पीएम ने IAF पर बात करते हुए कहा कि खबरें तो ये भी हैं कि उस समय भी हमारी वायुसेना ने कहा था कि हमें खुली छूट दीजिए। लेकिन हमारे सुरक्षाबलों को छूट नहीं दी गई। उनके हाथ-पैर बाँध कर कहा गया कि आतंक का मुकाबला करिए।
टेलीग्राफ के मुताबिक नीरव मोदी लंदन सेंटर पॉइंट टावर ब्लॉक के पास में तीन बैडरूम के आलिशान फ्लैट में रह रहा है। वह प्रतिदिन बिना किसी डर के अपने कुत्ते को लेकर घर से ऑफिस जाता है।
बताया जा रहा था कि जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री यूनिट के जवान मोहम्मद यासीन को उनके घर से अगवा कर लिया गया जो कि काज़ीपोरा चाडोरा के रहने वाले हैं और 26 फरवरी से 31 मार्च तक की छुट्टियाँ बिताने के लिए घर आए हुए थे।
CII के इस सर्वे में 1,05,347 MSME ने भाग लिया। सर्वे बताता है कि पिछले 4 सालों के दौरान छोटे उद्योग-धंधों ने सबसे ज्यादा रोजगार के मौके पैदा किए और इस दौरान किए गए आवश्यक सुधारों के कारण अगले 3 सालों में भी ऐसा ही होने की उम्मीद है।
इस बार भी पाकिस्तान ने अपने न्यूक्लिअर कमांड अथॉरिटी की मीटिंग बुलाकर ब्लफ खेलने की कोशिश की थी, लेकिन परिणाम में उसे भारत की चुप्पी की जगह, उसके अत्याधुनिक F16 को भारतीय मिग का शिकार होना पड़ा।
पहले तो ऐसे मसलों पर बात ही नहीं होनी चाहिए, और अगर हो भी रही है तो खुदाई में निकले मंदिर और बक्सों में बंद सबूतों को बाहर लाकर, उस पर निर्णय हो, न कि दलाली से, जिसके लिए आपने मीडिएशन और मध्यस्थता जैसे सुनने में अच्छे लगने वाले शब्द बना दिए हैं।
यह फैसला पाँच जजों पांच जजों की संवैधानिक बेंच ने दिया है जिसमें चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस चंद्रचूड़, जस्टिस एस अब्दुल नज़ीर, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस ए बोबडे शामिल थे।
आज हम गाज़ी फ़क़ीर की बात इसीलिए कर रहे हैं क्योंकि इससे जुड़ी एक बड़ी ख़बर आई है। उसके इतिहास और भूगोल को समझने से पहले हमें आईपीएस अधिकारी पंकज चौधरी के केस को समझना पड़ेगा, जिन्हें आज बर्ख़ास्त कर दिया गया।
मीडिया गिरोह और देश के आदर्श लिबरल समूह की बौखलाहट साफ़ है। इसे पिछले 4 सालों में हर दूसरे दिन ये कहते हुए सुना गया है कि देश का मतलब नरेंद्र मोदी नहीं है।