जो चैतन्य महाप्रभु की भूमि थी, उसे पहले 1946 के नरसंहार के बाद खंडित किया गया और अब भी वहाँ शरिया ही चलाया जा रहा है। सीरिया से लेकर तमिलनाडु तक ऐसे उदाहरण भरे पड़े हैं। मोपला से लेकर चोपरा तक, खून हिन्दुओं का ही बहता है।
झारखंड में आदम सेना नाम के संगठन का खौफ है, जो ग्रामीण इलाकों में शरिया कानून लागू कर रहा है। उससे जुड़े लोग मुस्लिम लड़कियों के हिंदू लड़कों से बातचीत करने पर बलात्कार और जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।