6-7 मई, 2025 की रात को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर सरकार ने आधिकारिक जानकारी दी है। विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ सेना और वायुसेना की 2 महिला अफसरों ने इस विषय में नई दिल्ली में 7 मई, 2025 की सुबह आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी है। उन्होंने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में हमले के फोटो-वीडियो भी दिखाए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया है कि इस स्ट्राइक के दौरान ध्यान रखा गया कि किसी नागरिक को नुकसान ना पहुँचे।
विदेश सचिव ने क्या बताया?
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में सबसे पहले पहलगाम हमले के जवाब में की गई इस एयर स्ट्राइक के विषय में जानकारी विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने दी। उन्होंने बताया कि पहलगाम हमला, 2008 के मुंबई हमले के बाद सबसे गंभीर घटना थी। उन्होंने इसे एक बर्बरतापूर्ण हमला बताया और कहा कि यह जम्मू कश्मीर की शांति बाधित करने के लिए किया गया था।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा इस हमले का उद्देश्य पर्यटन उद्योग को खराब करने का था। देश के शीर्ष राजनयिक मिसरी ने बताया कि इस हमले की जिम्मेदारी लेने वाला संगठन TRF था जो कि लश्कर-ए -तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों का मुखौटा है। नीचे लगे वीडियो में इस पूरी प्रेस कॉन्फ्रेंस को देखा जा सकता है।
मिसरी ने कहा कि देश में आक्रोश के चलते यह जरूरी था कि इसका जवाब दिया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि पहलगाम हमले के 15 दिन बाद भी कोई एक्शन पाकिस्तान ने पाकिस्तान अधिकृत जम्मू कश्मीर और अपनी जमीन के भीतर बनाए गए आतंक के ठिकानों पर नहीं लिया था और यहाँ से भारत पर और हमले होने वाले थे।
उन्होंने कहा कि इसी के चलते भारत ने सीमापार हमलों का जवाब देने के अधिकार का प्रयोग किया है। विदेश सचिव मिसरी ने इस कार्रवाई को नपी-तुली और विवाद को बढ़ावा ना देने वाली बताया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि इस हमले के दौरान नागरिकों को नुकसान ना पहुँचाने का विशेष ध्यान रखा गया।
सेना और वायुसेना ने क्या कहा?
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऑपरेशन सिंदूर के विषय में जानकारी देने के लिए सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी और वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह को चुना गया था। कर्नल कुरैशी और विंग कमांडर सिंह ने बताया कि बीते तीन दशकों से लगातार पाकिस्तान में आतंकी कैम्प चल रहे हैं। इन्हें तबाह करने के लिए 9 ठिकानों को 6-7 मई की दरम्यानी रात को निशाना बनाया गया।
उन्होंने इन कैम्प के विषय में भी बताया। दोनों अफसरों ने बताया कि यह आतंकी कैम्प पाक अधिकृत जम्मू कश्मीर के सवाई नाला से लेकर दक्षिण में बहावलपुर तक फैले हुए हैं। उन्होंने 21 ऐसे कैम्प के विषय में जानकारी दी। उनकी सूची भी दिखाई गई। दोनों सैन्य अफसरों ने बताया कि रात 1 बजे से 1:30 बजे के बीच यह हमले किए गए।
उन्होंने बताया कि सवाई नाला कैम्प LOC से 30 किलोमीटर दूर है। उन्होंने बताया कि लश्कर-ए-तैयबा के इस कैम्प से गुलमर्ग, पहलगाम और सोनमर्ग में हमला करने वाले आतंकी ट्रेन किए गए थे। कर्नल कुरैशी ने बताया कि सैयदना बिलाल कैम्प भी मुजफ्फराबाद में स्थित है और यहाँ हथियार रखे जाते। उन्होंने बताया कि यहाँ से आतंकियों को भारत भेजा जाता था।
कर्नल सोफिया ने बताया कि कोटली कैम्प भी यही काम करता था। उन्होंने कोटली पर हमले की फुटेज भी दिखाई जो संभवत किसी एयरक्राफ्ट के कॉकपिट से ली गई है। इसमें एक जगह से धुआँ उठता दिखता है। उन्होंने पाकिस्तान के अंदर के भी आतंकी कैम्प के विषय में बताया।
Watch: Full video of India targeting terror camps in Pak, PoK under operation Sindoor on 7th May pic.twitter.com/XPQYUdFTje
— Sidhant Sibal (@sidhant) May 7, 2025
कर्नल सोफिया ने मेहमूना जोया कैम्प पर हुए हमले की फुटेज भी दिखाई। इसमें भी एक हवाई हथियार तेजी से इस कैम्प की तरफ जाता दिखाई देता है। इसके अलावा मुरीदके के लश्कर हेडक्वार्टर पर हमले की वीडियो भी दिखाई गई। यह भी बताया गया कि इस पर 4 बार हमला किया गया है। इसमें इस कैम्प को काफी तबाही पहुँची है।
सेना ने स्पष्ट किया है कि इस हमले में किसी भी नागरिक क्षति की सूचना नहीं आई है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि भारत ने संयम भी दिखाया है और अगर पाकिस्तान अब कोई हमला करता है तो उसे तगड़ा जवाब दिया जाएगा।