Monday, May 6, 2024
Homeसोशल ट्रेंडचीनी सरकार को भी नहीं देते किसी भारतीय नागरिक का डेटा: प्ले स्टोर से...

चीनी सरकार को भी नहीं देते किसी भारतीय नागरिक का डेटा: प्ले स्टोर से हटाए जाने के बाद TIkTok

"भारत के किसी भी नागरिक की कोई भी सूचना किसी भी विदेशी सरकार के साथ साझा नहीं किया जाता है। इसमें चीन की सरकार भी शामिल है। अगर हमसे विदेश में किसी भी देश की सरकार कहे भी कि उन्हें लोगों के डेटा की सूचना चाहिए, तब भी हम ऐसा नहीं करेंगे। हमारे लिए हमारे यूजरों की प्राइवेसी और सत्यनिष्ठा सबसे ऊपर है।"

भारत सरकार ने चीन पर डिजिटल स्ट्राइक करते हुए टिक-टॉक (TikTok) और हेलो एप सहित 59 चीनी एप्लीकेशंस को प्रतिबंधित कर दिया। भारत सरकार ने कहा है कि देश की सम्प्रभुता और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ये निर्णय लिया गया।

अब TikTok ने प्रतिबंधित होने के बाद बयान जारी किया। सोमवार (जून 29, 2020) को TikTok को बैन किए जाने के बाद अगले ही दिन गूगल प्ले स्टोर और एप्पल एप स्टोर ने भी उसे निकाल फेंका।

TikTok ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि भारत सरकार ने चीन के 59 एप्लीकेशंस को प्रतिबंधित किया है और वो इस आदेश के पालन की प्रक्रिया में हैं। साथ ही TikTok ने ये भी जानकारी दी है कि उसके लोग भारत सरकार में इस मामले से जुड़े लोगों से संपर्क में है और जल्द ही वो उनसे मिल कर अपना स्पष्टीकरण देने वाले हैं।

TikTok ने कहा कि वो भारत सरकार के नियम-क़ानून के दायरे में रहते हुए डेटा की प्राइवेसी और सिक्योरिटी की ज़रूरतों का ख्याल रखता है। साथ ही TikTok ने ये भी दावा किया कि उसने भारत के किसी भी नागरिक की कोई भी सूचना किसी भी विदेशी सरकार के साथ साझा नहीं किया है। TikTok का कहना है कि इसमें चीन की सरकार भी शामिल है। कम्पनी ने अपने ट्विटर हैंडल पर आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा:

“अगर हमसे विदेश में किसी भी देश की सरकार कहे भी कि उन्हें लोगों के डेटा की सूचना चाहिए, तब भी हम ऐसा नहीं करेंगे। हमारे लिए हमारे यूजरों की प्राइवेसी और सत्यनिष्ठा सबसे ऊपर है। TikTok ने इंटरनेट को लोकतान्त्रिक बनाया है और 14 भारतीय भाषाओं में इसे उपलब्ध कराया है। लाखों यूजर्स, कलाकार, कहानीकार, शिक्षकों और परफॉर्मर्स अपनी जीविका के लिए TikTok पर निर्भर हैं। इनमें से कई तो ऐसे हैं, जिन्होंने इंटरनेट ही पहली बार प्रयोग किया है।”

ये बयान TikTok इंडिया के हेड निखिल गाँधी ने जारी किया है। बता दें कि सरकार ने ‘मेक इन इंडिया’ पर भी जोर दिया है। लोगों ने भारतीय प्रतिभाओं व स्टार्टअप्स को इन एप्लीकेशंस की तर्ज पर एप्स डेवेलोप करने को कहा गया है, ताकि यहाँ जॉब्स भी क्रिएट हों और इंडस्ट्री में प्रतिस्पर्द्धा भी बढ़े। फ़िलहाल सोशल मीडिया में लोगों ने चीन पर डिजिटल स्ट्राइक के लिए सरकार को धन्यवाद दिया है।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

कॉन्ग्रेस की सरकार बनने पर राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला पलट देंगे राहुल गाँधी, करीबियों को बताया था शाहबानो वाला प्लान: आचार्य...

केंद्र में सरकार बनने पर कॉन्ग्रेस की मंशा राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटने की भी है। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने राहुल गाँधी के इस इरादे को लेकर आगाह किया है।

जो झारखंड खनिज की खदान, वह कॉन्ग्रेस के लिए लूट की दुकान: जब-जब सत्ता से सटी तब-तब पैदा हुए हेमंत, धीरज, आलमगीर…

मधु कोड़ा का नाम ₹ 4000 करोड़ के घोटाले में आया। हेमंत सोरेन 8.5 एकड़ जमीन अवैध रूप से खरीदने के मामले में जेल में हैं। धीरज साहू के यहाँ से ₹350 करोड़ कैश मिला, अब आलमगीर आलम के PS के नौकर के यहाँ से ₹25 करोड़ मिले हैं। झारखंड में हो रही लूट में कॉन्ग्रेस बराबर की भागीदार है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -