Friday, April 19, 2024
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‘नेशनल दस्तक वाले शम्भू सिंह ने जान से मारने की धमकी दी, हमला किया’: दलित महिला पत्रकार ने कहा – चुप हैं ‘दलित इन्फ्लुएंसर्स’, सवर्ण कर रहे मदद

पूजा माथुर ने यहाँ तक कहा कि अगर उस दिन उनके कैमरामैन धर्मेंद्र उनके साथ न होते, तो वो इस तरह सबके सामने मौजूद नहीं होतीं। पूजा ने कहा कि उन्होंने शम्भू कुमार सिंह का जाति प्रमाण पत्र तो नहीं देखा है, लेकिन वो खुद को दलित-OBC समाज का बताते हैं। हालाँकि, उन्होंने पत्रकारों के पूछने पर ये भी कहा कि उन्होंने ये भी सुना है लोगों से कि शम्भू भूमिहार-ब्राह्मण समाज से आते हैं।

YouTube पर ‘National Dastak’ (नेशनल दस्तक) नाम का एक चैनल है, जो ‘बहुजनों’ के हित में काम करने का दावा करता है इस चैनल को चलाने वाले पत्रकार का नाम है शम्भू कुमार सिंह, जिन पर पूजा माथुर नाम की एक महिला पत्रकार ने धमकी देने और हमला करवाने का आरोप लगाया है। इस संबंध में पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई गई है। पूजा माथुर फ़िलहाल ‘जनहित आवाज़’ नामक यूट्यूब चैनल में सक्रिय हैं। शम्भू सिंह के यूट्यूब चैनल पर 70.7 लाख सब्सक्राइबर्स हैं।

अनुराग ओझा ने ‘नेशनल दस्तक’ चैनल पर पूजा माथुर को लेकर क्या कहा

दरअसल, पूजा माथुर का आरोप है कि ‘नेशनल दस्तक’ यूट्यूब चैनल पर अनुराग नाम के एक व्यक्ति को बुलाया गया था, जिसने उनके चरित्र को लेकर गलत टिप्पणी की। पूजा माथुर ने उक्त वीडियो का एक क्लिप भी ट्विटर पर शेयर किया, जिसमें अनुराग ओझा कहता दिख रहा है, “जबसे हमने पूछना शुरू किया न सवाल, तब से वही पत्रकार, दो-तीन ऐसे जाहिल पत्रकार वो आजकल हमारी शख्सियत बिगाड़ने खुद निकले हैं।”

आगे अनुराग ओझा इस वीडियो में कहता दिख रहा है, “निकले हैं कुछ जाहिल पत्रकार मेरी शख्सियत बिगाड़ने को, जिनके खुद के चेहरे मरम्मत माँग रहे हैं। एक का तो पूजा माथुर नाम है। ये दो-तीन चैनल इतना उपद्रव मचा रहे हैं…”। पूजा माथुर ने इस बयान को लेकर थाने में शिकायत भी दर्ज कराई। आरोप है कि इसी के बाद शम्भू कुमार सिंह ने उन्हें जान से मारने की धमकी दे डाली। पूजा माथुर ने पूछा कि क्या यही उनकी पत्रकारिता है?

उन्होंने अपनी शिकायत में शम्भू कुमार सिंह के अलावा उनकी सहयोगी निधि रत्न का भी नाम लिया है। बता दें कि अनुराग ओझा का जो इंटरव्यू ‘नेशनल दस्तक’ पर आया था, उसमें उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भला-बुरा कहने के साथ-साथ हिन्दू संगठनों की भी आलोचना की है। उसने कहा कि मुस्लिम सबसे बड़े देशभक्त हैं। अनुराग ओझा ने ये भी दावा किया कि रवीश कुमार के अलावा सारे पत्रकार ‘अम्बानी-अडानी’ के बच्चे हैं।

पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में भी पूजा माथुर ने लिखा है कि उन्हें शम्भू कुमार सिंह और निधि रत्न द्वारा जान से मारने व मरवाने की धमकी दी गई है। जिस इंटरव्यू को लेकर उन्हें शिकायत है, वो 16 जनवरी, 2023 को YouTube पर अपलोड किया गया था। इस वीडियो को अब तक 55 लाख से भी अधिक लोग देख चुके हैं। पूजा माथुर ने लिखा है कि अनुराग ओझा ने उनका नाम लेते हुए उनकी छवि पर सार्वजनिक टिप्पणी की है।

बकौल पूजा माथुर, बिना सत्यता जाँचे उन्हें बदनाम करने और उस वीडियो को यूट्यूब पर डालने के लिए अनुराग ओझा और ‘नेशनल दस्तक’ के खिलाफ वो सख्त कार्रवाई की माँग करती हैं। उन्होंने शिकायत की कॉपी ट्विटर पर डालते हुए ‘दिल्ली महिला आयोग’ और इसकी अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के अलावा दिल्ली पुलिस को भी टैग किया। उनका कहना है कि इसी शिकायत को दर्ज कराने के बाद उन्हें हत्या की धमकियाँ मिलीं।

पीड़िता ने पुलिस पर भी लगाया टालमटोल का आरोप, कहा – ब्राह्मण-दलित करता रहता है शम्भू सिंह

‘नेशनल दस्तक’ और शम्भू सिंह के बारे में बता दें कि ये यूट्यूब पर मोदी विरोधी प्रोपेगंडा चलाने में व्यस्त रहते हैं। गौतम अडानी के खिलाफ भी इस चैनल पर जम कर कंटेंट्स चलाए गए। ‘रुबिका लियाकत जाएँगी जेल’, ‘यादवों ने हिला दी मोदी की कुर्सी’, ‘अपने ही जाल में फँसी BJP’, ‘मनु मीडिया को बुलडोजर मुबारक’, ‘क्या रुबिका अपनाएँगी हिन्दू धर्म’, ‘ब्राह्मण ने जब संघ से किया विद्रोह’ – ये वीडियो ताज़ा कंटेंट्स हैं इस चैनल के।

इस यूट्यूब चैनल पर अक्सर बच्चों से बात करते हुए भी मोदी विरोधी चीजें बुलवाई जाती हैं। पूजा माथुर ने कहा है कि शम्भू कुमार सिंह ने उन्हें धमकाते हुए कहा था कि तेरी इतनी हिम्मत तू पुलिस को बुलाएगी, तेरी शकल बिगाड़ दूँगा, तेरी औकात क्या है। उन्होंने आरोप लगाया कि दलितों-पिछड़ों की बात करने के नाम पर वो जातिवाद करता है। पूजा माथुर ने कहा कि उन पर हमला भी किया गया। ये लोग ब्राह्मण-दलित का एजेंडा चलाते हैं।

पूजा माथुर खुद दलित समाज से आती हैं। अनुराग ओझा के बारे में ये भी बता दें कि वो चोटी रखता है और रामनामी कपड़े पहनता है। इसी वेशभूषा में वो हिन्दू विरोधी बातें करता है। पूजा माथुर ने 26 जनवरी, 2023 को दरियागंज थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। आरोप है कि शम्भू कुमार सिंह ने उन्हें धमकाते हुए कहा, “तेरा हुलिया बिगाड़ता हूँ, तुझे बड़ी शिकायत करने की पड़ी है।” उन्होंने कहा कि शम्भू को पता है कि वो दलित समुदाय से आती हैं, इसके बावजूद वो और उनके कर्मचारी उन्हें पीटने के लिए चढ़ गए और उनके कैमरामैन ने उन्हें बचाया।

पूजा माथुर का कहना है कि निधि रत्न ने उन्हें गंदी-गंदी गालियाँ भी दी हैं। उन्होंने बताया कि शिकायत की कॉपी DCP को भी भेजी है, लेकिन अब तक शिकायत के आधार पर FIR दर्ज नहीं की गई है और CCTV फुटेज चेक करने के आधार पर FIR दर्ज करने की बात की जा रही है, टाल-मटोल कर के बरगलाया जा रहा है। पूजा माथुर ने कहा कि ब्राह्मण-दलित कर के पत्रकारों को गालियाँ दिलवाने वाला शम्भू सिंह यही सब कर के फंडिंग उठाता है और इससे दलितों की बात करने वाले अन्य चैनलों का भी नाम खराब होता है।

पूजा माथुर ने यहाँ तक कहा कि अगर उस दिन उनके कैमरामैन धर्मेंद्र उनके साथ न होते, तो वो इस तरह सबके सामने मौजूद नहीं होतीं। पूजा ने कहा कि उन्होंने शम्भू कुमार सिंह का जाति प्रमाण पत्र तो नहीं देखा है, लेकिन वो खुद को दलित-OBC समाज का बताते हैं। हालाँकि, उन्होंने पत्रकारों के पूछने पर ये भी कहा कि उन्होंने ये भी सुना है लोगों से कि शम्भू भूमिहार-ब्राह्मण समाज से आते हैं। पूजा ने DWC को भी सूचना दे दी है कि उनकी शिकायत पर अब तक FIR नहीं हुई है।

पूजा माथुर ने बताया कि उनके चैनल ‘जनहित आवाज़’ का संचालन भी शम्भू कुमार सिंह के ‘नेशनल दस्तक’ के दफ्तर से ही होता है, ऐसे में शम्भू को पता था कि पूजा माथुर कौन हैं लेकिन उन्होंने अनुराग ओझा को टोका तक नहीं। उन्होंने कहा कि ये रिकॉर्ड किया हुआ इंटरव्यू था, जिसमें उनका नाम एडिट भी किया जा सकता था। पूजा का आरोप है कि पुलिस जब इन्क्वायरी कर के चली गई, उसके बाद शम्भू ने उन्हें धमकाते हुए कहा, “तेरी दो कौड़ी की औकात है, तू मेरा क्या बिगाड़ लेगी? मेरे पीछे बहुत नेता लोग हैं।”

उन्होंने कहा कि जहाँ अनुराग ओझा ने कहा कि ‘चेहरा मरम्मत माँगता है’, वहीं शम्भू कुमार सिंह ने ‘मार-मार कर चेहरा बिगाड़ने’ की बात की। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके कैमरामैन पर जातिसूचक गाली देने का मामला बिठाते हुए SC-ST एक्ट लगा दिया गया है। उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि दरियागंज थाने में उन्हें हमेशा शाम को बुलाया जाता है और रात के समय उन्हें घर लौटना होता है, कोई उन्हें ड्रॉप तक नहीं करता है।

ऑपइंडिया ने पीड़िता पूजा माथुर से की बातचीत, ‘दलित इन्फ्लुएंसर्स’ की चुप्पी पर उठाए सवाल

ऑपइंडिया ने इस पूरे घटनाक्रम को लेकर पीड़िता पूजा माथुर से गुरुवार (16 फरवरी, 2023) को बातचीत की, जिन्होंने बताया कि अब तक FIR नहीं दर्ज की गई है। पूजा आज DCW के पास भी जाने वाली थीं, लेकिन 2 दिनों से तबीयत खराब होने के कारण वो न तो महिला आयोग के पास जा पाई हैं और न ही थाना। उन्होंने ऑपइंडिया से बात करते हुए बताया कि उन पर शिकायत वापस लेने का दबाव भी बनाया जा रहा है।

उन्होंने हमें बताया कि उनकी शिकायत पर तो पुलिस वाले बैठे रहे, लेकिन जैसे ही शम्भू और निधि ने शिकायत दी, पुलिस एक्टिव हो गई और कहने लगी कि अब दोनों तरफ की बातें सुन कर आगे की कार्रवाई होगी। साथ ही उन्हें ये भी कहा गया कि अगर वो शिकायत वापस ले लेती हैं तो उधर से भी शिकायत वापस ले ली जाएगी। थाने में निधि ने माफ़ी की भी बात की, लेकिन पूजा का कहना है कि अति होने पर ही उन्होंने शिकायत दी थी और माफ़ी देने का अर्थ इसकी गारंटी नहीं है कि वो आगे भी ऐसी हरकत नहीं करेंगे।

क्या सोशल मीडिया पर दलितों के हित की बात करने का दावा करने वाले मीडिया संस्थान या इन्फ्लुएंसर्स में से किसी ने अब तक उनका साथ दिया है? इस सवाल के जवाब में पूजा माथुर ने बताया – एक भी नहीं। दलित होने के बावजूद दलित चिंतक और संस्थान उनका साथ नहीं दे रहे और प्रभावशाली होने के कारण शम्भू सिंह के विरुद्ध कुछ नहीं बोल रहे। उनका कहना है कि शम्भू सिंह ने उन्हें पहले ही धमकी दी थी कि वीडियो हटवा कर दिखा दे।

हालाँकि, इस दौरान शुभम शर्मा सहित कई ऐसे पत्रकारों ने पीड़िता पूजा माथुर के पक्ष को उठाया और ट्वीट किया, जो सवर्ण समाज से आते हैं। पूजा माथुर ने इसकी स्वीकृति में कहा कि जिन्हें हम अपने खिलाफ समझते थे और जिनके विरुद्ध बातें करते थे, आज वही हमारा साथ दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन ‘दलित इन्फ्लुएंसर्स’ से अच्छे तो वो सवर्ण लोग हैं, जो आज उनकी मदद कर रहे हैं। ‘नेशनल दस्तक’ या शम्भू कुमार सिंह की तरफ से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

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अनुपम कुमार सिंह
अनुपम कुमार सिंहhttp://anupamkrsin.wordpress.com
चम्पारण से. हमेशा राइट. भारतीय इतिहास, राजनीति और संस्कृति की समझ. बीआईटी मेसरा से कंप्यूटर साइंस में स्नातक.

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