Saturday, May 17, 2025
Homeदेश-समाजट्यूशन पढ़ने निकली दलित लड़की, नहर में तैरती मिली लाश: रेप के बाद हत्या...

ट्यूशन पढ़ने निकली दलित लड़की, नहर में तैरती मिली लाश: रेप के बाद हत्या का दावा, बंगाल पुलिस पर शव को घसीटने का आरोप

इस घटना के बाद विपक्षी दल भाजपा राज्य की ममता बनर्जी सरकार पर हमलावर है। पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने राज्य में अराजकता का आरोप लगाया और अपराध के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि पुलिस अगले महीने TMC के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी की प्रस्तावित यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था करने में व्यस्त है।

पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर जिले के कलियागंज में कथित बलात्कार के बाद एक नाबालिग दलित लड़की की हत्या कर दी गई। इस घटना से आक्रोशित होकर लोग सड़कों पर उतर आए और उन पर पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। वहीं, NCPCR के प्रमुख ने घटनास्थल पर जाने की बात कही है।

कलियागंज में गुरुवार (20 अप्रैल 2023) की शाम को एक किशोरी ट्यूशन पढ़ने के लिए घर से निकली थी। रात होने के बावजूद वह अपने घर नहीं लौटी तो परिजन परेशान हो गए। उसके परिवार के सदस्यों और स्थानीय लोगों ने किशोरी की पूरी रात तलाश की। जब उसका पता नहीं चला तो परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।

इसी बीच अगले दिन नहर में एक किशोरी की लाश तैरती हुई लोगों ने देखा। इसके बाद लोगों ने उसकी पहचान लापता किशोरी के रूप में की। इस घटना के बाद इलाके लोग आक्रोशित हो गए और आरोपितों की तत्काल गिरफ्तारी की माँग को लेकर शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन करने लगे। इसके बाद पुलिस ने उन्हें खदेड़ने के लिए लाठी चार्ज किया।

पुलिस अधिकारी का कहना है कि जब पुलिस की टीम लड़की का शव लेने के लिए पहुँची तो स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया। अधिकारी का कहना है कि गुस्साए लोगों ने पुलिस टीम पर पथराव भी किया। इस दौरान वे सड़कों पर टायर जलाकर ट्रैफिक को पूरी तरह जाम कर दिया था।

पुलिस का कहना है कि भीड़ को काबू में करने के लिए लोगों पर लाठी चार्ज करना पड़ा और आँसू गैस के गोले दागे गए। पुलिस की इस कार्रवाई में कई लोगों के घायल होने की भी खबर है। पुलिस का कहना है कि वह मामले की जाँच कर ही है।

जिले के एसपी का कहना है कि मृतक के परिजनों द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। लाठी चार्ज और आँसू गैस के गोले दागने को लेकर उन्होंने कहा कि पीड़िता का शव जब्त कर जल्द-से-जल्द पोस्टमॉर्टम कराने के लिए ऐसा करना पड़ा, महत्वपूर्ण सबूत खो न जाएँ।

उधर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के प्रमुख प्रियंक कानूनगो ने कहा कि वे कालियागंज में नाबालिग के कथित बलात्कार और हत्या की सूचना मिलने के बाद जाँच के लिए जा रहे हैं। हमने इस घटना की जानकारी राज्य सरकार के मुख्य सचिव और उत्तर दिनाजपुर के कलेक्टर को दोपहर में दी, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है।”

एक न्यूज का लिंक साझा करते हुए प्रियंक ने कहा, “पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर में जिस लड़की का सामूहिक बलात्कार और हत्या की गई उसके शव को इस तरह बेइज्जत करने का आरोप पुलिस पर लगा है। लड़कियों को न्याय, दोषियों को सज़ा मिले इस अध्ययन के लिए आज वहाँ जा रहा हूँ।”

इस घटना के बाद विपक्षी दल भाजपा राज्य की ममता बनर्जी सरकार पर हमलावर है। पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने राज्य में अराजकता का आरोप लगाया और अपराध के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि पुलिस अगले महीने TMC के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी की प्रस्तावित यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था करने में व्यस्त है।

सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि पुलिस भाजपा विधायकों को पीड़ित परिवार से मिलने नहीं दे रही है। उन्होंने पुलिस पर सबूतों को मिटाने का भी आरोप लगाया। बता दें कि घटना को लेकर इलाके में तनाव व्याप्त है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

240 पुस्तकें, 50 रिसर्च पेपर… स्वामी रामभद्राचार्य को ‘ज्ञानपीठ पुरस्कार’ क्यों? जो 500 सालों में नहीं हुआ वो भी कर दिखाया: संत नहीं, पुरस्कृत...

स्वामी रामभद्राचार्य को 'ज्ञानपीठ पुरस्कार' क्यों? ये लेख उनके लिए नहीं है जो सवाल पूछ रहे, उन आम लोगों के लिए है जो उस गिरोह के भ्रमजाल का निशाना हैं। जिनका पढ़ने-लिखने से कोई वास्ता ही नहीं, वो क्या समझेगा कि 2 महीने की उम्र में अपने नेत्र खोने वाला शिशु कालांतर में 240 पुस्तकें और 50 शोधपत्र प्रकाशित कर देगा।

अब इकोनमी ही नहीं, डिफेंस सेक्टर में भी ग्लोबल पॉवर बनकर उभरा है भारत: ऑपरेशन सिंदूर में दुनिया ने देखा दम, नई डिफेंस पॉलिसी...

‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की सैन्य शक्ति, रणनीतिक क्षमता और राजनीतिक इच्छाशक्ति का प्रदर्शन था। जो खुद पहल कर के निर्णायक कार्रवाई करता है।
- विज्ञापन -