी मिलिशिया सदस्य थी। तीन लोगों की हत्या के मामले में स्थानीय पुलिस को विभिन्न सूत्रों के हवाले से ये सूचना मिली है कि माओवादी ने ये हत्याएँ जिले के अंदरूनी हिस्से गंगलूर क्षेत्र में की है।

पुलिस को मिले इनपुट्स के अनुसार कमलू और मांगी नक्सलवादी के तौर पर साथ में काम करते हुए एक दूसरे के करीब आए और दोनों को एक-दूसरे से प्यार हो गया। आईजी सुंदरराजन ने कहा कि शादी करने के लिए दोनों अपनी नक्सल रैंक को छोड़कर भाग निकले, लेकिन उनके कॉमरेड साथियों ने उन्हें ढूँढ लिया। इसके बाद इंदीनार गाँव में जन अदालत लगाकर दोनों को मौत की सजा सुनाई गई। वहीं तीसरे व्यक्ति को लेकर कोई जानकारी नहीं मिल सकी है।

दोनों के खिलाफ चल रहे थे कई केस

रिपोर्ट के मुताबिक, कमलू के खिलाफ 11 आपराधिक मामले चल रहे थे, उसकी गर्लफ्रेंड मांगी बीजापुर जिले के कई पुलिस थानों में तीन मामलों में वाँटेड थी।

नक्सलियों में असंतोष

नक्सली सुरक्षा बलों से बार-बार मिल रही मात से बौखलाए हुए हैं। इसी असंतोष के कारण केवल शक होने पर वे अपने ही साथियों की निर्मम हत्याएँ कर रहे हैं। पश्चमी बस्तर संभाग में खास तौर से इस तरह की घटनाएँ बढ़ी हैं।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘पटना वाले शहज़ादे ने बिहार को अपनी जागीर समझा’: दरभंगा पहुँचे PM मोदी ने RJD पर किया वार, कहा – बलिदानी सैनिकों में भी...

हमारी प्रेरणा कर्पूरी ठाकुर जी हैं, कुछ समय पहले जिन्हें भारत रत्न देने का सौभाग्य हमें मिला है। नेहरू ने भी मजहब के आधार पर आरक्षण का विरोध किया।"

कॉन्ग्रेस को टुकड़े-टुकड़े गिरोह बता साथियों समेत BJP में शामिल हुए अरविंदर सिंह लवली: कहा – देश के लिए काम कर रही भाजपा, कॉन्ग्रेस...

2001-02 में उन्हें दिल्ली विधानसभा द्वारा सर्वश्रेष्ठ विधायक का ख़िताब भी मिला। 2003 में 'टाइम्स ऑफ इंडिया' (TOI) और 'हिंदुस्तान टाइम्स' (HT) ने उन्हें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला MLA चुना।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -