Monday, March 10, 2025
Homeदेश-समाज'हमारी बहन-बेटियाँ गाड़ी में कचरा नहीं डालेंगी… उनका पेट दिखता है': मौलाना ने सफाईकर्मियों...

‘हमारी बहन-बेटियाँ गाड़ी में कचरा नहीं डालेंगी… उनका पेट दिखता है’: मौलाना ने सफाईकर्मियों को ‘गंदी नजर वाला’ बताया, Video वायरल होने के बाद FIR

"मैंने देखा है कि भाभी, माँ या जवान बेटियाँ गाड़ी में कचरा डालती हैं तो उनकी कमीज ऊपर हो जाती है और उनका पेट नजर आता है। ये गंदी, नीच नजर वाले उनको घूर कर देखते हैं।"

इंदौर के एक मौलाना का सोशल मीडिया में वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें वह सफाई कर्मियों को नीच, गंदी नजर वाला बता रहा है। मौलाना की पहचान शादाब खान उर्फ हाफिज के तौर पर हुई है। वीडियो वायरल होने के बाद गुरुवार (10 अगस्त 2023) को सफाई कर्मियों ने इंदौर के चंदन नगर में काम रोक दिया। थाने में हंगामा किया। इसके बाद मौलाना पर एफआईआर दर्ज की गई। वाल्मीकि समाज ने मौलाना के बयान को पूरे समाज का अपमान बताया है।

क्या है मौलाना शादाब के वीडियो में?

मौलाना शादाब वायरल वीडियो में कह रहा है, “अब चंदन नगर में तमाशा नहीं होने देकेंगे। न हम अपनी बहन-बेटी, बच्चियों को सुबह कचरा डालने देंगे। उससे कहेंगे कि हम पैसा भरते हैं और कचरे का टैक्स भरते हैं। तो तेरे मुँह पर और महीने के 60 रुपए मारेंगे, 2 रुपए रोज, लेकिन कचरे की डलिया तू उठाकर डालेगा। हमारी बहन-बेटियाँ गाड़ी में कचरा नहीं डालेंगी।”

वह आगे बोलता है, “मैंने देखा है कि भाभी, माँ या जवान बेटियाँ गाड़ी में कचरा डालती हैं तो उनकी कमीज ऊपर हो जाती है और उनका पेट नजर आता है। ये गंदी नीच नजर वाले उनको घूर कर देखते हैं। सोचिए हमारी बहू, बेटी, माँ का नाखून भी कोई गैर व्यक्ति देखें तो…।”

वीडियो वायरल होने के बाद मौलाना शादाब ने माफी माँगी है। माफी माँगते हुए एक वीडियो मैसेज में कहा कि वायरल वीडियो पिछले साल की है। मैं महिलाओं को समझा रहा था कि वे कचरा खुद से गाड़ी में न डाले। इस दौरान ये शब्द मैंने जानबूझकर नहीं कहे थे। इससे सफाई कर्मियों को जो दुख हुआ है, उसके लिए मैं शर्मिंदा हूँ। वहीं वाल्मीकि समाज के लोग कार्य बहिष्कार की बात कहते हुए उसकी गिरफ्तारी की माँग कर रहे हैं। इस मामले में सफाई कर्मचारी संघ के उपाध्यक्ष सुभाष धौलपुरी की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

बांग्लादेश में हिंसा करते रहे इस्लामी कट्टरपंथी, UN ने बाँध रखे थे फौज के हाथ: जानिए एक्शन में आते ही कैसे रुक जाती सालाना...

बांग्लादेश संयुक्त राष्ट्र के शान्ति मिशन में बड़ी संख्या में सैनिक भेजता है। बांग्लादेश को शान्ति मिशन से हर साल लगभग ₹2600 करोड़ की कमाई होती है। इनमें से आधा ही वह अपने सैनिकों को देता है।

गुलमर्ग फैशन शो से आहत हो गया इस्लाम: हुर्रियत नेता मीरवाइज बोला- रमजान के पाक महीने में ऐसा अश्लील काम, CM उमर ने कहा-...

फैशन शो में पहने गए कपड़े देख कश्मीर में इस्लामी कट्टरपंथी भड़क गए। उन्होंने कहा कि रमजान के महीने में ये सब क्या हो रहा है। स्थानीय इससे सदमे में हैं।
- विज्ञापन -