महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्थित द्वारका के काठे गली इलाके में एक दरगाह के निर्माण को लेकर विवाद हो गया है। हिंदू संगठनों का आरोप है कि यह ढाँचा अवैध है और इसे अतिक्रमण करके बनाया गया है। वहीं, इलाके की एक अवैध ढाँचे को हटाने के लिए पहुँची नगर निगम का जमकर विरोध किया गया। इसके बाद पुलिस ने बवाल को देखते हुए इलाके में कर्फ्यू लगा दिया है।
इस कथित अवैध ढाँचे को लेकर सकल हिंदू समाज की माँग की है कि इसे तोड़कर उस जगह पर बजरंग बली का मंदिर बनाया जाए। इसको लेकर हिंदू कार्यकर्ताओं ने शनिवार (22 फरवरी 2025) बड़े विरोध प्रदर्शन का प्लान बनाया था। इसकी भनक लगते ही मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। इसके साथ ही इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
#WATCH | Maharashtra: A dispute over an alleged illegal religious construction in the Kathe Galli area of Nashik's Dwarka led to a curfew being imposed here today.
— ANI (@ANI) February 22, 2025
Police personnel, security forces and barricades are in place to prevent any law and order issues. pic.twitter.com/dLQv3pVRbj
दरअसल, काठे गली से नागजी चौक की ओर जाने वाली सड़क पर एक कथित अवैध धार्मिक स्थल के निर्माण का हिंदू संगठनों ने विरोध किया है। हिंदूवादी संगठनों ने कसम खाई है कि जब तक इस अवैध धार्मिक ढाँचे को हटा नहीं दिया जाता, तब तक वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे। कहा जा रहा है कि विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस ने कुछ साधु-संतों को भी गिरफ्तार किया है।
साधु-संतों की गिरफ्तारी से हिंदू समुदाय और भड़क गया। पुलिस ने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए शुक्रवार (21 फरवरी 2025) की रात से ही उस तरफ जाने वाली कई सड़कों को बंद कर दिया है। आवाजाही को रोकने के लिए जगह-जगह बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं। वहीं, पुलिस उपायुक्त ने मुंबई नाका और भद्रकारी पुलिस सीमा के अंतर्गत की सड़कें भी बंद करा दी है।
यह मामला पिछले 25 वर्षों से चल रहा है। हिंदू संगठनों का कहना है कि नासिक नगर निगम ने अवैध धार्मिक स्थल को नहीं हटाया है। इसलिए प्रदर्शन जारी रहेगा। उधर, प्रदर्शन शुरू होने के पहले ही नगर निगम प्रशासन ने काठे गली इलाके में अनधिकृत धार्मिक स्थलों को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। दरगाह के पास अतिक्रमण को हटाया गया है, लेकिन हिंदू समुदाय पूरे दरगाह को हटाने की माँग कर रहा है।
भाजपा विधायक देवयानी फरांडे ने घटनास्थल का दौरा करने की कोशिश की। हालाँकि, पुलिस ने उन्हें पहले ही रोक दिया। विधायक देवयानी ने आरोप लगाया है, “नासिक में इस समय अनाधिकृत दरगाह का अतिक्रमण हटाने का काम चल रहा है। पूरी दरगाह पर अतिक्रमण है और नगर निगम को इसे हटा देना चाहिए। यह सब (विरोध प्रदर्शन) उनकी (नगर निगम की) लापरवाही के कारण बढ़ रहा है।”