राजस्थान में भीलवाड़ा के जहाजपुर में एक हिंदू युवक की कार मस्जिद के पास खड़े सब्जी के ठेले से टकरा गई। माफी माँगने के लिए वह गाड़ी से उतरा तो पास खड़ी मुस्लिम भीड़ ने उसके साथ मॉब लिंचिंग कर मौत के घाट उतार दिया। मामले पर पुलिस को शिकायत दी गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, टोंक जिले से सिकंदर, सीताराम, दिलकुश और दीपक जहाजपुर आए थे। यहाँ से गुजरते समय शुक्रवार (4 जुलाई 2025) की शाम को टकिया मस्जिद के पास उनकी कार एक आलू-प्याज के ठेले से टकरा गई। ये ठेला रईस फकीर नाम के आदमी का है।
कार के टकराने से आलू और प्याज जमीन में फैल गए। पूरे मामले पर लोगों से माफी माँगने और सब्जियाँ उठाने के लिए सीताराम कार से बाहर उतरा। उसने लोगों से हाथ जोड़कर माफी माँगी और नुकसान की भरपाई करने की भी बात कही।
हालाँकि सीताराम की बात सुनने के बजाय वहाँ का माहौल हिंसा में बदल गया। पास ही खड़े मुस्लिम युवकों की भीड़ में से बाबू खान, वसीम, शाहरुख, सद्दाम, हसनैन, मोहसिन, साहिल, इस्लाम, तनवीर, शारिफ, हनीफ, आबिद, इदरीस, गुलजार और मुर्तजा ने सीताराम को पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया।
यहाँ तक कि उसके दोस्तों ने भी उसे बचाने की कोशिश की। इसमें उन्हें भी चोटें आईं। लेकिन सीताराम के साथ इस कदर मॉब लिंचिंग की गई कि घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई।
मुस्लिम भीड़ यहीं पर नहीं रुकी। चारों हिंदू लड़के कहीं जा न पाएँ इसके लिए पहले उन्होंने कार की वायरिंग निकाल दी। सीताराम को तीनों दोस्तों ने किसी तरह मोटरसाइकिल पर अस्पताल तक पहुँचाया। हालांकि डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सीताराम की मौत की खबर फैलते ही स्थानीय लोगों की गुस्साई भीड़ ने जहाजपुर के अस्पताल में जुटकर विरोध प्रदर्शन किया और दोषियों पर कार्रवाई की माँग की। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने भी घटना पर रोष व्यक्त किया है। BJP विधायक गोपीचंद मीणा भी वहाँ पहुँचे और घटना पर आक्रोश व्यक्त किया है। साथ ही उन्होंने आरोपितों के खिलाफ कड़ी सजा की माँग की है।
इस मामले की जानकारी मिलने पर भीलवाड़ा में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। बाजार को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है और शक के दायरे में आए अन्य लोगों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
सीताराम की निर्मम हत्या के बाद समुदाय में तनाव का माहौल है। स्थानीय लोगों ने हिंदू समुदाय के खिलाफ की जा रही बर्बरतापूर्ण हिंसा और हत्या के लिए समुचित जाँच की माँग की है।