आज से छः साल पहले पकिस्तान में अवैध तरीके से घुसे भारतीय नागरिक हामिद निहाल अंसारी को मिली तीन साल की सजा 16 दिसम्बर को पूरी हो गई जिसके बाद उनकी रिहाई का रास्ता साफ़ हो गया है। पकिस्तान के पेशावर उच्च न्यायलय ने उनकी भारत यात्रा से जुड़े दस्तावेजों के जल्द से जल्द मुहैया कराने का आदेश दिया था ताकि उन्हें भारत वापस अपने वतन भारत भेजा जा सके। मुंबई के रहने वाले 33 वर्षीय हामिद अंसारी पेशावर सेंट्रल जेल में बंद थे। उनपर फर्जी पहचान पत्र रखने का दोषी मान कर दिसम्बर 2015 में सैन्य अदालत द्वारा तीन साल की सजा सुनाई गई थी।
हलाँकि ये एक दुर्लभ वाकया है जब पकिस्तान किसी भारतीय नागरिक को उसकी सजा पूरी होने के तुरंत बाद रिहा कर रहा है लेकिन भारतीय अधिकारीयों ने ये भी कहा है कि उन्होंने 96 बार हामिद अंसारी को काउंसलर एक्सेस देने की कोशिश की लेकिन पकिस्तान ने हर बार उनकी मांग को ठुकरा दिया। बता दें कि पकिस्तान अब भी अंसारी को भारतीय जासूस ही मानता है।
भारतीय विदेश मंत्रालय की टिपण्णी
भारतीय विदेश मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार आधिकारिक प्रवक्ता ने इस मामले में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा;
“हमने पाकिस्तान से आज एक नोट प्राप्त किया है जिसमे कहा गया है कि वो भारतीय नागरिक हामिद अनारी को रिहा कर रहे हैं। ये काफी राहत की बात है, खासकर उनके परिवार के सदयों कि लिए, कि पकिस्तान के जेल में उनकी छः साल की सजा पूरी हो रही है।”
इके साथ ही विदेश मंत्रालय ने पकिस्तान को वहां कैद अन्य भारतीय नागरिकों की याद दिलाते हुए कहा;
“हम चाहेंगे कि पकिस्तान अपने जेल में कैद ऐसे अन्य भारतीय नागरिकों और मछुआरों की दुर्गति का अंत करने के लिए भी कार्यवाही करे जिनकी नागरिकता की पुष्टि हो गई है और जिनकी सजा भी पूरी हो गई है। हम पकिस्तान में कैद ऐसे भारतीय जो मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं, उनके लिए एक मेडिकल टीम भेजना चाह रहे हैं ताकि उनके जन्मस्थान की पुष्टि की जा सके और उनके प्रत्यर्पण की कोशिश की जा सके और इस मामले में भी हम पकिस्तान के जवाब का इन्तजार कर रहे हैं।”
विदित हो कि भारतीय विदेश मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार पकिस्तान के जेलों में कुल 482 भारतीय मछुआरे और 49 अन्य भारतीय नागरिक बंद हैं जिन्हें भारत द्वारा काउंसलर एक्सेस की सुविधा दिए जाने की इजाजत देने से पकिस्तान बार-बार मना करता रहा है।
लड़की से मिलने के लिए गये थे पकिस्तान
हामिद अंसारी ने मैनेजमेंट साइंस की पढाई की है और उनके परिवार के अनुसार उन्होंने लापता होने के कुछ साल पहले ही मुंबई के एक कॉलेज में लेक्चरर की नौकरी भी ज्वाइन की थी। बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार उनके परिवार के हवाले से कहा गया है कि फ़ेसबुक की बातचीत से ये पता चला कि वो पाकिस्तान के ख़ैबर पख़्तूनख़्वा प्रांत के कोहाट की किसी लड़की से बात करते हैं और उसे से मिलने के लिए वहां जाना चाहते थे। कहा जा रहा है कि उसी लड़की से मिलने के लिए ये पकिस्तान में दाखिल हुए थे।