जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया। अब तक की जानकारी के अनुसार, 20+ पर्यटकों की मौत की ख़बर है। वहीं, कई टूरिस्ट घायल हैं। सुरक्षा बलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि जंगलों में छिपे आतंकियों ने अचानक पर्यटकों पर गोलीबारी कर दी। रिपोर्ट्स के अनुसार, हमलावर सेना की वर्दी में थे।
हमले की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पहलगाम के लिए रवाना हो गए हैं। इससे पहले सऊदी अरब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृहमंत्री अमित शाह से फोन पर बात कर हमले की जानकारी ली। इसके बाद अमित शाह ने दिल्ली स्थिति अपने आवास पर उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक बुलाई, जिसमें IB चीफ तपन डेका, केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, CRPF चीफ ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह और जम्मू-कश्मीर के DGP नलिन प्रभात समेत सेना के अधिकारी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए।
ये हमला उस वक्त हुआ जब घाटी में टूरिस्ट सीजन अपने चरम पर है। जुलाई से अमरनाथ यात्रा भी शुरू होने जा रही है। खूबसूरत वादियों और शांत पहाड़ियों के लिए मशहूर इस इलाके में जब अचानक गोलियों की आवाज़ गूँजी तो वहाँ मौजूद पर्यटक दहशत में आ गए।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद ने ‘कल्चरल इन्वेजन’ कहा था
वहीं, इस दर्दनाक घटना से कुछ समय पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद आगा सैयद रूहुल्लाह मेहदी ने जो बयान दिया था, वह अब और भी सवालों के घेरे में आ गया है। उन्होंने कुछ महीने पहले कहा था कि कश्मीर में टूरिज़्म सांस्कृतिक हमला है। उनका ये बयान मंगलवार (22 अप्रैल, 2025) को पहलगाम में हुए हमले की पृष्ठभूमि में और भी गैर-जिम्मेदार माना जा रहा है।
सांसद रूहुल्लाह ने कहा था, “जो टूरिज़्म कश्मीर की अर्थव्यवस्था को मजबूती देता है, वही यहाँ की संस्कृति पर हमला कर रहा है।” उन्होंने इसे ‘कल्चरल इन्वेज़न’ कहा था और दावा किया था कि इससे कश्मीर की असल पहचान खत्म हो रही है।
सांसद के बयान की बीजेपी जम्मू-कश्मीर के मुख्य प्रवक्ता एडवोकेट सुनील सेठी की तीखी आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि यह बयान घाटी की पर्यटन अर्थव्यवस्था के लिए घातक है। उनका आरोप था कि नेशनल कॉन्फ्रेंस डर फैलाने की राजनीति कर रही है ताकि पर्यटक डरकर घाटी न आएँ। उन्होंने सांसद की टिप्पणी को ‘राजनीतिक आतंकवाद’ करार दिया था।
मंगलवार (22 अप्रैल 2025) को जब पहलगाम की बाईसारन घाटी में हमला हुआ तो अब सवाल और तेज़ी से उठने लगे हैं। क्या सांसद के उस बयान ने कहीं न कहीं उन ताकतों को बल दिया जो घाटी की शांति बिगाड़ना चाहते हैं? पहलगाम के आतंकी हमले के बाद अब यही सांसद बयान जारी करके कह रहे हैं कि कश्मीर ने हमेशा से अतिथियों का खुली बाँहों से स्वागत किया है।
प्रदेश के सीएम ने मृतकों के आँकड़ों पर साधी चुप्पी
I’m shocked beyond belief. This attack on our visitors is an abomination. The perpetrators of this attack are animals, inhuman & worthy of contempt. No words of condemnation are enough. I send my sympathies to the families of the deceased. I’ve spoken to my colleague @sakinaitoo…
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) April 22, 2025
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हमले पर संवेदनाएँ व्यक्त की हैं। उन्होंने कहा, “मैं अविश्वसनीय रूप से स्तब्ध हूँ। हमारे आगंतुकों पर यह हमला एक घृणित कार्य है। इस हमले के अपराधी जानवर, अमानवीय और घृणा के पात्र हैं। निंदा के लिए कोई भी शब्द पर्याप्त नहीं है। मैं मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएँ व्यक्त करता हूँ।”
The death toll is still being ascertained so I don’t want to get in to those details. They will be officially conveyed as the situation becomes clearer. Needless to say this attack is much larger than anything we’ve seen directed at civilians in recent years.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) April 22, 2025
सीएम ने हमले में मारे गए लोगों की संख्या पर चुप्पी साधी है। उन्होंने कहा, “मृतकों की संख्या का अभी पता लगाया जा रहा है इसलिए मैं उन विवरणों में नहीं जाना चाहता। स्थिति स्पष्ट होने पर उन्हें आधिकारिक रूप से बताया जाएगा। कहने की ज़रूरत नहीं कि यह हमला हाल के वर्षों में नागरिकों पर किए गए किसी भी हमले से कहीं ज़्यादा बड़ा है।”