Tuesday, March 19, 2024
Homeरिपोर्टमीडियाराजदीप की फिर हुई बेइज्जती, सुशांत मामले पर कर रहा था बकवास, वकील ने...

राजदीप की फिर हुई बेइज्जती, सुशांत मामले पर कर रहा था बकवास, वकील ने दिखाई जगह

"आप जैसे लोग हम पर दबाव बना रहे हैं कि हम मीडिया से बात करें। मैं मीडिया ट्रायल में कोई रुचि नहीं रखता हूँ। ये आप जैसे लोग हैं, जो हमारे पीछे पड़े रहते हैं कि आपके चैनल पर आकर हम बात करें।" - सुशांत के वकील ने इतना कहा और...

सुशांत सिंह राजपूत की कथित आत्महत्या के मामले में पीड़ित परिवार के ‘इरादों’ को लेकर स्टूडियो में बैठ कर बात करने वाले ही अब पूछ रहे हैं कि इस मामले में मीडिया स्टूडियो में ट्रायल क्यों चल रहा है। ऐसा ही कुछ ‘इंडिया टुडे’ की स्टूडियो में भी हुआ, जहाँ बैठ कर ‘इंडिया टुडे ग्रुप’ के कंसल्टिंग एडिटर राजदीप सरदेसाई ने सुशांत सिंह राजपूत के वकील विकास सिंह को घेरना चाहा लेकिन उनकी खुद की बेइज्जती हो गई।

राजदीप सरदेसाई ने अपने शो में सुशांत के पिता के वकील विकास सिंह के आते ही उन पर दोष लगाना शुरू कर दिया और कहा कि आज वो सुशांत सिंह राजपूत के परिवार और उनके वकील पर आरोप लगाना चाहते हैं कि वो लोग टेलीविजन स्टूडियो का इस्तेमाल कर के मीडिया ट्रायल चला रहे हैं, ताकि जज पर सवाल उठाया जा सके। ज्ञात हो कि बुधवार (अगस्त 19, 2020) को ही रिया चक्रवर्ती की याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट अपना जजमेंट देगा।

साथ ही उन्होंने ‘सीबीआई फॉर एसएसआर’ अभियान पर भी सवाल उठाए, जिसके माध्यम से सुशांत के परिवार लिए सहानुभूति रखने वाले सेलेब्रिटीज, उनके परिवार से जुड़े लोगों और फैंस ने इस मामले में सीबीआई जाँच की माँग का समर्थन किया था। राजदीप सरदेसाई की दलील थी कि रिया चक्रवर्ती ने तो खुद सीबीआई जाँच की माँग की थी लेकिन जिस ‘तौर-तरीके’ से इस केस को आगे बढ़ाया जा रहा है, उससे ऐसा दिखाया जा रहा है कि रिया पहले से ही दोषी है।

सुशांत सिंह राजपूत के वकील ने राजदीप सरदेसाई को लताड़ा (वीडियो साभार: इंडिया टुडे)

राजदीप सरदेसाई ने वकील विकास सिंह से पूछा कि सुशांत मामले में स्टूडियो में ट्रायल चलाने का ये क्या तरीका है? इस पर विकास सिंह ने कहा कि अगर राजदीप की यही शिकायत है तो फिर उन्हें बात ही नहीं करनी चाहिए। उन्होंने पूछा कि क्या बात करने के लिए उनकी ओर से कहा गया था? उन्होंने कहा कि राजदीप जैसे लोग ही उन्हें मीडिया से बात करने कह रहे हैं और अगर वो नहीं बात करना चाहते हैं तो उन्हें कोई दिक्कत नहीं है।

विकास सिंह ने कहा, “आप जैसे लोग हम पर दबाव बना रहे हैं कि हम मीडिया से बात करें। मैं मीडिया ट्रायल में कोई रुचि नहीं रखता हूँ। ये आप जैसे लोग हैं, जो हमारे पीछे पड़े रहते हैं कि आपके चैनल पर आकर हम बात करें।” इसके बाद विकास ने कहा कि राजदीप ये सवाल उनसे पूछ सकते हैं जो मीडिया ट्रायल में इंटरेस्टेड हों क्योंकि उन्हें मीडिया ट्रायल में कोई रुचि नहीं है। इसके बाद विकास सिंह ने ‘इंडिया टुडे’ के शो को अलविदा कह दिया और चले गए।

बता दें कि सुशांत के परिवार के वकील विकास सिंह ने कहा है कि रिया चक्रवर्ती ने सुशांत सिंह राजपूत का इस्तेमाल किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि रिया के व्यवहार से ये बात स्पष्ट हो गई है। जैसे ही सुशांत से रिया की जरूरतें पूरी हो गईं, उन्होंने सुशांत को अपनी जिंदगी से निकाल बाहर किया। विकास ने आरोप लगाया कि सुशांत कमरे में सोते रहते थे और रिया अपने दोस्तों के साथ पार्टियों में मशगूल रहती थी।

उधर रिया ने पूछताछ में बताया है कि उनका आदित्य ठाकरे के साथ उठना बैठना नहीं था। वो उनको नहीं जानतीं। रिया के वकील सतीश मान शिंदे ने मीडिया से कहा है कि रिया के ऊपर लगे सभी आरोप बेबुनियाद हैं। उन्होंने कहा कि रिया ने कभी भी महाराष्ट्र के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे से ना तो मुलाकात की है और ना ही फोन पर बात की है। हाँ, रिया ने शिवसेना नेता के बारे में सुन जरूर रखा है। हालाँकि, वो ठाकरे के अच्छे दोस्त डिनो मोरिया को जानती हैं, क्योंकि वो इंडस्ट्री में काफी सीनियर हैं।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

केजरीवाल-सिसोदिया के साथ मिलकर K कविता ने रची थी साजिश, AAP को दिए थे ₹100 करोड़: दिल्ली शराब घोटाले पर ED का बड़ा खुलासा

बीआरएस नेता के कविता और अन्य लोगों ने AAP के शीर्ष नेताओं के साथ मिलकर शराब नीति कार्यान्वयन मामले में साजिश रची थी।

क्या CAA पर लगेगी रोक? सुप्रीम कोर्ट में 200+ याचिकाओं पर होगी सुनवाई, बोले CM सरमा- असम में 3-5 लाख प्रताड़ित हिन्दू नागरिकता के...

CM सरमा ने बताया कि असम में NRC की अंतिम सूची जारी होने के बाद लगभग 16 लाख लोगों को इसमें जगह नहीं मिली थी। इसमें 7 लाख मुस्लिम हैं जबकि बाकी कोच-राजबंशी और दास जैसे उपनाम वाले असमिया हिन्दू हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
418,000SubscribersSubscribe