उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के दिन जैसे-जैसे नजदीक आते जा रहे हैं, वैसे-वैसे सियासी सरगर्मी बढ़ती जा रही है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा जिन्ना पर दिये गए बयान के बाद उनकी खूब किरकिरी हुई, लेकिन वे अपने बयान पर अभी भी कायम हैं। उस बयान को लेकर उनकी अभी भी आलोचना जारी है। इस बयान को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार (14 नवंबर 1021) को राजधानी लखनऊ में अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिन्ना का समर्थन करने वाले लोगों ने ही तालिबान का भी समर्थन किया है।
सीएम योगी ने सपा के शासनकाल के कानून-व्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा कि 2017 से पहले प्रदेश के अंदर के हालात इतने खराब थे कि लोगों से गुंडा टैक्स की वसूली की जाती थी, लेकिन आज या तो गुंडों ने गुंडई छोड़ दी है या फिर राज्य ही छोड़ दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राजधानी लखनऊ के सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन में बोल रहे थे।
इस दौरान उन्होंने कैराना से पलायन करने वाले हिंदुओं का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि कैराना में पलायन करने वाले परिवार से मिले थे। उस दौरान उन्होंने एक बच्ची से पूछा कि क्या अब भी उसे डर लगता है? इस पर बच्ची ने इनकार करते हुए कहा कि अब तो गुंडे डरते हैं।
काँवड़ यात्रा का जिक्र कर मुख्यमंत्री ने कहा, “याद करिए वो दिन जब सावन के महीने में काँवड़ यात्रा निकलती थी तो उस पर रोक लगा दी जाती थी। उसे निकलने नहीं दिया जाता था। 2017 में जब मैं सीएम बना तो मेरे सामने भी जुलाई के महीने में ऐसा ही प्रस्ताव आया कि काँवड़ यात्रा को रोक दिया जाए, अन्यथा कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है। मैंने कहा कि भाई मैं यहाँ काँवड़ यात्रा को रोकने के लिए नहीं आया हूँ। उसे क्यों रोकी जाएगी? एक बार काँवड़ यात्रा को होने ही दीजिए। उसे धूमधाम से निकालिए। सरकारी हेलिकॉप्टर से हम फूलों की वर्षा भी करवाएँगे। आपने देखा होगा साढ़े 4 करोड़ लोग निकलते हैं, लेकिन कहीं तिनका नहीं हिलता है।”
कावड़ यात्रा निकालिए, धूमधाम से निकालिए… pic.twitter.com/mgtu18DTp7
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 14, 2021
पीएम मोदी की तारीफ की
अपने भाषण के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए भारत के वैश्विक मंच पर स्थापित करने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की वजह से ही भारत का आज दुनिया भर में डंका बज रहा है। अगर 1947 के बाद ऐसे ही हालात होते तो देश आज दुनिया में सबसे ताकतवर होता।
महर्षि भारद्वाज से प्रयागराज की पहचान
प्रयागराज में महर्षि भारद्वाज की प्रतिमा स्थापना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “2019 में प्रयागराज में कुंभ का आयोजन होना था, तब आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने मुझ से कहा था कि यह कुंभ अब तक सबसे अच्छा होना चाहिए। उस दौरान मैंने एक चीज सोची कि दुनिया में पहला गुरुकुल अगर किसी ने बनाया था तो उसके प्रणेता और कुलपति थे महर्षि भारद्वाज। लगभग 13-14 हजार सालों के बाद महर्षि भारद्वाज की भव्य प्रतिमा का निर्माण कराया गया है।” सीएम योगी ने कहा कि यही वो जगह है, जहाँ भगवान राम वन जाते और लौटते वक्त उतरकर गुरु का सम्मान करते हैं और उनके द्वारा किए गए लोक कल्याण के कार्यों की सराहना करते हैं।
जनपद प्रयागराज में महर्षि भारद्वाज की भव्य प्रतिमा स्थापित करवाकर हमने लोगों को बताया कि प्रयागराज की पहचान महर्षि भारद्वाज से है… pic.twitter.com/13OncWMAoG
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 14, 2021
सीएम योगी ने आगे कहा, “इतिहास विकृत किया गया है। इतिहास ने चंद्रगुप्त मौर्य को महान नहीं कहा, किसको महान कहा, जो उनसे हार गए। वह सिकंदर को महान कहते हैं। देश को धोखा दिया गया है, लेकिन इतिहासकार इस पर चुप हैं।” गौरतलब है कि ऐतिहासिक अभिलेखागार में बताया गया है कि सिकंदर की आकस्मिक मृत्यु के बाद, सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य ने सिकंदर द्वारा शासित प्रदेशों पर कब्जा कर लिया था।