Tuesday, April 23, 2024
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17 साल के प्रेमी से मिलने उत्तराखंड पहुॅंची 37 वर्षीय ऑस्ट्रेलियाई महिला, रेलवे स्टेशन से क्वारेंटाइन में भेजी गई

पूछताछ में महिला ने अधिकारियों को बताया कि वह नैनीताल में अपने पति से मिलने जा रही है। इसके बाद पुलिस ने उक्त व्यक्ति से संपर्क किया, जिसके बाद 17 वर्षीय युवक महिला को लेने के लिए रेलवे स्टेशन पहुँच गया। लेकिन युवक ने महिला का पति होने से इनकार कर दिया और बताया कि वह उसका प्रेमी है।

पूरा विश्व कोरोना महामारी से जूझ रहा है। इसके संक्रमण से बचने के लिए लोग अपने घरों में कैद हैं। पीड़ित अस्पतालों में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे। ऐसे वक़्त में उत्तराखंड से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। 37 वर्षीय एक ऑस्ट्रेलियाई महिला अपने 17 वर्षीय प्रेमी से मिलने उत्तराखंड के काठगोदाम रेलवे स्टेशन पहुँच गई। रेलवे स्टेशन पर महिला को अकेले देख अधिकारियों में हड़कंप मच गया। पूछताछ के बाद अधिकारियों ने उसे क्वारेंटाइन में भेज दिया।

अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार को रानीखेत एक्सप्रेस में सवार होकर ऑस्ट्रेलियाई महिला कोलकाता से उत्तराखंड के काठगोदाम रेलवे स्टेशन पहुँची। पूछताछ में महिला ने अधिकारियों को बताया कि वह नैनीताल में अपने पति से मिलने जा रही है। इसके बाद पुलिस ने उक्त व्यक्ति से संपर्क किया, जिसके बाद 17 वर्षीय युवक महिला को लेने के लिए रेलवे स्टेशन पहुँच गया। लेकिन युवक ने महिला का पति होने से इनकार कर दिया और बताया कि वह उसका प्रेमी है। इसी बीच सूचना पर रेलवे स्टेशन एक एम्बुलेंस पहुँची, और मेडिकल जाँच के बाद महिला को क्वारेंटाइन कर दिया गया।

पूछताछ में युवक ने अधिकारियों को बताया कि वह गोवा के एक होटल में शेफ का काम करता है। इसी बीच महिला से उसकी मुलाकात हुई थी। इसके बाद वे कई बार कोलकाता में भी मिले। वहीं महिला ने बताया कि वह पिछले करीब एक साल से भारत में रह रही है। एक दोस्त के साथ वाराणसी से मुरादाबाद पहुँची थी।

वहीं बीते सोमवार को बीडी पांडे अस्पताल के क्वारेंटाइन वार्ड से दो विदेशी सैलानी सुबह को भाग निकले। इससे अस्पताल प्रबंधन में हड़कंप मच गया। बाद में बमुश्किल पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने दोनों विदेशियों को पकड़ लिया और उन्हें अस्पताल लाने के बाद मोतीनगर हल्द्वानी में बनाए क्वारेंटाइन वार्ड में भेज दिया। हालाँकि दोनों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव है।

जानकारी के अनुसार एक इजरायली युवक और बेल्जियम निवासी युवती अलग-अलग समय में भारत भ्रमण पर आए थे। कई जगह घूमने के बाद 20 मार्च को दोनों नैनीताल पहुँचे। नैनीताल में इन दोनों पर्यटकों को कहीं भी होटल नहीं मिला तो शुक्रवार शाम वह बीडी पांडे अस्पताल पहुँचे। डॉक्टरों से जाँच का अनुरोध किया था। विदेशी सैलानियों की स्वास्थ्य जाँच करने के बाद उन्हें अस्पताल के क्वारेंटाइन वार्ड में भर्ती कर दिया गया। अस्पताल प्रबंधन ने दोनों पर नजर रखने के लिए एसडीआरएफ की टीम को वार्ड के बाहर तैनात किया था, लेकिन सोमवार सुबह साढ़े दस बजे के करीब यह दोनों विदेशी एसडीआरएफ के जवानों को चकमा देकर अस्पताल से भाग निकले।

अस्पताल प्रबंधन ने सैलानियों के अस्पताल से गायब होने की सूचना अपने अफसरों के अलावा जिला प्रशासन और पुलिस को दी। खोजबीन के दौरान लगभग दो घंटे के बाद दोनों सैलानी मल्लीताल स्थित अंडा मार्केट में नजर आए। पुलिस और एसडीआरएफ के जवान दोनों को पकड़कर बीडी पांडे अस्पताल लाए, जहाँ से उन्हें हल्द्वानी के मोतीनगर स्थित क्वारेंटाइन वार्ड में भेज दिया। इस दौरान विदेशी सैलानियों ने अस्पताल प्रबंधन पर कई आरोप भी मढ़े। आपको बता दें कि 22 मार्च से ही उत्तराखंड पूरी तरह से लॉकडाउन है। पूरे देश में 14 अप्रैल तक के लिए लॉकडाउन की घोषणा कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। कोरोना से भारत में मरने वालों की संख्या 11 हो गई है, जबकि इससे संक्रमित लोगों की संख्या 562 है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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