राष्ट्रीय सुरक्षा
सशस्त्र सेनाओं और सुरक्षा बलों से लेकर आंतरिक और बाह्य सुरक्षा से जुड़े रिपोर्ट और विश्लेषण
8 नए टेरर रूट, 27 लॉन्च पैड, 146 आतंकी: 15 अगस्त से पहले आतंकी हमले की पाकिस्तानी साजिश
पाकिस्तान और दुनिया भर में कुख्यात उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने भारत में आतंकी गतिविधियों को बढ़ाने और हमलों के लिए अपने कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नए आतंकी नियंत्रण कक्ष स्थापित करना शुरू कर दिया है।
जम्मू-कश्मीर में अब पत्थरबाजाें, देशद्रोहियों को नहीं मिलेगी सरकारी नौकरी और पासपोर्ट: सरकार का आदेश, सर्कुलर जारी
पत्थरबाजों और देश विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने वाले लोगों को ना तो सरकारी नौकरी दी जाएगी और न ही उनके पासपोर्ट का वेरिफिकेशन किया जाएगा।
15 अगस्त को तिरंगा नहीं फहराने देंगे, पंजाब के बाद हिमाचल पर करेंगे कब्जा: खालिस्तानी गुरपतवंत सिंह पन्नू पर FIR
शिमला के साइबर थाने में गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ राजद्रोह का केस दर्ज किया गया है, जिसमें आईटी एक्ट समेत कई और धाराएँ भी जोड़ी गई हैं।
पुलवामा में सेना ने ढेर किए 2 दहशतगर्द: जैश-ए-मोहम्मद आतंकी ‘लंबू’ अदनान की मौत, मसूद अजहर का था रिश्तेदार
कश्मीर के आईजी विजय कुमार ने बताया कि शनिवार के एनकाउंटर में मारे गए आतंकवादी का नाम मोहम्मद इस्माइल अलवी उर्फ लंबू उर्फ अदनान है।
20 से ज्यादा पत्रकारों को खालिस्तानी संगठन से कॉल, धमकी- 15 अगस्त को हिमाचल प्रदेश के CM को नहीं फहराने देंगे तिरंगा
खालिस्तान समर्थक सिख फॉर जस्टिस ने हिमाचल प्रदेश के 20 से अधिक पत्रकारों को कॉल कर धमकी दी है कि 15 अगस्त को सीएम तिरंगा नहीं फहरा सकेंगे।
‘कारगिल कमेटी’ पर कॉन्ग्रेस की कुण्डली: लोकतंत्र की सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा राजनीतिक दृष्टिकोण का न हो मोहताज
हमें ध्यान में रखना होगा कि जिस लोकतंत्र पर हम गर्व करते हैं उसकी सुरक्षा तभी तक संभव है जबतक राष्ट्रीय सुरक्षा का विषय किसी राजनीतिक दृष्टिकोण का मोहताज नहीं है।
सेना की जासूसी करने वाले ISI एजेंट मोहसीन को दिल्ली क्राइम ब्रांच ने तुर्कमान गेट से किया गिरफ्तार, मिले कई अहम सुराग
मोहसीन पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए भारतीय सेना की जासूसी करता था। वह पाकिस्तानी एंबेंसी के लगातार संपर्क में था और तीन बार पाकिस्तान भी जा चुका है।
कारगिल के 22 साल: 16 की उम्र में सेना में हुए शामिल, 20 की उम्र में देश पर मर मिटे
सुनील जंग ने छलनी सीने के बावजूद युद्धभूमि में अपने हाथ से बंदूक नहीं गिरने दी और लगातार दुश्मनों पर वार करते रहे।
कारगिल के 22 साल: ‘फर्ज पूरा होने से पहले मौत आई तो प्रण लेता हूँ मैं मौत को मार डालूँगा’
भारतीय सैनिकों के ऊपर 60-70 मशीनगन लगातार फायरिंग कर रही थी। गोले बरस रहे थे। फिर भी कैप्टन मनोज पांडे टुकड़ी के साथ आगे बढ़ रहे थे।
भारत में अवैध रूप से घुसे 15 रोहिंग्या असम में दबोचे गए, UP के अलीगढ़ में रह रहे थे सभी
पुछताछ में उन्होंने बताया कि वे म्यांमार के रखाईन प्रांत के मांडू के रहने वाले हैं और रोहिंग्या समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। आरपीएफ ने आगे की जाँच के लिए इन्हें जीआरपी को सौंप दिया है। अधिकारियों ने बताया कि ये लोग त्रिपुरा के रास्ते बांग्लादेश जाने की कोशिश कर रहे थे।