Thursday, May 2, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयचीन और अमेरिका ने ठुकराई इमरान खान की 'मैंगो डिप्लोमेसी', वापस लौटाए तोहफे में...

चीन और अमेरिका ने ठुकराई इमरान खान की ‘मैंगो डिप्लोमेसी’, वापस लौटाए तोहफे में मिले पाकिस्तानी आम

पाकिस्तान के एफओ ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को भी चौंसा आम की पेटियाँ भेजी थी लेकिन अभी तक पाकिस्तान की इस मैंगो डिप्लोमेसी पर उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

क्या आपको पता है कि हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान की हालत कुछ हद तक सुधर रही है। कभी गधे बेचने वाला हमारा पड़ोसी मुल्क आज ‘आम’ तोहफे में दे रहा है, हालाँकि ये अलग बात है कि अमेरिका और चीन समेत कई देशों ने पाकिस्तान के इन तोहफों को ठुकरा दिया। पाकिस्तान ने इसे ‘मैंगो डिप्लोमेसी’ नाम दिया है।  

बीते बुधवार (09 जून) को पाकिस्तान के फॉरेन ऑफिस (एफओ) 32 देशों की सरकारों और राष्ट्राध्यक्षों को ‘चौंसा’ आम की पेटियाँ भेजी गईं। आम की इन पेटियों को अमेरिका, चीन, रूस, कनाडा, फ्रांस जैसे विकसित देशों के अलावा नेपाल, तुर्की, श्रीलंका, ईरान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश जैसे कुल 32 देशों को भेजा गया।

हालाँकि, अमेरिका और चीन ने कोरोना वायरस क्वारंटीन नियमों का हवाला देते हुए पाकिस्तान के द्वारा भेजी गईं आम की इन पेटियों को स्वीकार करने से इनकार कर दिया। अमेरिका और चीन के अलावा कनाडा, नेपाल, मिस्र और श्रीलंका ने भी पाकिस्तान के द्वारा मैंगो डिप्लोमेसी के तहत भेजे गए आम के तोहफे को स्वीकार करने में असमर्थता जताई है।

न्यूज एजेंसी एएनआई के द्वारा सूत्रों के हवाले से यह खबर भी दी गई कि पाकिस्तान के एफओ ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को भी चौंसा आम की पेटियाँ भेजी थी लेकिन अभी तक पाकिस्तान की इस मैंगो डिप्लोमेसी पर उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। न्यूज इंटरनेशनल की खबर में बताया गया है कि विभिन्न देशों को यह आम पाकिस्तान के राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी की ओर से भेजे गए हैं। बाकी देशों का तो ठीक है लेकिन पाकिस्तान के परम मित्र चीन ने उसके तोहफे को नकार दिया, यह पाकिस्तान के लिए ठीक खबर नहीं है।

इस्लामिक कट्टरपंथियों और भारत के खिलाफ अपने पैंतरों से चर्चा में रहने वाला पाकिस्तान कभी-कभार ऐसी ही कुछ वजहों से भी चर्चा में बना रहता है। 2019 में यह खबर आई थी कि देश की आर्थिक किल्लतों के चलते पाकिस्तान के सियासतदानों ने चीन को गधे बेचने के फैसला किया था। पाकिस्तान में गधों की तीसरी सबसे बड़ी आबादी है और पाकिस्तान इन गधों को बेचकर करोड़ों रुपए कमाना चाहता था।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

TV पर प्रोपेगेंडा लेकर बैठे थे राजदीप सरदेसाई, पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ने निकाल दी हवा: कहा- ये आपकी कल्पना, विपक्ष की मदद की...

राजदीप सरदेसाई बिना फैक्ट्स जाने सिर्फ विपक्ष के सवालों को पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त से पूछे जा रहे थे। ऐसे में पूर्व सीईसी ने उनकी सारी बात सुनी और ऑऩ टीवी उन्हें लताड़ा।

बृजभूषण शरण सिंह का टिकट BJP ने काटा, कैसरगंज से बेटे करण भूषण लड़ेगे: रायबरेली के मैदान में दिनेश प्रताप सिंह को उतारा

भाजपा ने कैसरगंज से बृजभूषण शरण सिंह का टिकट काट दिया। उनकी जगह उनके बेटे करण भूषण सिंह को टिकट दिया गया है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -