तमिलनाडु के बिजली मंत्री वी सेंथिल बालाजी को बुधवार (14 जून 2023) को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार कर लिया। कैश फॉर जॉब घोटाले को लेकर एजेंसी ने उनके ठिकानों पर छापेमारी की थी। हिरासत में लिए जाने के बाद उन्होंने सीने में दर्द की शिकायत की। इसके बाद उन्हें मेडिकल के लिए ले जाया गया, जहाँ वह फूट-फूटकर रोते नजर आए।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सेंथिल बालाजी मंगलवार (13 जून, 2023) को मॉर्निंग वॉक पर निकले थे। इसी दौरान सुबह करीब 7 बजे ईडी ने उनके घर पर छापा मारा था। इसकी सूचना मिलने पर बालाजी टैक्सी पकड़ कर घर गए। इसके बाद शुरू हुई लंबी पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। अब ईडी उन्हें कोर्ट में पेश कर रिमांड की माँग करेगी।
रोते नजर आए सेंथिल बालाजी
लंबी पूछताछ के बाद जब ED ने सेंथिल बालाजी को हिरासत में लिया, तब उन्होंने सीने में दर्द होने की शिकायत की। इसके बाद उन्हें मेडिकल जाँच के लिए चेन्नई के ओमंदुरार सरकारी हॉस्पिटल ले जाया गया। जहाँ वह रोते हुए नजर आए। इस दौरान मंत्री के समर्थक हॉस्पिटल के बाहर नारेबाजी करते दिखाई दिए।
#WATCH | Rapid Action Force deployed at Omandurar government hospital in Chennai, where Tamil Nadu Electricity Minister V Senthil Balaji has been brought for medical examination
— ANI (@ANI) June 14, 2023
ED took him (Senthil) into custody last night in connection with a money laundering case. https://t.co/Oe4crk8Ota pic.twitter.com/l0Mh8W2uWj
इस मामले में DMK सांसद एनआर एलांगो का कहना है, “जब सेंथिल बालाजी को ICU में भर्ती किया जा रहा था, तब मैंने उन्हें देखा था। डॉक्टर उनका मेडिकल चेकअप कर रहे हैं। यह एक प्रक्रिया के तहत हो रहा है। जब कोई कहता है कि उसके साथ मारपीट की गई तो डॉक्टर उसकी सभी चोटों को नोट कर रिपोर्ट देते हैं। बाकी चीजें रिपोर्ट सामने आने के बाद पता चलेगीं। सेंथिल की गिरफ्तारी को लेकर ED ने हमें आधिकारिक तौर पर सूचित नहीं किया।” वहीं, DMK मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने कहा, “सेंथिल बालाजी का इलाज चल रहा है। हम इससे कानूनी तौर पर निपटेंगे। भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की डराने वाली राजनीति से हम नहीं डरते।”
क्यों हुई गिरफ्तारी
सेंथिल बालाजी की गिरफ्तारी परिवहन विभाग में हुए कैश फॉर जॉब घोटाला मामले में हुई। साल 2011 से 2016 तक AIADMK सरकार में सेंथिल बालाजी परिवहन मंत्री थे। इसी दौरान उन पर नोट के बदले नौकरी देने का आरोप है। इस घोटाले का खुलासा होने के बाद जाँच टीम गठित की गई। पुलिस ने जाँच कर सेंथिल बालाजी समेत 46 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की। इस घोटाले में परिवहन विभाग के कई बड़े अधिकारियों को भी नामजद किया गया है।
चूँकि मामला मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा हुआ है। ऐसे में जाँच पुलिस और आयकर विभाग से होते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) तक पहुँच गई। इसके बाद ED ने उन्हें नोटिस भेजा था। लेकिन सेंथिल ED के इस नोटिस के खिलाफ कोर्ट चले गए, जहाँ उन्हें सुप्रीम कोर्ट ने राहत देने से इनकार करते हुए पुलिस और ED को जाँच करने की अनुमति दे दी। इसके बाद अब ईडी ने छापेमार कार्रवाई करते हुए सेंथिल बालाजी को गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले आयकर विभाग भी उनके ठिकानों पर छापेमारी कर चुका है।