Saturday, April 27, 2024

सामाजिक मुद्दे

चावल के बोरों से हिन्दू आत्माओं की डकैती करने वाली करुणा और सद्भावना की मूर्ति मदर टेरेसा

'प्रार्थनाओं' से ठीक कर देने की कहानियाँ Vs 'प्रेयर्स' के जरिए उपचार करने वाली मदर! इन दोनों के बीच चावल के बैग्स का अंतर सबसे प्रमुख।

4599 मंदिर, 31250 हिंदू घर-दुकान को कट्टरपंथियों ने किया ध्वस्त… ‘बाबरी’ की आड़ में मीडिया छुपाता है ये आँकड़े

मीडिया के दुष्प्रचार ने आतंकियों को बदला लेने, हिंदुओं के खिलाफ अभियान चलाने और हिंसा के लिए संप्रदाय विशेष के सभ्य लोगों को भड़काने का काम किया।

किसानों को MSP से भी ज्यादा कीमत… लेकिन ‘गैंग’ बना रहा भय का माहौल, कर रहा खेतिहरों का नुकसान

"एक देश एक मार्केट" - मार्केट में जितनी प्रतिस्पर्धा, किसान-व्यापारी को उतनी अच्छी क़ीमत। किसान फसल को अपने या दूसरे प्रदेश में बेच सकता है।

राम मंदिर भूमिपूजन के बाद पहली स्वतंत्रता दिवस के मायने, क्योंकि अयोध्या से आगे मथुरा-काशी भी है…

एक तरफ है करीब 1000 साल से चल रहा छल, प्रपंच और जोर। दूसरी तरफ है हिंदुओं का वह नैतिक बल, जिसका पहला पड़ाव सोमनाथ का पुनरुद्धार था। वह भारतीय चेतना, जिसकी अप्रतिम ऊर्जा अयोध्या है। वह सनातनी संस्कृति, जिसका प्रकाश पुंज मथुरा-काशी है।

आत्मनिर्भरता की रीति में बनी नई शिक्षा नीति

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में कहीं भी इस बात का बिल्कुल ही जिक्र नहीं है कि अंग्रेजी को एकदम हटाया जाए। इस नीति में यह स्पष्ट रूप से कहा गया है कि जो भी विदेशी भाषा है, उसको विदेशी भाषा के रूप में पढ़ाया जाएगा।

राम मंदिर निर्माण का विरोध करने वाले बाबर की मानस संतान

5 अगस्त की घटना को सीमित, संकुचित राजनीतिक और धार्मिक नजरिए से देखने वाले फिर एक मूलभूत गलती कर रहे हैं। वे इस समाज और उसमें व्याप्त चेतना को समझ ही नहीं पा रहे।

उनके प्रपंच का गुंबद था अयोध्या, ढह गया, पर राम मंदिर के उत्साह में मथुरा-काशी का दर्द न दबे

आज भले अयोध्या पर उनके प्रपंच का गुम्बद ढह गया है। लेकिन बाबरी मस्जिद बनाने के बाद से करीब 500 साल का इतिहास जोर, छल और प्रपंच का ही गवाह रहा।

सदियों से ईद की मुबारकबाद लेने वाले क्या श्रीराम मंदिर के जश्न में आपके साथ हैं?

आज खुद को श्रीराम से अलग बताने का समय नहीं। आत्मविश्लेषण करते हुए पूछने का समय है कि आज आपकी ख़ुशी में आपके कितने मुस्लिम और सेक्युलर मित्र आपके साथ खुश हैं?

काबुल की अँधेरी कब्र में बाबर और उजाले में आज की अयोध्या: राम हमारे DNA में और हमारी गर्भनाल अयोध्या में

1528 का साल हजारों वर्ष पुरानी अयोध्या पर भीषण वज्रपात का साल है। मंदिर मटियामेट कर दिए गए और आश्रम उजाड़ दिए गए। बारूद की गंध...

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020: अजीत भारती का विश्लेषण | Ajeet Bharti on NEP 2020

IIT से लेकर डीयू तक में अलग-अलग समस्याएँ हैं। बच्चे स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर शिक्षा ग्रहण करते हुए भी केवल रट्टा मारकर उत्तीर्ण होना चाहते हैं।

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