Thursday, October 10, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयअपने हाल पर छोड़ दिए गए पाकिस्तान के सोढ़ा राजपूत, 900 ब्लैकलिस्ट: शादी-विवाह से...

अपने हाल पर छोड़ दिए गए पाकिस्तान के सोढ़ा राजपूत, 900 ब्लैकलिस्ट: शादी-विवाह से लेकर धार्मिक मान्यताओं के लिए भारत पर हैं आश्रित

पाकिस्तान के सांसद और हिंदू रियासत के राजा राणा हमीर सिंह सोढ़ा कहते हैं, "भारत की मोदी सरकार ने हिंदुओं के लिए अन्य सरकारों की अपेक्षा बहुत अधिक किया है और कर भी रही है। पाकिस्तान के हिंदुओं के लिए भी उन्होंने कदम उठाए हैं। इसलिए इन हिंदुओं को ब्लैकलिस्ट के नाम हटाना चाहिए।"

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi Government) पड़ोसी देशों और दुनिया भर के हिंदुओं के लिए भारत को नैसर्गिक घर बताते रही है और उसके लिए नागरिकता संशोधन कानून (CAA) भी बना चुकी है। हालाँकि, भाजपा सरकार (BJP Government) ने पाकिस्तान के 900 हिंदुओं (Pakistani Hindu) को ब्लैकलिस्ट कर दिया है। ब्लैकलिस्ट का अर्थ है कि उन्हें भारत आने के लिए अब वीसा नहीं दिया जाएगा।

ब्लैकलिस्ट लोगों की सूची में अधिकांश लोग पाकिस्तान के उमरकोट के रहने वाले परमार क्षत्रिय (Parmar Kshatriya) वंश के सोढ़ा राजपूत (Sodha Rajput) हैं। पाकिस्तान में सोढ़ा क्षत्रियों की रियासत है अमरकोट, जिसे पाकिस्तान में उमरकोट कहा जाता है। यहाँ के क्षत्रिय परिवारों की रिश्तेदारियाँ भारत में हैं, खासकर गुजरात और राजस्थान में।

सनातन धर्म (Sanatan Dharma) के नियमों के तहत सोढ़ा क्षत्रियों में भी अपने कुल और गोत्र में शादियाँ नहीं होती हैं। इसलिए वे शादियों के लिए मुख्यत: राजस्थान और गुजरात के अन्य क्षत्रिय कुलों पर निर्भर होते हैं। वे परिवार में शादी योग्य लड़के और कन्याओं का रिश्ता खोजने के लिए भारत आते हैं। पाकिस्तान के सोढ़ा क्षत्रिय परिवार के लगभग हर घर की रिश्तेदारी भारत में है।

सोढ़ा परिवार की कुलदेवी पाकिस्तान स्थित हिंगलाज माता (Hinglaj Mata) हैं, जो हिंदुओं (Hindus) की सिद्ध शक्तिपीठ हैं। शादी के बाद सोढ़ा परिवार का लड़का या लड़की सबसे पहले अपनी कुलदेवी हिंगलाज माता का दर्जन करने पाकिस्तान जाते हैं। वैसे ही पाकिस्तान में विवाहित हिंदू भी राजस्थान में अपनी कुलदेवी के दर्शन के लिए आते हैं।

काली सूची में 900 से अधिक सोढ़ा क्षत्रिय

भारत सरकार द्वारा इन लोगों को वीसा नहीं देने और 900 लोगों को ब्लैकलिस्ट करने के बाद उनकी परेशानियाँ बढ़ गई हैं। पिछले 4-5 वर्षों में सोढ़ा राजपूतों को केंद्र सरकार वीसा नहीं जारी कर रही है। केंद्र सरकार का कहना है कि जब ये पाकिस्तानी हिंदू भारत आते हैं तो तय अवधि से अधिक समय तक रह जाते हैं।

इसको लेकर सोढ़ा राजपूतों का कहना है कि भारत में रिश्ता खोजने और तय करने में समय लग जाता है, इसलिए वे कुछ अधिक समय तक रह जाते हैं। हालाँकि, उनका यह भी कहना है कि वे इसके लिए कानून वीसा बढ़वाते हैं। वे भारत में गैर-कानूनी तरीके से नहीं रहते।

पिछले 5 पाँच वर्षों से सरकार द्वारा अपनाई गई इस वीसा नीति के कारण कई भारत और पाकिस्तान के कई लोग अपने परिवार उत्सव और दुख में शामिल नहीं हो पाए। शक्ति सिंह सोढ़ा पाकिस्तान के उमरकोट में रहते हैं और वे चार बहनों के इकलौते भाई हैं। उनकी चारों बहनों की शादी राजस्थान में हुई है।

शक्ति सिंह सोढ़ा कहते हैं कि पिछले कुछ सालों से वे वीसा के लिए आवेदन कर रहे हैं, लेकिन पाकिस्तान स्थित भारतीय दूतावास उनके आवेदन को खारिज कर दे रहा है। इसलिए वे अपनी बहनों से नहीं मिल पा रहे हैं। वहीं, कुछ ऐसे भी परिवार हैं, जिनके बुजुर्ग स्वर्ग सिधार गए या उनके घर में शादी जैसा उत्सव रहा, फिर भी वे अपने परिवार से नहीं पाए।

पाकिस्तान की इकलौती हिंदू रियासत के राजा ने ऑपइंडिया को बताई समस्या

पाकिस्तान की इकलौती हिंदू रियासत और सिंध के अमरकोट (अब उमरकोट) के क्षत्रिय राजा और पाकिस्तान के प्रसिद्ध हिंदू नेता राणा हम्मीर सिंह सोढ़ा (Rana Hamir Singh Sodha) ने इस विषय पर ऑपइंडिया से विस्तार से बात की।

राणा हमीर सिंह ने कहा, “हमारे लोग सदियों से राजस्थान और गुजरात के विभन्न क्षत्रिय कुल के लोगों में शादी-ब्याह करते हैं। बँटवारे के बाद अब पाकिस्तान स्थित सिंध के राजपूतों को भारत के गुजरात और राजस्थान जाना पड़ता है।”

भारत के राजस्थान के समीवर्ती जिलों से सटे पाकिस्तान के सिंध राज्य के थारपारकर, उमरकोट और संघार जिलों के सोढ़ा राजपूत राजस्थान में सिर्फ रिश्तों के लिए ही नहीं आते, बल्कि वे अपनी जड़ों से जुड़े धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताओं के कारण भी आते हैं।

दरअसल, कॉन्ग्रेस की सरकार ने साल 2007 में सोढ़ा राजपूतों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए उनकी वीसा की अवधि 40 दिन से बढ़ाकर 6 महीने तक करने का निर्णय लिया था। पाकिस्तान में उच्चायुक्त रह चुके राजस्थान के तत्कालीन राज्यपाल एसके सिंह (SK Singh) ने सोढ़ा राजपूतों को 6 महीने के लिए वीसा विस्तार की इजाजत दी थी।

राणा हमीर सिंह सोढ़ा कहते हैं, “एसके सिंह पाकिस्तान में राजदूत रहे थे और वे मेरे पिताजी राणा चंद्र सिंह जी के बहुत अच्छे मित्र थे। मैंने अपने लोगों की समस्याओं को ध्यान में रखकर उनसे आग्रह किया था कि हमारे लोगों को वीसा की अवधि को बढ़ाने की सुविधा दी जाए। राज्यपाल के रूप में एसके सिंह जी ने इसकी तुरंत स्वीकृति दे दी।”

कॉन्ग्रेस शासन में पाकिस्तान के हिंदुओं को दिया गया यह वीसा विस्तार अगले 10 सालों तक यानी वर्ष 2017 तक के लिए लागू था। इस दौरान वीसा की अवधि बढ़ाने के लिए उन्हें दिल्ली जाने के जरूरत नहीं होती थी और वे विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (FRRO) से ही इसे हासिल कर सकते थे।

पाकिस्तानी सांसद को PM मोदी पर विश्वास

साल 2014 में जब केंद्र में प्रधानमंत्री नरेेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी और साल 2017 में इसकी अवधि पूरा होने के बाद केंद्र ने इसे विस्तार नहीं दिया। इस दौरान जो भारत में थे और 6 महीने के लिए वीसा विस्तार ले चुके थे, उन्हें ‘ओवर स्टे’ बताकर ब्लैकलिस्ट यानी काली सूची में डाल दिया गया।

पाकिस्तानी सांसद राणा हमीर सिंह सोढ़ा कहते हैं, “भारत की मोदी सरकार ने पाकिस्तानी हिंदुओं के लिए अन्य सरकारों की अपेक्षा बहुत अधिक किया है और आज भी कर रही है। इसलिए इन हिंदुओं का नाम ब्लैकलिस्ट की सूची से हटा देना चाहिए।” वे कहते हैं कि जिन लोगों को ब्लैकलिस्ट किया गया है, उनके पास वीसा विस्तार के कागजात थे। इसलिए ओवरस्टे कैसे हुआ, इस पर भारत सरकार को फिर से विचार करना चाहिए।

राणा हमीर सिंह सोढ़ा कहते हैं, “पाकिस्तान से भारत जाने वाले हिंदुओं को पाँच सालों में नागरिकता आदि देने का काम भाजपा ने किया है, लेकिन इस मुद्दे को भारत में उठाने वाला कोई नेता है ही नहीं। अगर सरकार के ध्यान में यह मुद्दा आ गया तो वह इसे सॉल्व कर देगी।”

किसी पार्टी के लिए नहीं है यह मुद्दा

राणा हमीर सिंह की बातों में दम है कि किसी राजनेता ने इस मुद्दे को प्रमुखता से केंद्र के समक्ष नहीं उठाया। लेखक ने इस मामले को लेकर राजस्थान सरकार के कई स्तर के सचिवों से बात की, लेकिन अधिकांश को इस बारे में बहुत अधिक जानकारी नहीं थी। उन्हें ये भी पता नहीं था कि केंद्र के इस कदम पर राज्य सरकार ने कोई प्रतिक्रिया दी है नहीं।

इस मामले को लेकर लेखक ने विश्व हिंदू परिषद (VHP) के कई शीर्ष अधिकारियों से बात की। हर मुद्दे पर बात रखने वाले VHP के एक प्रवक्ता ने कहा कि इस मामले पर संगठन
के कार्यपालक अध्यक्ष आलोक कुमार (Alok Kumar) ही कुछ कह पाएँगे।

लेखक ने उनको फोन किया तो उनके सहायक ने उठाया और बताया कि वे मीटिंग में हैं और कुछ देर बाद बात करेंगे। लेखक ने मुद्दे से उनके सहायक को अवगत करा दिया। इसके बाद उन्हें कई बार फोन किया गया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की।

लेखक ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) से भी संपर्क किया। उनके आवास के एक अधिकारी से बात की। अधिकारी ने लेखक का फोन नंबर लेते हुए कहा कि इस मामले में शुक्रवार (10 जून 2022) को वे बयान के लिए उपलब्ध होंगे। अगर CM गहलोत इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया देते हैं तो इस लेख को अपडेट जरूर करेंगे।

कॉन्ग्रेस ने भाजपा पर लगाया आरोप

कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान सरकार में मंत्री परिवहन एवं सैनिक कल्याण मंत्री प्रताप सिंह काचरियावास (Pratap Singh Khachariyawas) ने वीसा संबंधी दिक्कतों के लिए भाजपा की केंद्र सरकार को दोषी ठहराया। उन्होंने कहा कि जो काम कॉन्ग्रेस ने किया था, उसे भाजपा ने विस्तार नहीं दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए वे केंद्र सरकार को पत्र लिखेंगे।

ऑपइंडिया से बात करते हुए कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खचरियावास ने कहा, “केंद्र सरकार ने गलत किया है। हम राज्य सरकार की ओर से इस मामले पर केंद्र को पत्र लिखेंगे और माँग करेंगे कि उन्हें सबसे पहले ब्लैकलिस्ट से हटाया जाए। इसके साथ ही इन हिंदू लोगों को तुरंत वीसा देने की सुविधा दी जाए।”

कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं सांसद शक्ति सिंह गोहिल (Shakti Singh Gohil) ने ऑपइंडिया को बताया कि पाकिस्तान से सोढ़ा परिवार और जट परिवार से लेकर तमाम हिंदू परिवार सीमावर्ती जिलों में आते रहते हैं। इन परिवारों के लिए कॉन्ग्रेस सरकार (Congress Government) ने बहुत कुछ किया है।

शक्ति सिंह गोहिल आगे बताते हैं, “वे (पाकिस्तानी हिंदू) हमारे लोग हैं। उन्हें ब्लैकलिस्ट कर देना एकदम जायज नहीं है। मैं इस मामले में प्रधानमंत्री जी से अनुरोध करूँगा और कहूँगा कि इन लोगों के एक प्रति मानवीय संवेदना अपनाएँ और उन्हें काली सूची से हटाएँ।”

कॉन्ग्रेस के दिल्ली प्रभारी गोहिल ने कहा कि गुजरात में विपक्ष के नेता रहने के दौरान उन्होंने इस मुद्दे को विधानसभा में भी उठाया था। इतना ही नहीं, उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात कर इस समस्या का समाधान निकालने का भी आग्रह किया था। हालाँकि, मामला आज भी वैसा ही है।

सरकार इस पर काम कर रही है- भाजपा

पाकिस्तानी हिंदुओं को लेकर बेहद संवेदनशील और उनके लिए कई काम करने वाले भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल (Gopal Krishna Agrawal) ने इस संबंध में ऑपइंडिया से बात की।

गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने कहा कि पाकिस्तान के ब्लैकलिस्ट किए गए 900 हिंदुओं के मामले को वे केंद्र सरकार के संज्ञान में लाएँगे। उन्होंने यह भी कहा कि जिन हिंदुओं को भारत में वीसा मिलने में दिक्कत आ रही है, उनके लिए भी वे बात करेंगे।

गोपाल कृष्ण अग्रवाल आगे कहते हैं, “भाजपा ने ही CAA जैसा कानून बनाकर पड़ोस के देशों में पीड़ित हिंदुओं को राहत देने के लिए कदम उठाया है। इसलिए कॉन्ग्रेस द्वारा कहना कि सरकार पड़ोसी देशों के हिन्दुओं के लिये काम नहीं कर रही, यह बात गलत और राजनीति से प्रेरित है।”

वीसा की समस्या से जुझ रहे पाकिस्तान के हिंदुओं के मामले पर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) ने ऑपइंडिया से कहा कि केंद्र सरकार इस मुद्दे को लेकर बेहद संवेदनशील है और इस दिशा में काम कर रही है। जल्दी ही इसको लेकर अच्छे परिणाम सुनने को मिलेंगे।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

सुधीर गहलोत
सुधीर गहलोत
प्रकृति प्रेमी

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ब्रिटिश राजकुमारी से जिस मुस्लिम का था संबंध, उसके अब्बा ने 100+ लड़कियों का किया रेप/यौन शोषण, वर्जिन लड़कियों को खोजने के लिए होती...

मोहम्मद अल फायेद मिस्र में पैदा हुआ था। वह 1970 के दशक में मिस्र से ब्रिटेन आ गया था। यहाँ उसने 1985 में हैरड्स खरीदा और महिलाओं का रेप किया।

दशहरे में जहाँ भगवान राम की जीत का उत्सव मना रहे करोड़ों हिंदू, वहीं Al Jazeera छाप रहा ‘विवादित मंदिर’

एक तरफ दुनिया भर के हिंदू भगवान राम की जीत उत्सव मना रहे हैं, वहीं अल जजीरा जैसा इस्लामी मीडिया हाउस राम मंदिर को विवादित बता रहा है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -