पूर्णिया के बायसी प्रखंड में शादीपुर भुटहा गाँव की शर्मा टोली में करीब डेढ़ सौ हिंदू परिवार पिछले कई दिनों से परेशान हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि इनके घर तक जाने का रास्ता मुस्लिम पक्ष ने बंद कर दिया है। गाँव के चारों तरफ मुस्लिम बस्ती और उनकी निजी जमीन होने की वजह से ये लोग अपने घर तक नहीं पहुँच पा रहे।
हालात इतने खराब हो गए हैं कि इन परिवारों के बेटे-बेटियों की शादी तक नहीं हो पा रही। बीमार लोगों को अस्पताल ले जाना भी मुश्किल हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि पहले वे निजी रास्ते से आते-जाते थे, लेकिन अब 12 डिसमिल जमीन के छोटे से टुकड़े की वजह से 100 मीटर का रास्ता बंद कर दिया गया है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने जमीन मालिक को रास्ते के लिए एक लाख रुपये तक दे दिए थे, ताकि समस्या हल हो सके। लेकिन बाद में मुस्लिम समाज के दबाव में वो पैसे लौटा दिए गए और रास्ता भी नहीं मिला। अब चारों तरफ से रास्ता बंद होने की वजह से ये लोग पूरी तरह घिर गए हैं।
ग्रामीणों ने ये भी आरोप लगाया कि मुस्लिम पक्ष उन्हें पूजा-पाठ करने और लाउडस्पीकर बजाने से भी रोकता है। उनका कहना है कि इससे उनकी धार्मिक आजादी पर भी रोक लग रही है। इस परेशानी से तंग आकर लोगों ने पहले एसडीएम कोर्ट में गुहार लगाई। वहाँ उनके हक में फैसला भी आया, लेकिन बाद में सिविल कोर्ट ने उस फैसले को पलट दिया और मुस्लिम पक्ष को जीत मिल गई।
ऑपइंडिया से बातचीत में संतोष कुमार ने कहा, “एसडीएम मैडम और सीओ साहब की जाँच में रास्ते की जरूरत को माना गया। एसडीएम ने पीड़ित परिवारों के हक में फैसला सुनाया, लेकिन सिविल कोर्ट ने उस फैसले को पलट दिया।”
संतोष कुमार का कहना है कि मुस्लिम पक्ष आक्रामक रूख अपनाए हुए है। पहले जमीन के मालिक लोग मान गए थे और ये तय हुआ था कि जमीन के बदले में उन्हें रुपये दे दिए जाएँगे। उन्होंने 1 लाख रुपया ले भी लिया, लेकिन अन्य मुस्लिमों के दबाव की वजह से उन्होंने पैसे लौटा दिए और फिर से रास्ता न देने पर अड़ गए हैं। संतोष कुमार का कहना है कि स्थानीय मुस्लिम दबंगई दिखा रहे हैं। थाने में भी उनकी बात नहीं सुनी जा रही है। अब इन परिवारों ने जिलाधिकारी कुंदन कुमार से मदद माँगी है।
बायसी की एसडीएम कुमारी तौसी का कहना है कि कानून में साफ लिखा है कि अगर 100 से ज्यादा परिवार किसी जगह रहते हैं, तो उनका रास्ता कोई नहीं रोक सकता। यहाँ डेढ़ सौ से भी ज्यादा परिवार हैं, फिर भी समस्या का हल नहीं निकल रहा। उन्होंने बताया कि इस मामले में थाना और अंचल अधिकारी को कई बार पत्र लिखा गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
ऑपइंडिया के पास एसडीएम के आदेश की कॉपी भी मौजूद है। जिसमें रास्ता बनाने को लेकर आदेश दिया गया है। हालाँकि एसडीएम के आदेश को मुस्लिम पक्ष ने सिविल कोर्ट में चुनौती दी, जहाँ सिविल कोर्ट ने एसडीएम के आदेश को खारिज कर दिया।
इस बीच, सोशल मीडिया पर स्थानीय लोगों की परेशानियों से जुड़े वीडियो वायरल हो रहे हैं। एक महिला ने आरोप लगाया कि हिंदुओं को मूर्ति विसर्जन के लिए नहीं जाने देते। पूजा-पाठ में भी मुस्लिम विघ्न डालते हैं। महिला ने आरोप लगाया कि मुस्लिमों का कहना है कि हिंदू लोग ‘जय श्री राम’ का नारा लगाते हैं, इसलिए उन्हें नहीं दिया जाएगा।
Bihar: Muslim Community in Purnia’s Baisi allegedly BLOCKED 200 Hindu Families from Worship and Idol Immersion. Area falls under MLA Syed Ruknuddin Ahmed. pic.twitter.com/u2z90HfVsZ
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) March 1, 2025
इस पूरे मामले में शादीपुर भुटहा के मुखिया सबनूर आलम ने कहा कि कुछ लोगों की निजी जमीन होने के कारण वे लोग रास्ता नहीं दे रहे हैं, लेकिन उन लोगों को दूसरी तरफ से रास्ता देने की बात हुई थी। लेकिन शर्मा लोग दूसरे तरफ से रास्ता लेने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्होंने लाउडस्पीकर और पूजा-पाठ रोकने के आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि कुछ लोग मामले को सांप्रदायिक रूप दे रहे हैं।
इस पूरे मामले को लेकर बायसी थाने में तैनात सुरेश कुमार ने ऑपइंडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर थाने में बैठक हुई थी। दोनों पक्ष मौजूद थे। रास्ते को लेकर तनाव नहीं है, लेकिन हकीकत ये है कि रास्ता नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन रास्ता निकलवाने को तैयार है, लेकिन मुस्लिम पक्ष अपनी जमीन का हवाला देकर कह रहा है कि वो कहाँ जाए।
सुरेश कुमार ने बताया कि सिविल कोर्ट में दूसरे रास्ते को लेकर सहमति बनी थी, लेकिन वो रास्ता अभी मिला नहीं है। यही वजह है कि हिंदू पक्ष रास्ते की परेशानी को लेकर लगातार प्रशासन से गुहार लगा रहा है। हालाँकि उन्होंने कहा कि मूर्ति विसर्जन पहले से तय जगह पर किया गया, और मौजूदा समय में सांप्रदायिक तनाव जैसी कोई बात नहीं है।