Thursday, June 19, 2025
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पाकिस्तान के पास दिखाने को 1 लड़ाकू विमान तक नहीं, पर दावा भारत के 6 फाइटर प्लेन गिराने का: 7 ‘पत्रकार’ ने गढ़ा प्रोपेगेंडा, ब्लूमबर्ग-रायटर्स-NYT जैसे ‘मीडिया संस्थानों’ ने फैलाया

NYT, ब्लूमबर्ग, रायटर्स, CNN समेत तमाम विदेशी मीडिया संस्थानों में काम करने वाले पाकिस्तानी पत्रकारों ने अपनी फ़ौज का प्रोपेगेंडा आगे बढ़ाया। इन सभी पाकिस्तानी पत्रकारों ने भारतीय लड़ाकू विमान मार गिराए जाने कि खबरें अपने संस्थानों में चलाई।

भारत ने 7 मई, 2025 को पाकिस्तान और POK के भीतर 9 जगह आतंकी ठिकानों को मिसाइल-ड्रोन से उड़ाया। इसके बाद पाकिस्तानियों ने भारत के सैन्य अड्डे निशाने पर लेने का प्रयास किया। इसमें वह विफल हुए। भारत का इस पूरी लड़ाई के दौरान कोई भी नुकसान नहीं हुआ। हालाँकि, पाकिस्तानियों ने इस दौरान खूब भारतीय प्रोपेगेंडा किया। उन्होंने दावा किया कि इस लड़ाई के दौरान भारतीय लड़ाकू विमान गिराए गए हैं। इस दावे को बड़ा करके दिखाने में ब्लूमबर्ग, रायटर्स और CNN जैसे संस्थानों ने साथ दिया।

पाकिस्तानी लगातार भारत के जेट गिराने का दावा करते रहे। उनके मंत्रियों से लेकर फौजी और सोशल मीडिया हैंडल्स तक ने यह दावा आगे बढ़ाया। यह दावा करने वालों ने बिना किसी लड़ाकू विमान का मलबा दिखाए और कोई फुटेज वगैरह दिखाए बिना ही भारत के खिलाफ खूब प्रोपेगेंडा किया। उन्होंने AI वाली इमेजेस दिखा कर भी झूठ फैलाया। इसी प्रोपेगेंडा को धार दी ग्लोबल मीडिया आउटलेट्स में काम करने वाले पाकिस्तानी मुस्लिम पत्रकारों ने, उन्होंने इसे ऐसे दिखाया कि पाकिस्तान के दावे एकदम सत्य हैं।

इसका सबसे पहला उदाहरण है अमेरिकी मीडिया संस्थान ब्लूमबर्ग। ब्लूमबर्ग ने अपनी पाकिस्तानी दावे के ऊपर ही पूरी खबर बना दी। उसके पाकिस्तानी पत्रकार कामरान हैदर ने खबर चलाई, ‘पाकिस्तान ने कहा कि उसने भारत के पाँच लड़ाकू विमान गिराए हैं।’ इस खबर के भीतर भी पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के दावे का सहारा लिया गया। ब्लूमबर्ग ने यह रिपोर्ट पक्षपाती ना लगे, इसके लिए इसमें एक भारतीय पत्रकार अनूप रॉय का नाम भी जोड़ दिया गया। यह तरकीब लगभग सभी मीडिया संस्थानों ने अपनाई।

पाकिस्तानी पत्रकार प्रोपेगेंडा भारत

इसी तरह रायटर्स के पत्रकार सईद शाह और इदरीस अली ने भी भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा को हवा दी। रायटर्स में उन्होंने खुले तौर पर दावा किया कि चीन में बने पाकिस्तानी फाइटर जेट ने भारत के दो लड़ाकू विमान गिराए हैं। इस खबर को बनाने के लिए उन्होंने किन्हीं अनजान दो अमेरिकी अधिकारीयों का हवाला दिया। उनका यह दावा सीजफायर होने के बाद भी पुष्ट नहीं हो पाया है। हालाँकि, लड़ाई के दौरान इसके जरिए पाकिस्तान ने खूब प्रोपेगेंडा किया।

पाकिस्तानी पत्रकार प्रोपेगेंडा भारत

इसी तरह भारत विरोधी अमेरिकी मीडिया संस्थान न्यूयॉर्क टाइम्स ने भी भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा किया। उसने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के बाद खबर छापी कि भारत ने पाकिस्तान पर हमला तो किया है लेकिन संभवतः उसके लड़ाकू विमान मार गिराए गए हैं। NYT के लिए यह खबर सलमान मसूद और जिया उर रहमान ने लिखी। यह दोनों पत्रकार पाकिस्तान के हैं और NYT ने इनके दावे बिना पुष्ट किए ही भारत विरोधी खबर चला दी।

इसी तरह एक और अमेरिकी मीडिया संस्थान CNN ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद यही राह पकड़ी। उसने भी भारत के विमान गिरने वाली खबर चलाई। यह इनपुट देने वाली उसकी पत्रकार सोफिया सैफी थी। चौंकाने वाली बात यह थी कि इन पत्रकारों ने अपने पत्रकारिता धर्म को छोड़ कर पाकिस्तान का प्रोपेगेंडा चलाना चुना लेकिन इसे हवा इनके संस्थानों ने दी। यह वो संस्थान हैं जो आए दिन तथ्यों को लेकर ज्ञान बांचते हैं।

भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा चलाने की कवायद में संस्थान Nikkei Asia भी रहा। उसका पत्रकार अदनान आमिर लगातार भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा करता रहा है। आमिर इस्लामाबाद में बैठ कर पाक फ़ौज और उसके मंत्रियों का प्रोपेगेंडा चलाने में जुटा रहा। अदनान आमिर ने एक खबर में दावा कर दिया कि पाकिस्तान ने भारत के 5 फाइटर जेट गिराए हैं। इसने बताया कि चीनी विमान ने 3 राफेल और 1 MiG-29 और सुखोई-30 गिराए हैं।

भारत के खिलाफ चले इस प्रोपेगेंडा में एक समान रूप से पाकिस्तानी पत्रकारों ने फर्जी दावे किए और उन्हें विदेशी मीडिया संस्थानों ने हवा दी। जबकि असलियत यह है कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री से जब इसकी सच्चाई पूछी गई तो उन्होंने दावा कर दिया था कि यह तो सोशल मीडिया पर पड़ा है। इसको लेकर उनकी खूब फजीहत हुई थी। भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा करने में यह पाकिस्तानी पत्रकार और ग्लोबल मीडिया संस्थान पाकिस्तानी फ़ौज से भी आगे निकल गए।

इसी कड़ी में अल जजीरा ने दावा किया था कि भारत में राफेल उड़ाने वाली फाइटर पायलट शिवांगी सिंह पाकिस्तान के कब्जे में हैं। बाद में पाक फ़ौज ने ही यह दावा नकार दिया। पाकिस्तानी पत्रकारों ने भारत के खिलाफ यह खबरें चलाने के दौरान ना तथ्य परखे, ना कोई आधिकारिक सूचनाएँ ली और ना ही स्वयं सच्चाई जानने का प्रयास किया। उन्होंने सीधे तौर पर बस पाकिस्तान ने जो भी प्रोपेगेंडा किया, उसे ज्यों का त्यों छाप दिया।

यह कोई पहला मौक़ा नहीं है जब विदेशी मीडिया संस्थानों ने अपनी भारत घृणा खुल कर दिखाई हो। हर मौके पर वह भारत को लेकर प्रोपेगेंडा चलाते रहते हैं। कभी उनका निशाना भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी होते हैं तो कभी हिन्दू। जब पाकिस्तान के खिलाफ भारत युद्ध कर रहा था, तो उनका निशाना भारत बन गया।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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