Sunday, September 8, 2024
Homeदेश-समाजआनंद को मार डाला क्योंकि वह BJP के लिए काम करता था: कैमरे के...

आनंद को मार डाला क्योंकि वह BJP के लिए काम करता था: कैमरे के सामने आकर प्रत्यक्षदर्शी ने बताया पश्चिम बंगाल का सच

“आनंद वोट डालने गया था, तब वो लोग बम लेकर आए। उन्हें देखकर आनंद डर गया, घर लौटते समय उसकी हत्या कर दी। आनंद की उनसे कोई दुश्मनी नहीं थी, हत्या का एक मात्र कारण था कि आनंद भाजपा के लिए काम करता था।"

पश्चिम बंगाल के सितलकुची में चौथे चरण के मतदान के दौरान भाजपा के एक कार्यकर्ता आनंद बर्मन की हत्या कर दी गई। तृणमूल कॉन्ग्रेस (टीएमसी) ने आरोप लगाया कि चुनाव में हुई हत्याओं के पीछे भाजपा जिम्मेदार है किन्तु भाजपा ने कहा कि आनंद सितलकुची विधानसभा में पथनतुली क्षेत्र के बूथ नंबर 85 का पार्टी का पोलिंग एजेंट था। रिपोर्ट्स के अनुसार बूथ के बाहर ही उसकी गोली मार कर हत्या कर दी गई।

‘जन की बात’ के संस्थापक प्रदीप भण्डारी ने इस घटना पर एक प्रत्यक्षदर्शी का बयान शेयर किया है। इसमें प्रत्यक्षदर्शी यह बता रहा है कि जब आनंद बर्मन की हत्या हुई, तब वह वोट डालने के लिए लाइन में खड़ा था।

वीडियो में प्रत्यक्षदर्शी कहता है, “आनंद वोट डालने गया था, तब वो लोग बम लेकर आए। उन्हें देखकर आनंद डर गया और घर लौटते समय उसकी हत्या कर दी गई।“ प्रत्यक्षदर्शी ने यह भी बताया कि आनंद की उनसे कोई दुश्मनी भी नहीं थी। हत्या का एक मात्र कारण था कि आनंद भाजपा के लिए काम करता था, जबकि दूसरे लोग तृणमूल कॉन्ग्रेस के लिए।  

प्रत्यक्षदर्शी ने यह भी बताया कि लोगों को धमकियाँ भी दी गई थीं कि वो भाजपा को वोट न करें। पश्चिम बंगाल में चौथे चरण के मतदान के दौरान हिंसा हुई थी। एक अन्य घटना में आत्मरक्षा में केन्द्रीय सुरक्षा बलों द्वारा की गई ओपन फायरिंग में 4 उपद्रवियों की जान चली गई। सुरक्षा बलों ने हिंसक भीड़ द्वारा अपने हथियार छीनने के बाद आत्मरक्षा के लिए ओपन फायरिंग की थी।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -